2008-10-17 18:56:39

चीन के मुख्य दूध उत्पाद उद्योगों ने उपभोक्ताओं के विश्वास को जीतने के लिए कारगर कदम उठाना शुरू कर दिया है

इधर के दिनों में दसेक देश विदेश के पत्रकारों ने भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश में जाकर चीन के यीली और मंगन्यू दो बड़े दूध उद्योगों का सर्वेक्षण किया, उन्होने इन दो उद्योगों के दूध उत्पादों की सुरक्षा संकट के बाद उत्पादन व गुणवत्ता की विस्तृत जानकारी हासिल की। दोनों दूध उद्योगों के प्रभारियों ने पत्रकारों को बताया कि उन्होने सरकार की कड़ी निगरानी के अन्तर्गत उत्पादों की गुणवत्ता व सुरक्षा को सुदृढ़ करना शुरू कर दिया है, ताकि उपभोक्ताओं के चीन के दूध उत्पादों के प्रति विश्वास को फिर से जीता जा सके।

सितम्बर की माह में यीली और मंगन्यू समेत चीन के कुछ दूध उत्पाद उत्पादन करने वाले उद्योगों में विषाक्त मेलालीन के तत्व पाए गए, चीन के दूध उत्पाद उद्योगों को इस घटना से इतिहास का सबसे गंभीर विश्वासनीय संकट का सामना करना पड़ा । हालांकि दूध उत्पाद उद्योगों ने खुलेआम जनता से माफी मांग ली है और प्रदूषित दूध उत्पादों को बाजार से हटा तो लिया है, लेकिन उपभाक्ताओं के मन में घरेलु दूध उत्पादों के प्रति जनता का शंक अब तक हटा नहीं है, जिसे से दूध उत्पाद उद्योगों को भारी चोट पहुंची है।

यीली समूह के कार्याकारी महा प्रबंधक चांग च्येन छिओ ने पत्रकारों का बताया कि उन्होने प्रदूषित दूध उत्पादों को पूरी तरह बाजार से हटा लिया है और मेलामीन की जांच शुरू कर दी है, ताकि कच्चे मालों व कारखानों से निकले उत्पादों की गुणवत्ता व सुरक्षा को सुनिश्चत किया जा सके। उन्होने कहा इस घटना से हमें भारी ठेस पहुंची है, हम वाकई बहुत बैचेन और दुखद हैं। हमने वादा किया है कि प्रति ट्रक कच्चे दूध को पहले के 116 मुददों की जांच के आधार पर विशेष तौर पर मेलामीन तत्व की जांच की जाएगी। केवल असली उत्पादों को कारखाने में प्रवेश व बाहर निकलने की अनुमति दी जाएगी। सरकार के विभिन्न विभाग भी इस की कड़ी जांच जारी रखेगें।

सरकारी के संबंधित विभागों की जांच से पता चला है कि गैर कानूनी तौर से मेलामीन की मिलावट की स्थिति कच्चे दूध के पहलु में पकड़ी गयी थी। अन्ततः इस दुर्घटना के बाद, यीली और मंगन्यू उद्योगों ने कच्चे मालों के खरीददारी की प्रक्रिया पर कड़ी जांच करना शुरू कर दिया है, दूध स्टेशनों व दूध पहुंचाने वाली वाहनों पर 24 घन्ट निगरानी रखी जा रही है।

भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश सरकार के संबंधित विभागों ने दूध उत्पाद उद्योगों की निगरानी की शक्ति को प्रबल कर दिया है। भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश सरकार के उपाध्यक्ष क्वो छी च्वीन ने जानकारी देते हुए कहा कि स्थानीय सरकार बिना जांच किए गए उत्पादों को कतई कारखाने से निकलने नहीं देगी। उन्होने कहा कि दूध किसानों के दूध को नष्ट करने से उत्पन्न नुकसान को मुआवाज भरने के लिए सरकार ने विशेष पूंजी की सब्सीडी प्रदान की है। उन्होने कहा हम दूध किसानों के हितों की रक्षा करेगें, दुर्घटना के उत्पन्न के दौर में सभी दूध किसानों ने जो दूध फैक दिए हैं उन नुकसानों को सब्सीडी दी जाएगी , केन्द्रीय सरकार ने 10 करोड़ रन मिन पी की धनराशि में से 8 करोड़ य्वान निकाल कर स्वायत्त प्रदेश सरकार को अनुदान किया है , जो बुनियादी तौर से दूध किसानों के नुकसानों को मुआवजा भर सकेगी।

बिखरे दूध किसान परिवारों व गाय पालन परिवारों को भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश की सरकार ने सामूहिक गाय पालन तरीके अपनाने की सिफारिश की है। गाय पालन परिवारों ने अपनी अपनी गायों को बड़े गाय पालन फार्मों में रखवाली के लिए भर्ती करा दिया है, इन गायों का पेशावर मापदंड तरीकों से पालन किया जाएगा, गाय किसान परिवार गाय पालन फार्मों से हर साल अपनी आय का हिस्सा बोनस के तरीके से प्राप्त कर सकते हैं। भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश सरकार के उपाध्यक्ष रन या फिंग ने कहा कि इस तरह का सामूहिक गाय पालन तरीका भावी में पूरे प्रदेश में प्रसार किया जाएगा। उन्होने कहा इस बार की घटना का सबसे बड़ा सबक यह है कि हजारों दूध स्रोत के प्रबंधन को काबू में रखना बहुत ही मुश्किल है। हमारा अगला कदम दूध स्रोत से शुरू किया जाएगा और पूरे दौर में इसकी कड़ा प्रबंधन किया जाएगा। हम दूध किसानों के गायों को एकत्र कर पेशावर गाय फार्मों में भर्ती करने के लिए प्रेरित करेगें, ताकि गायों के रोगों के इलाज, गाय चारे की गुणवत्ता को सुधारने में मदद मिल सकेगी। हम इस प्रक्रिया को जल्दी से जल्दी बखूबी अंजाम देगें।