2008-10-27 17:05:34

चीनी प्रधान मंत्री वन च्या पाओ रूस और कजाकिस्तान की यात्रा करने के लिए पेइचिंग से रवाना

चीनी प्रधान मंत्री श्री वन च्यापाओ ने 27 तारीख को रूस की औपचारिक यात्रा करने और चीनी व रूसी प्रधान मंत्रियों की 13वीं नियमित वार्ता में भाग लेने के लिए पेइचिंग से रवाना हुए । रूस की यात्रा के बाद वे कजाकिस्तान की औपचारिक यात्रा भी करेंगे और शांगहाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों के सातवें प्रधान मंत्री सम्मेलन में उपस्थित होंगे । चीनी विदेश मंत्रालय के अधिकारी का कहना है कि श्री वन च्यापाओ की मौजूदा यात्रा से चीन व युरोपीय एशियाई क्षेत्रीय देशों के बीच अच्छे पड़ोसियों जैसे मैत्रीपूण सहयोग को गहराया जाएगा, शांगहाई सहयोग संगठन के विकास को मज़बूत किया जाएगा और चिरस्थाई शांति, समान समृद्धि व सामंजस्यपूर्ण युरोपीय एशियाई क्षेत्र की स्थापना को बढावा मिलेगा । 

रूस चीनी प्रधान मंत्री वन च्यापाओ की यात्रा का प्रथम पड़ाव है । चीनी उप विदेश मंत्री श्री ली ह्वेई ने कहा कि रूस चीन का महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार है । पिछले 12 वर्षों में दोनों देशों के रणनीतिक साझेदार संबंध का विकास अभूतपूर्व उच्च स्तर, स्थिर व स्वस्थ विकास पथ पर चल निकला है । श्री ली ह्वी ने प्रधान मंत्री वन चा पाओ की मौजूदा रूसी यात्रा का परिचय देते हुए कहा एक तरफ चालू वर्ष में दोनों देशों के राज्याध्यक्षों की तीन बार की वार्ताओं व दोनों देशों के प्रधान मंत्रियों की 12 वीं नियमित वार्ता में प्राप्त प्रगतियों को अमली जामा पहनाने की स्थिति का सारांश निकाला जायेगा और दोनों पक्षों के सहयोग में मौजूद समस्याओं पर निष्कपटतापूर्ण व गहन रूप से विचारों का आदान प्रदान किया जायगा , ताकि चीन रूस संबंध व विभिन्न क्षेत्रों में सार्थक सहयोग के विकास में नयी प्रेरक शक्ति का संचार किया जा सके । दूसरी तरफ चीन व रूस के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 60 वीं वर्षगांठ और होने वाले चीनी रूसी भाषा वर्ष के उपलक्ष में 2009 में चीनी रूसी व्यवहारिक सहयोग , मानवीय सहयोग और क्षेत्रीय सहयोग के विकास की दिशा और मिशन का जोर सुनिश्चित किया जायेगा ।

यात्रा के दौरान प्रधान मंत्रीय वन चा पाओ क्रमशः रूसी राष्ट्रपति , संसदीय नेताओं और मैत्रीपूर्ण व्यक्तियों से भेंट करेंगे , साथ ही प्रधान मंत्री पुतिन के साथ तीसरे चीनी रूसी आर्थिक शिखर मंच के उद्घाटन समारोह में शरीक होंगे । प्रधान मंत्री वन चा पाओ रूसी नेताओं के साथ दोनों देशों के राज्याध्यक्षों के बीच संपन्न सहमति को मूर्त रूप देने , चीनी रूसी रणनीतिक सहयोग को बढ़ावा देने और दोनों देशों के बीच आर्थिक व्यापार , ऊर्जा , नाभिकीय ऊर्जा , विज्ञान व तकनीकी , क्षेत्रीय व मानवीय आदि विभिन्न क्षेत्रों में ठोस सहयोग व भारी अंतर्राष्ट्रीय व क्षेत्रीय सवालों पर रायों का आदान प्रदान करेंगे ।

रुस यात्रा की समाप्ति के बाद प्रधान मंत्री वन चा पाओ ताजिकस्तान , रूस , कजाकिस्तान , गिर्गिजस्तान व उजबेकिस्तान के प्रधान मंत्रियों के साथ कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में होने वाले शांगहाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों के सातवें प्रधान मंत्री सम्मेलन में भाग लेंगे । उप विदेश मंत्री ली ह्वी ने कहा कि वर्तमान में शांगहाई सहयोग संगठन के विकास की बेहतरीन प्रवृति बनी रही है और ठोस सहयोग की विशाल संभावनाएं भी मौजूद हैं । उन का कहना है मौजूदा प्रधान मंत्री सम्मेलन का उद्देश्य व मिशन यह है कि शांगहाई सहयोग सगठन के सदस्य देशों की दीर्घकालिक अच्छे मैत्रीपूर्ण पड़ोसियों जैसे सहयोग संधि व दुशेंबे शिखर सम्मेलन में प्राप्त मतैक्य का चौतरफा तौर पर कार्यांवयन किया जाये , ठोस सहयोग के जरिये मौजूदा अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक स्थिति में चुनौतियों का समान मुकाबला करने और आपसी लाभ व समान जीत प्राप्त करने पर विचार विमर्श किया जाये ।

श्री ली ह्वी ने यह संकेत भी दिया है कि प्रधान मंत्री वन चा पाओ सम्मेलन में शांगहाई सहयोग संगठन के क्षेत्रीय सहयोग के बारे में चीन के नये प्रस्ताव पेश कर देंगे । चीनी यूरोपीय व एशियाई सवाल विशेषज्ञ श्री ली युंग छ्वान ने इस की चर्चा में कहा शांगहाई सहयोग संगठन का प्रधान मंत्री वार्ता को क्षेत्रीय सहयोग सवाल का ज्यादा ख्याल रखना चाहिये । भूमंडलीकरण क्षेत्रीय सहयोग को नहीं नकाराता है , क्षेत्रीय सहयोग और द्विपक्षीय सहयोग की मजबूती आर्थिक भूमंडलीकरण की स्थिति में विभिन्न देशों के आर्थिक विकास व अपने हितों की आत्मरक्षा का कारगर औचित्य है , शांगहाई सहयोग संगठन को इसी क्षेत्र में अपनी भूमिका निभानी होगी ।

कजाकस्तान प्रधान मंत्री वन चा पाओ की मौजूदा यात्रा का अंतिम पड़ाव है । चीनी उप विदेश मंत्री ली ह्वी ने जताया कि इसी यात्रा का चीन व कजाकस्तान के पारस्परिक व मैत्रीपूर्ण संबंधों और दोनों देशों के रणनीतिक साझेदारी को आगे बढावा देने और विभिन्न द्विपक्षीय क्षेत्रों में ठोस सहयोग करने के लिये भारी महत्व है ।