2008-10-28 15:09:41

कोरिया गणराज्य की सरकार ने बाजार विश्वास को प्रेरित करने के लिए प्रभावी कदम उठाना शुरू किया

कोरिया गणराज्य की केन्द्रीय बैंक यानी कोरियाई बैंक ने 27 तारीख को एक आकास्मिक घोषणा में अपने बैंक की बुनियादी ब्याज दर को पहले के 5 प्रतिशत से 4.25 प्रतिशत तक घटाने का फैसला लिया। कोरियाई मीडिया ने कहा कि यह कोरिया केन्द्रीय बैंक ने पहली बार 0.75 प्रतिशत ब्याज दर को कम करने का कदम उठाया है, इस से निरंतर डावांडोल घरेलु वित्तीय बाजार को सतत करने तथा अर्थतंत्र में भारी गिरावट आने को रोकने के लिए उठाया एक बलपूर्वक कदम है।

यह कोरियाई केन्द्रीय बैंक के इस महीने दूसरी बार अपने ब्याज दर को कम करना है। इस महीने की सितम्बर में कोरियाई केन्द्रीय बैंक ने बैंक की बुनियादी ब्याज दर को 5.25 प्रतिशत से घटा कर 5 प्रतिशत कम करने की घोषणा की थी। कोरियाई केन्द्रीय बैंक के प्रबंधक ली सोंग थे ने 27 तारीख को संकेत देते हुए कहा कि घरेलु जरूरत की कमजोरी व निर्यात में धीमी आने तथा वित्तीय बाजार में डावांडोल स्थिति को नजर में रखते हुए, केन्द्रीय बैंक शायद ब्याज दर को और कम कर सकती है, इस के साथ केन्द्रीय बैंक तीव्र मुद्रा स्फिति से उत्पन्न जोखिम परिवर्तन पर भी कड़ी नजर रखे हुई है।

केन्द्रीय बैंक के ब्याज दर को कम करने की कार्यवाही पर बाजार की प्रतिक्रिया भिन्न रही हैं। इसी दिन कोरिया गणराज्य की राजधानी सोल के शेयर बाजार के कुलांक में 7.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, जो 0.82 प्रतिशत अधिक है। जबकि कोरिया मुद्रा के अमरीकी डालर की विनिमय दर 1442.5 जा गिरी, जो पिछले शुक्रवार से 2 प्रतिशत नीचे जा गिरी है। पूंजी निवेशकों का मानना है कि विदेशी निवेशकों के शेयर को उछालने आदि कार्यवाहियों से इस दिन के विनिमय दर में भारी गिरावट आने का कारण है। 28 तारीख को कोरिया शेयर बाजार में गिरावट आई। कोरिया विदेशी मुद्रा बाजार में कोरिया मुद्रा के अमरीकी डालर के मुकाबले की विनिमय दर एक अमरीकी डालर 1475 कोरियाई डालर रही। कोरियाई मीडिया का मानना है कि कोरियाई केन्द्रीय बैंक की उक्त कार्यवाही से ज्यादा कारगर लाभ नजर नहीं आया है। विशलेषकों का कहना है कि इस का मुख्य कारण अन्तरराष्ट्रीय पर्यावरण में मूल परिवर्तन नहीं हुआ है और अमरीकी डालर का भविष्य स्पष्ट नहीं है तथा बाजार की विश्वासनीयता कमजोर है।

सितम्बर में अमरीकी वित्तीय संकट के प्रभाव से कोरियाई वित्तीय बाजार में भीषण डावांडोल मचा है। इस साल से विदेशी पूंजी निवेशकों ने कुल 40 खरब कोरियाई मुद्रा निकाल कर कोरियाई बाजार को बचाने के कदम उठाये हैं। कोरिया बैंक पर कुल 2 खरब अमरीकी डालर का कर्जा पड़ा हुआ है, इस बार की वित्तीय संकट के आगे उसके कर्जे को चुकाने की क्षमता और बुरी हो गयी है।

कोरियाई अर्थतंत्र प्राथमिक रूप से निर्यात पर निर्भर है, सो वह बड़ी आसानी से बाहरी पर्यवारण के असर से घायल हो सकती है। इस साल के पहले 9 महीनों में अन्तरराष्ट्रीय तेल व कच्चे माल सामग्रियों के दामों की तीव्रता बढ़ने के प्रभाव से कोरियाई वैदेशिक व्यापार को 14 अरब 60 करोड़ अमरीकी डालर का घाटा सहना पड़ा।कोरियाई स्थानीय बैंक व निर्यातित उद्योग अमरीकी ऋण हासिल नहीं कर पा रही हैं, जिस से पूंजी वितरण में मुश्किल आने लगी है। कोरियाई केन्द्रीय बैंक का मानना है कि कोरिया के मुख्य अर्थतंत्र पर भारी प्रभाव पड़ रहा है। एक जांच से पता चला है कि करीब 80 प्रतिशत कोरियाई उद्योगों का मानना है कि वर्तमान स्थिति 1997 से 1998 की वित्तीय संकट के काल से भी बुरी है।

कोरियाई सरकार ने घरेलु वित्तीय बाजार के स्थिर करने के लिए अनेक कदम उठाए हैं। उनमें मुख्य तौर पर कोरियाई वित्तीय बाजार में अमरीकी डालर के वितरण के अभाव समस्या को कम करने के लिए, स्थनीय बैंकों को अगले साल के पहले छह महीनों में छोड़े विदेशी कर्ज वाले कारोबारों को 1 खरब अमरीकी डालर प्रदान की जाएगी, जो तीन साल ऋण गारंटी होगी। विदेशी भंडार से घरेलु बैंको व उद्योगों को कुल 30 अरब अमरीकी डालर का समर्थन दिया जाएगा। कोरियाई सरकार ने 21 तारीख को जी डी पी के 20 प्रतिशत हिस्सेदार वास्तुनिर्माण को बड़े पैमाने की सहायता देने की योजना का एलान किया , सरकार संकट में फंसे वास्तुनिर्माण कम्पनियों व उद्योगों की भूमि व उसके निर्मित मकानों को खरीदेगी और इस के लिए सरकार 12 खरब कोरियाई डालर धनराशि डालेगी। इस के साथ कोरियाई सरकार छोटे व मझौले उद्योगों को कम ब्याज दर ऋण प्रदान करेगी। कोरियाई केन्द्रीय बैंक ने 27 तारीख को खुलेआम बाजार संचालन के तरीके से 1 खरब कोरियाई डालर से घरेलु बैंको के सिक्यूरिटी बांड खरीद लेने का कदम उठाया है , ताकि बैंक को पूंजी के वितरण की मुश्किलों से निकलने व वाणिज्य ब्याज दर को कम करने में मदद दी जा सके।