2008-10-17 15:12:58

चीन और पाकिस्तान की दोस्ती मजबूत होगी

पाकिस्तान चीन के सब से अच्छे पड़ोसी दोस्तों में से एक है। दोनों देश राजनीति, अर्थतंत्र, संस्कृति, शिक्षा आदि क्षेत्रों में घनिष्ठ सहयोग व आदान-प्रदान करते रहे हैं। सन् 2006 में चीन के राष्ट्राध्यक्ष श्री हू चिन थाओ ने पाकिस्तान की यात्रा करते समय पाकिस्तान के वर्तमान राष्ट्रपति श्री मुशर्रफ के साथ एक समझौता संपन्न किया जिस के अनुसार सन् 2007 से 2011 तक दोनों देश हर साल 100 युवाओं को मैत्री यात्रा के लिए एक दूसरे के देश में भेजेंगे। सन् 2007 में चीन और पाकिस्तान के 100 युवाओं के दल ने पहली यात्रा शुरू की। इस वर्ष के अगस्त में 100 युवाओं के चीनी दल ने पाकिस्तान की यात्रा की।

अगस्त की 21 तारीख को चीन के 100 युवाओं के दल ने पाकिस्तान के समुद्र तटीय शहर कराची में पहुंच कर पाकिस्तान की 8 दिवसीय यात्रा शुरू की। उसी दिन रात को सिंध प्रान्त के गवर्नर श्री इशरातुल इबाद ने अपने भवन में चीनी युवाओं का स्वागत करने के लिए समारोह आयोजित किया। चीनी युवाओं का स्वागत करने के लिए भाषण देते समय श्री इबाद ने कहा।

विश्व की स्थिति कैसी भी बदले, चीन पाकिस्तान का सब से अच्छा दोस्त है। मैं आप लोगों को यह बताऊंगा, आप का सारी यात्रा में पाकिस्तानी लोगों द्वारा हार्दिक स्वागत किया जाएगा।

चीन के 100 युवाओं के दल की प्रधान सुश्री लो मेयी ने भी भाषण देकर दोनों देशों के युवाओं के बीच आदान-प्रदान से चीन और पाकिस्तान की दोस्ती आगे बढ़ाए जा सकने की आशा जतायी। उन्होंने कहा कि

मुझे आशा है कि चीन पाकिस्तान के बीच युवाओं के मैत्रीपूर्ण आदान-प्रदान से चीन और पाकिस्तान की परंपरागत पड़ोसी दोस्ती आगे बढ़ायी जा सकेगी।

पाकिस्तान एक इस्लामी देश है। सन् 1947 में पाकिस्तान ब्रिटेन से स्वतंत्र हुआ। उस समय पाकिस्तान के मुस्लिम नेता श्री जिन्ना पाकिस्तान के पहले गवर्नर बने। उन्हें पाकिस्तान का राष्ट्र पति भी माना जाता है। सन् 1948 में श्री जिन्ना की बीमारी के कारण मौत हो गई। उन की याद में पाकिस्तान सरकार ने पाक की राजधानी कराची में जिन्ना का मुसोलियम स्थापित किया। चीन से आए युवाओं ने एक सुबह जिन्ना के मुसोलियम में जाकर फूल मालाएं चढ़ाईं। चीनी युवाओं के प्रतिनिधि मंडल के एक सदस्य, शांगहाई वित्त अर्थतंत्र विश्वविद्यालय से आए एक छात्र ल्यु छांग ने कहा कि

श्री जिन्ना के मुसोलियम में फूल माला चढ़ाते समय हम ने देखा है कि वहां एक मात्र चीज़ एक गैस लैंप है। चीन के इस्लामी संघ ने यह लैंप पाकिस्तानी दोस्तों को दिया है। जिन्ना पाकिस्तान के राष्ट्र पति हैं। इस लैंप से चीन और पाकिस्तान की घनिष्ठ दोस्ती जाहिर होती है । मै बहुत प्रभावित हुआ हूं।

दोनों देशों के नेताओं के विचार में नौजवानों के बीच यात्रा करने और आदान-प्रदान से चीन और पाकिस्तान की दोस्ती आगे बढ़ सकेगी। इस बार चीनी युवाओं के प्रतिनिधि मंडल ने अपनी पाक यात्रा में पाकिस्तानी युवाओं के साथ अच्छी तरह आदान-प्रदान किया ।

कराची के व्यापार कालेज से आए शाहबाज नादिर वित्त विभाग के छात्र हैं। इस वर्ष की जुलाई से अगस्त तक उस ने पाकिस्तान के 100 प्रतिनिधि नौजवान दल के एक सदस्य के रुप में चीन की यात्रा की। उन्होंने चीन की यात्रा का अनुभव बताते हुए कहा मुझे लगता है कि चीनी लोग बहुत अच्छे हैं। चीनी लोगों ने मेरी बहुत मदद की और हमारा हार्दिक स्वागत किया। चीन में यातायात की स्थिति अच्छी है। चीन पाकिस्तान का सब से अच्छा दोस्त है। चीन में आयोजित हुआ पेइचिंग ऑलंपिक भी बहुत सफल रहा है।

जांग शव्येयीन चीन के नौजवान प्रतिनिधि मंडल के एक सदस्य हैं। वह इस वर्ष स्नातक हो गए और अब एक सरकारी अधिकारी बन गए हैं। पाकिस्तान की यात्रा करने से पहले उन्हें पाकिस्तान की स्थिति स्पष्ट नहीं थी। लेकिन कई दिनों की यात्रा करने के बाद उस ने पाकिस्तान के लोगों और युवाओं के साथ अच्छी तरह आदान-प्रदान किया है। मुझे पाकिस्तान बहुत अच्छा लगा है। पाकिस्तान के लोगों ने हमारा हार्दिक स्वागत किया है। रास्ते में सभी लोग हमारा इस्तकबाल करते रहे।

श्री जांग शव्येयीन ने संवाददाता से यह भी कहा कि वह पेइचिंग में एक पाकिस्तानी दोस्त से मिला है। इस दोस्त ने उस की यात्रा में बहुत मदद की।

मैं ने पेइचिंग ऑलंपिक देखते समय पाकिस्तान से आए एक छात्र को दोस्त बनाया। उस ने मेरी यात्रा में बड़ी मदद की। उस ने हमें पाकिस्तान की यात्रा करने के लिए अच्छी राय दी और बहुत ठोस समस्याएं बतायी।

चीनी प्रतिनिधि मंडल की यात्रा समाप्त करते समय पाकिस्तान के प्रधानमंत्री श्री गिलानी ने पाक की राजधानी इस्लामाबाद में चीन के प्रतिनिधि मंडल से भेंट की। उन्होंने चीन और पाकिस्तान के संबंध का उच्च मूल्यांकन किया। पाकिस्तान और चीन के संबंध का विकास करना पाकिस्तान की कूटनीतिक नीतियों में एक बहुत महत्वपूर्ण भाग है। हमें चीन और पाकिस्तान की दोस्ती पर गौरव है। दोनों देशों की दोस्ती विश्व व क्षेत्रीय स्थिति के बदलने से प्रभावित नहीं होगी।

उन्होंने चीनी युवाओं को यह भी बताया।मुझे प्रसन्नता है कि दोनों देशों के युवाओं ने ऐसी यात्रा की। जिस से दोनों देशों के युवाओं के बीच आदान-प्रदान मजबूत किया जा सकेगा। मुझे विश्वास है कि भविष्य में इसी तरह आदान-प्रदान करने से चीन और पाकिस्तान की दोस्ती आगे बढ़ सकेगी।