2008-10-29 14:54:21

चीन और रूस के प्रधान मंत्रियों की 13वीं नियमित वार्ता रूस में आयोजित हुई

चीनी प्रधान मंत्री वन च्या पाओ और रूस के प्रधान मंत्री पूतिन ने 28 तारीख को मास्को में चीन और रूस प्रधान मंत्रियों की 13वीं नियमित वार्ता आयोजित की। दोनों पक्षों ने विभिन्न क्षेत्रों में चीन-रूस के व्यवहारिक सहयोग व समान रूचि वाले महत्वपूर्ण अन्तरराष्ट्रीय व क्षेत्रीय सवालों पर रायों का गहन विचार विमर्श किया और व्यापक मतैक्य हासिल किए।

रूसी प्रधान मंत्री पूतिन के साथ 2 घन्टे की वार्ता के बाद, चीनी प्रधान मंत्री वन च्या पाओ और रूसी प्रधान मंत्री पूतिन ने एक साथ संवाददाताओं से मुलाकत की। श्री वन च्या पाओ ने बलपूर्वक कहा कि वर्तमान अन्तरराष्ट्रीय परिस्थिति की जटिलता और निरंतर परिवर्तित व अन्तरराष्ट्रीय वित्तीय बाजार के डावांडोल की पृष्ठभूमि के अन्तर्गत ,चीन और रूस के रणनीतिक सहयोग साझेदार संबंध को सुदृढ़ करना, दोनों देशों के समान हितों की रक्षा करना, विश्व शान्ति व स्थिरता को कायम रखना अत्यन्त महत्वपूर्ण है। उन्होने कहा चीन और रूस के प्रधान मंत्रियों की 13वीं वार्ता चीन और रूस रणनीतिक सहयोग साझेदार के आधार पर व वर्तमान अन्तरराष्ट्रीय अर्थतंत्र, वित्तीय संकट की स्थिति के समय आयोजित की गयी है, इस लिए वार्ता का विशेष महत्वपूर्ण अर्थ लोगों के ध्यानाकर्षण का केन्द्र रहा है।

श्री वन च्या पाओ ने कहा कि उन्होने प्रधान मंत्री पूतिन के साथ चीन-रूस के व्यवहारिक सहयोग संबंध को विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ाने तथा समान रूचि वाले महत्वपूर्ण अन्तरराष्ट्रीय व क्षेत्रीय सवालों पर गहन विचार विमर्श किया है और व्यापक मतैक्य हासिल किए हैं। यह न केवल चीन-रूस के वर्तमान मैत्री सहयोग संबंध के लिए महत्वपूर्ण है बल्कि दोनों देशों के संबंध के दूरगामी विकास के लिए भी भारी महत्व रखता है। उन्होने कहा आपसी सम्मान , समानता व लाभांष के आधार पर, चीन और रूस के संबंध सर्वोतोमुखी हैं। यह न केवल आर्थिक-वित्तीय में , बल्कि मानव संस्कृति क्षेत्रों में भी दिखाई देते हैं। विशेषकर इस बार की वार्ता में हमने आर्थिक-व्यापार कार्य व वित्तीय संकट जोखिम से निपटने, वित्तीय सहयोग को सुदृढ़ करने को महत्वपूर्ण स्थान पर रखा है। मुझे विश्वास है कि यह दोनों देशों के अर्थतंत्र व वित्तीय की स्थिरता, पूंजी बाजार की स्थिरता तथा आर्थिक के बेहतरीन व अच्छे रूप से विकास के लिए हितकारी होगें।

श्री पूतिन ने चीन-रूस रणनीतिक सहयोग साझेदार संबंध का उच्च मूल्यांकन किया और कहा कि रूस चीन के साथ विभिन्न व्यवस्थाओं की भूमिका को पूरी तरह निभाने और महत्वपूर्ण सवालों पर समन्वय व सहयोग को मजबूत कर विभिन्न क्षेत्रों में मैत्रीपूर्ण आदान प्रदान व व्यवहारिक सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होने कहा वर्तमान दुनिया में चीन जैसे सहयोगी विषयों से भरपूर व विकसित समन्वय व्यवस्था वाले देश को ढूंढना हमारे लिए बहुत ही मुश्किल है , और तो और हमने हरेक सहयोग क्षेत्रों में आपसी समन्वय को निरंतर सुदृढ़ किया है। हमारा मानना है कि दोनों पक्षों को अधिक प्रभावी रूप से विभिन्न क्षेत्रों के सहयोग के सुअवसर का प्रयोग करना चाहिए।

इस के अलावा, चीन और रूस ने सर्वसम्मति से आर्थिक-व्यापार सहयोग की गुणवत्ता व स्तर को उन्नत करने, अंतरिक्ष, नागिरक उडडयान, नवीन सामग्री आदि विज्ञान तकनीकी सर्वप्रथम विकास करने वाले क्षेत्रों को मजबूत करने पर रजामन्दी जाहिर की है , दोनों देशों ने तेल , प्राकृतिक गैस, बिजली, नाभिकीय सहयोग को निरंतर बढ़ाने, सर्वोतोमुखी रूप से मानव संस्कृति सहयोग को आगे बढ़ाने , दोनों देशों के स्थानीय विकास रणनीति में सकारत्मक समन्वय करने तथा अन्तरराष्ट्रीय व क्षेत्रीय मामलों में समन्वय व सहयोग को निरंतर प्रगाढ़ करने पर भी सहमति हासिल की है।

दोनों देशों के प्रधान मंत्रीयों ने वर्तमान अन्तरराष्ट्रीय वित्तीय संकट पर विचारों का आदान प्रदान किया और वार्ता के बाद दोनों प्रधान मंत्रियों ने चीन-रूस प्रधान मंत्रियों की 13वीं नियमित वार्ता संयुक्त विज्ञप्ति पर हस्ताक्षर किए और दोनों पक्षों के व्यापार, विज्ञान तकनीक, वित्तीय व सीमांत व्यापार आदि अनेक सहयोग दस्तावेजों के हस्ताक्षरण रस्म में भी भाग लिया।