2008-11-03 10:14:34

वु पांग क्वो पांच अफ्रीकी देशों की यात्रा करेंगे

अल्जीरिया, गाबोन, इथियोपिया, माडागास्कर और सेसर आदि पांच अफ्रीकी देशों की संसदों के निमंत्रण पर चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा की स्थाई कमेटी के अध्यक्ष वु पांग क्वो 3 तारीख से उपरोक्त पांच देशों की औपचारिक व मैत्रीपूर्ण यात्रा करने जा रहे हैं । यात्रा के दौरान वे इथियोपिया की राजधानी अबास अबाब में स्थित अफ्रीका संघ के हैडक्वाटर का भी दौरा करेंगे । चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा और चीनी विदेश मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक श्री वु पांगक्वो की मौजूदा यात्रा 2006 में चीन अफ्रीका सहयोग मंच के पेइचिंग शिखर सम्मेलन के बाद अफ्रीका के प्रति चीन की एक और अहम राजनयिक गतिविधि है ।

संसदों के बीच आवाजाही देशों के संबंधों का एक अहम भाग है। श्री वु पांगक्वो अपनी मौजूदा पांच अफ्रीकी देशों की यात्रा के दौरान संबंधित देशों की संसद नेताओं के साथ वार्ता और मुलाकात करेंगे और उन के साथ दोनों पक्षों की विधि संस्थाओं के बीच आदान प्रदान व सहयोग के सवाल पर रायों का विनिमय करेंगे तथा चीन की जन प्रतिनिधि सभा व्यवस्था व जनवादी कानून निर्माण कार्य में प्राप्त उपलब्ध्यों का परिचय देंगे । चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा की स्थाई कमेटी के उप महासचिव छाओ वीचाओ ने कहा कि संसदों के बीच संपर्क होने से श्री वु पांगक्वो की यात्रा अवश्य ही चीन और उन पांच देशों के मैत्री व सहयोग के संबंधों को आगे बढ़ा सकेगी । उन्हों ने कहाः

संसद विभिन्न देश की सर्वोच्च विधि संस्था होती है और वह जनइच्छा प्रकट कर सकती है । संसदों के बीच आदान प्रदान व सहयोग बढ़ाने से आपसी समझ और परस्पर विश्वास बढ़ जाएंगे और एक दूसरे के सफल कार्य अनुभवों से सीख सकेगा और द्विपक्षीय संबंधों के विकास को बढ़ावा दे सकेगा । चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा विभिन्न स्तरों पर अफ्रीकी देशों की संसदों के साथ बहुपक्षीय सहयोग बढ़ाने का इच्छुक है।

श्री वु पांगक्वो तीन तारीख से यात्रा के लिए रवाना होंगे और उन की औपचारिक अधिकृत कार्यवाही 4 तारीख से शुरू होगी। उल्लेखनीय है कि दो साल पहले 4 नवम्बर को चीन अफ्रीका सहयोग मंच का पेइचिंग शिखर सम्मेलन आयोजित हुआ था। पेइचिंग शिखर सम्मेलन में चीन और अफ्रीकी देशों के नेताओं ने समानता पर आधारिक आपसी राजनीतिक विश्वास कायम करने, आर्थिक क्षेत्र में समान कामयाबियां हासिल करने तथा सांसकृतिक क्षेत्र में आदान प्रदान का नया चीन अफ्रीका रणनीतिक साझेदारी संबंध स्थापित करने पर मंजूरी दी । दो साल बाद इसी दिन श्री वु पांगक्वो अफ्रीका की यात्रा पर चल निकले । इस पर चीनी विदेश मंत्रालय के अफ्रीका विभाग के नेता सुश्री श्यु चिंगहू ने कहा कि श्री वु की यात्रा से चीन अफ्रीका संबंधों के स्थिर विकास को मदद मिलेगी। उन्हों ने कहाः

2006 में पेइचिंग में चीन अफ्रीका सहयोग मंच का शिखर सम्मेलन हुआ, इस साल शिखर सम्मेलन की उपलब्धियों को साकार करने वाला दूसरा साल है और एक कुंजीभीत साल भी है। श्री वु पांगक्वो की मौजूदा यात्रा से चीन और उपरोक्त पांच देशों के मैत्री व सहयोग संबंधों को बढ़ाने के अलावा शिखर सम्मेलन में कायम चीन अफ्रीका के नये रणनीतिक साझेदारी संबंधों को गहराई में लाने तथा शिखर सम्मेलन की उपलब्धियों को साकार करने में भी अहम महत्व होगा।

सूत्रों के अनुसार श्री वु पांगक्वो यात्रा के दौरान चीन और संबंधित देशों के बीच आर्थिक तकनीकी सहयोग के बारे में दस्तावेजों पर हस्ताक्षर रस्मों में भी उपस्थित होंगे और चीन अफ्रीका सहयोग परियोजनाओं का निरीक्षण दौरा भी करेंगे। इस पर श्री श्यु चिंग हू ने कहाः

श्री वु पांगक्वो यात्रा के समय चीन अफ्रीका सहयोग मंच के पेइचिंग शिखर सम्मेलन की उपलब्धियों को साकार करने वाली परियोजनाओं की जांच भी करेंगे और चीन अफ्रीका के नये रणनीतिक साझेदारी संबंधों को बढावा देंगे, साथ ही द्विपक्षीय आर्थिक व व्यापारिक सहयोग को भी प्रेरणा देंगे । उन्हों ने कहा कि चीन अफ्रीका संघ के लिए सभा केन्द्र का निर्माण करेगा । यह चीन की सहायता में तांजानिया जांबिया रेल मार्ग के निर्माण के बाद चीन की सहायता में नवनिर्मित एक सब से बड़ी परियोजना होगी। श्री वु पांग क्वो इस निर्माण के आरंभ रस्म में भाग लेंगे। यह निर्माण 2010 में पूरा होगा।

चीन की आशा है कि श्री वु पांगक्वो की मौजूदा यात्रा से चीन और इन पांच अफ्रीकी देशों के बीच आपसी लाभ वाले सहयोग बढ़ जाएंगे और अन्तरराष्ट्रीय मामलों पर समन्यव व सहयोग मजबूत होगा ।