2008-10-30 17:08:32

चीन ने आर्थिक पुनरुत्थान के लिये फिर एक बार ब्याज दर घटायी

दोस्तो , चीनी केंद्रीय बैंक यानी चीनी जन बैंक ने 29 अक्तूबर की रात को यह घोषित किया है कि तीस अक्तूबर से चीनी बैंकों में एक वर्षीय बचत दर व ऋण दर क्रमशः 0.27 प्रतिशत घटेगी । यह गत 6 हफ्तों के भीतर चीन ने तीसरी बार ऐसी कार्यवाही की है । चीनी वित्तीय विशेषज्ञों ने कहा कि अल्पसमय में बारंबार ब्याज दर घटने से यह जाहिर हो गया है कि चीनी समग्र आर्थिक नियंत्रण हद से ज्यादा गर्मी की रोकथाम से स्थिर वृ्द्धि को बनाये रखने की ओर बदल गया है । साथ ही अमरीकी व यूरोपीय आर्थिक समुदायों के साथ एक ही समय में ब्याज दर घटाने के विकल्प से विभिन्न देशों के साथ समान रूप से वित्तीय संकट का मुकाबला करने का चीन का रवैया भी साबित हो गया है ।

वित्तीय संकट व भूमंडलीय आर्थिक वृद्धि धीमी पड़ने से चीन की पहली तीन तिमाहियों का सकल राष्ट्रीय उत्पाद गत वर्ष की समान अवधि से 9.9 प्रतिशत बढ़ गया , जो पिछले 6 सालों में प्रथम बार दस प्रतिशत से नीचा रहा । नागरिक उपभोक्ता दाम सूचकांक भी लगातार कई महीनों तक गिरा . मुद्रास्फीति दबाव स्पष्टतः कम हो गया है । चीनी राज्य परिषद के विकास अनुसंधान केंद्र के वित्तीय अनुसंधान प्रतिष्ठान के उप प्रधान पा शू सुंग का विचार है मौजूदा आर्थिक परिस्थिति में केंद्रीय बैंक का ब्याज दर घटाने का इरादा मौद्रिक बाजार की तरलता और बाजार के प्रति विश्वास बढाना है । 

गत दो माहों से कम समय में लगातार तीन बार जो ब्याज दर घटायी गयी है , वह चीनी ब्याज दर के इतिहास में कम देखने को मिलता है । ब्याज दर घटने के बाद बैंकों के बीच पर्याप्त तरलता बरकरार रहेगी , जिस से वित्तीय बाजार में उत्पन्न उतार चढ़ाव का मुकाबला करने और उद्यमों की कर्ज लागत को कम करने के लिये मददगार सिद्ध होगा । इस से जाहिर है कि चीनी समग्र नियंत्रण नीति का जोर स्थिर आर्थिक वृद्धि बनाये रखने में लगाया गया है , ताकि आर्थिक विकास में हद से ज्यादा गिरावट आने से रोका जा सके ।

पिछले दो महीनों से कम समय में चीनी वित्तीय संस्थाओं में रन मिन पी बचत का नकद आरक्षित अनुपात कुल 0.54 प्रतिशत घट गया है , जबकि ऋण दर तीन बार कुल 0.81 प्रतिशत घटायी गयी है ।

ब्याज दर घटने से मकान व शयर बाजारों पर पड़े प्रभाव की चर्चा में श्री पा शू सुंग ने कहा कि ब्याज दर कम करने से वर्तमान शिथिल चीनी जमीन मकान व शयर बाजारों को प्रोत्साहन देने में सहायक तो है , पर पूंजी बाजार के पुनरुत्थान के लिये वित्त व टैक्स जैसी सिलसिलेवार समग्र नियंत्रण नीतियों की जरूरत पड़ती है । 

उदाहरण के लिये मकान जमीन उद्योग एक आसाधारण पूंजी जमा आकार वाला व्यवसाय है , ब्याज दर घटने से कुछ हद तक उस की कर्ज लागत कम हो सकती है , साथ ही निवेशकों में जमीन मकान व शयर बाजारों का विश्वास बढ़ने के लिये लाभदायक भी है । लेकिन बाजार में मूल परिवर्तन संबंधित सहायक कदम उठाने जाने पर निर्भर है ।

चीनी केंद्रीय बैंक द्वारा ब्याज दर घटाये जाने के कई घंटे के बाद अमरीकी फेडरल रिजर्व ने 0. 50 नकद आरक्षित अनुपात कम करने की घोषणा की है । चीन व अमरीका ने दूसरी बार इसी माह में साथ मिलकर ब्याज दर घटाने का फैसला कर लिया है । इस के अतिरिक्त बाजार का अनुमान है कि निकट भविष्य में यूरोपीय केंद्रीय बैंक भी ब्याज दर घटाने की नीति अपनायेगा । विशेषज्ञों का मानना है कि विश्व , विशेषकर अमरीका में बड़ी हद तक ब्याज दर घटने की पृष्ठभूमि में चीन ने जो ब्याज दर घटायी है , वह चीनी व अमरीकी ब्याज दरों के बीच अंतर कम करने के लिये हितकर है और अंतर्राष्ट्रीय पूंजी की तेज तरलता द्वारा चीनी वित्तीय व्यवस्था को धक्का देने की रोकथान के लिये भी लाभदायक है ।

चीनी राज्य परिषद के विकास अनुसंधान केंद्र के वित्तीय अनुसंधान प्रतिष्ठान के उप प्रधान श्री पा शू सुंग ने कहा कि दूसरे आर्थिक समुदायों के साथ एक ही समय में ब्याज दर घटाने के विकल्प से अंतर्राष्ट्रीय सहयोग में भाग लेने और वित्तीय संकट का समान रूप से मुकाबला करने के चीन के रवैये की अभिव्यक्ति की गयी है । 

उन का कहना है कि साथ ही अंतर्राष्ट्रीय बाजार की दृष्टि से देखा जाये , तो यह भूमंडलीय वित्तीय स्थिरता बनाये रखने और वित्तीय धक्के का मुकाबला करने में चीन की सकारात्मक नीतिगत कार्यवाही ही है ।

चीनी केंद्रीय बैंक की आगे की मौद्रिक नीति की चर्चा में विशेषज्ञों ने जताया है कि ऐसी स्थिति में , जबकि भूमंडलीय वित्तीय संकट में कोई अच्छा आसार नजर नहीं आया है , भविष्य में चीनी आर्थिक स्थिति को गम्भीर चुनौति का सामना करना ही पड़ेगा , इसलिये आइंदे में चीनी केंद्रीय बैंक संभवतः सावधानी से शिथिल मौद्रिक नीति अपनायेगा ।