2008-10-31 20:13:54

चीन तिब्बत में हुई बर्फबारी विपत्ति के मुकाबले में क्रियाशील

यह चाइना रेडियो इंटरनेशनल है , श्रोता दोस्तो , 26 अक्तूबर से लेकर अब तक चीन के तिब्बत के अधिकांश भाग बहुत खराब बर्फीले मौसम से ग्रस्त रहा है , कुछ क्षेत्रों में 1.2 से 1.5 मीटर मोटी बर्फ पड़ी , जिस से तीन हजार स्थानीय वासी बर्फ की मुसीबत में फंस पड़े और कुछ लोग भी घायल हुए । विपत्ति होने के बाद चीन की केंद्रीय सरकार और स्थानीय सरकारों ने तुरंत ही राहत बचाव कार्य शुरु किया । वर्तमान में बर्फ से ग्रस्त लोग सुरक्षित क्षेत्रों में स्थानांतरित हुए हैं । सभी प्रकार वाले राहक कार्य अभी भी जारी हैं । लीजिये सुनिये इसी संदर्भ में एक रिपोर्ट ।

चीन के तिब्बत में इधर दिनों में लगातार बड़ी बर्फ पड़ गयी है , जिस से तिब्बत के लोका , लिनची और छांग तू जैसी 13 कांऊटियां गम्भीर रूप से प्रभावित हो गयी हैं । तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के नागरिक मामलात ब्यूरो के कार्यालय के प्रधान थान च्या मिंग ने विपत्ति का परिचय देते हुए कहा 31 अक्तूबर की सुबह 8 बजे बर्फ विपत्ति से 7 व्यक्तियों की मौत हुई है , जिन में त्सोना कांऊटी के चार , लुंग ची कांऊटी के दो और त्सोमइ कांऊटी का एक शामिल हैं । बर्फबारी से 29 मकान ढह गये हैं और 474 मकानों को नुकसान हुआ है तथा एक लाख 40 हजार पशु भी विपत्ति से ग्रस्त हो गये । भारी बर्फबारी से कुछ टाऊनशीपों व कस्बों में याताताय व दूर संचार टुट गये हैं ।

विपत्ति होने के बाद चीनी राष्ट्रीय विपत्ति घटाव कमेटी ने तुरंत ही आपात समन्वित सम्मेलन बुलाया , जिस में नागरिक मामलात मंत्रालय , वित्त मंत्रालय और मौसम ब्यूरो जैसे विभागों ने भाग लिया , सम्मेलन में उन्हों ने भारी बर्फीली स्थिति और परिवर्तनशील मौसम को ध्यान में रखकर विपत्ति विरोधी बचाव कार्यवाही विन्यस्त की । नागरिक मामलात मंत्रालय ने विपत्ति ग्रस्त क्षेत्र में जनसमुदाय के बुनियादी जीवन स्तर को सुनिश्चित बनाने के लिये तुरंत ही बचाव आपात योजना लागू करने का अनुरोध पेश किया । वित्त मंत्रालय और नागरिक मंत्रालय ने एक करोड़ य्वान की धन राशि जुटाई और तिब्बत को एक हजार सूती तंबू , दस हजार रूईदार कपड़े और दस हजार रजाइयां भी भेज दीं ।

विपत्ति ग्रस्त क्षेत्रों ने भी तेजी से राहत कार्य शुरू किया । तिब्बत स्वायत्त प्रदेश ने तुरंत ही पूर्व आपात चेतावनी योजना लागू कर लोका और शिकाजे जैसे ग्रस्त क्षेत्रों में दो हजार से अधिक गर्म तंबू , तीन हजार से अधिक रजाइयां , मोटे कपड़े और चावल व आटे जैसे दैनिक जीवन में आने वाली वस्तुएं भी भेज दीं , ताकि विपत्ति ग्रस्त स्थानीय वासी सुरक्षित रूप से सर्दियों का मुकाबला कर सकें । साथ ही स्थानीय सरकार ने बड़ी तादाद में राहतकर्मियों को भेजकर बर्फ संकट से ग्रस्त लोगों को बचाने की हरसंभव कोशिश की । तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के नागरिक मामलात ब्यूरो के कार्यालय के प्रधान थान च्या मिंग ने कहा स्वायत्त प्रदेश की पार्टी कमेटी व सरकार के एकीकृत विन्यास का अनुसरण करते हुए स्वायत्त प्रदेश के वित्त ब्यूरो व नागरिक मामलात ब्यूरो ने एक करोड़ य्वान आपात राहत धन राशि अनुमोदित किया है , ताकि सात विपत्ति ग्रस्त क्षेत्रों में विपत्ति बचाव में प्रयोग किया जा सके । साथ ही आपात राहत सामग्री जुटाने के लिये और दो करोड़ य्वान भी दिये गये हैं । लगातार भारी बर्फ पड़ने से बहुत से राजमार्ग बाधित हो गये हैं । ठीक समय पर राहत सामग्री ग्रस्त क्षेत्रों तक पहुंचाने के लिये संबंधित विभाग दिन रात में राजमार्गों की मरम्मत करने में जुटे हुए हैं । तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के यातायात प्रबंधन ब्यूरो ने राजमार्ग विभाग की प्रधान सुश्री चान शंग ह्वी ने कहा हम ने राजमार्गों की शीघ्र ही मरम्मत करने के लिये 70 से अधिक मशीनों व करीब हजार व्यक्तियों को जुटा दिया , 31 अक्तूबर की सुबह तक समूचे स्वायत्त प्रदेश के राजमार्गों पर यातायात सामान्य हो गया है ।

वर्तमान में बर्फबारी संकट से कटे चार राजकीय राजमार्गों पर यातायात भी बहाल हो गया है , विपत्ति ग्रस्त जनसमुदाय भी सुरक्षित क्षेत्रों तक स्थानांतरित हुए हैं , आपात राहत सामग्री संकट ग्रस्त क्षेत्रों में पहुंचायी गयी है । ग्रस्त क्षेत्रों के उत्पादन व सामान्य जीवन की बहाली के लिये तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की सरकार ने चेरवाहों को नकदी भत्ता देने का निर्णय कर लिया , ताकि वे शीघ्र ही पशुपालन उत्पादन को बहाल कर सके ।