2008-10-14 11:33:35

पाक राष्ट्रपति ने कहा कि पाक चीन सहयोग अच्छा होगा

पाक राष्ट्रपति श्री जरदारी 14 से 17 अक्तूबर तक चीन की राजकीय यात्रा करने जा रहे हैं। यह पाकिस्तान के राष्ट्रपति बनने के बाद उन की प्रथम औपचारिक चीन यात्रा है । 13 तारीख को श्री जरदारी ने राष्ट्रपति भवन में चीनी संवाददाताओं के साथ संयुक्त साक्षात्कार में कहा कि वे मौजूदा यात्रा की प्रतिक्षा में हैं , वे आशा करते हैं कि उन की यात्रा से दोनों देशों के बीच आर्थिक व व्यापारिक सहयोग बढ़ जाएगा ।

साक्षात्कार में पाक राष्ट्रपति ने पाक चीन मैत्री संबंधों के विकास के इतिहास का सिन्हावलोकन किया और कहा कि पाक चीन दोस्ती का लम्बा इतिहास है । भुट्टो परिवार की तीनों पीढियों और चीन के बीच कायम दोस्ती पाक चीन दोस्ती का सब से अच्छा साक्षी है । उन्हों ने कहाः

मेरे ससुर,पूर्व पाक प्रधान मंत्री जुलिफल अली भुट्टो की चीनी नेता अध्यक्ष माओ से मुलाकात हुई थी और उन के बच्चे और परिवारजन चीन में एक महीने तक ठहरे थे । मेरी बेगम, पूर्व प्रधान मंत्री बेनेजीर भुट्टो ने भी चीनी जनता के साथ अच्छे संबंध बनाए रखे थे । अब भुट्टो परिवार की तीसरी पीढ़ी यानी मेरे बेटे , पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलवाल भुट्टो जरदारी ने पाक प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व कर पेइचिंग ओलंपिक के उद्घाटन समारोह में भाग लिया था । उन के साथ मेरे तीन बच्चे भी गए । मुझे विश्वास है कि वे अपने मां, चाचा और दादा के रास्ते पर आगे बढ़ते हुए चीन के साथ मैत्रीपूर्ण संबंधों का विकास करेंगे ।

बातचीत में श्री जरदारी ने चीन में सुधार व खुलेपन की नीति लागू होने से प्राप्त कामयाबियों का उच्च मूल्यांकन किया । उन्हों ने कहा कि चीन की सफलता ने विश्व का ध्यान आकर्षित किया है । चीन का अच्छा पड़ोसी होने के कारण पाक चीन के विकास से फायदा उठा सकेगा। उन्हों ने कहाः

मैं चीन की यात्रा के उत्सुक हूं । 24 साल पहले, मैं चीन गया था , उस समय की तुलना में चीन अब बहुत बदल गया है । मैं चीनी नेताओं के साथ दोनों देशों के घनिष्ठ संबंधों का सिन्हावलोकन करूंगा । मेरे विचार में पाक चीन दोस्ती एक पंचवर्षीय योजना नहीं है, भविष्य में मैं हर तीन महीने में एक बार चीन की यात्रा करूंगा । इस समय की मेरी औपचारिक यात्रा है । भविष्य में मैं अर्ध सरकारी यात्रा करूंगा और चीन के स्थानीय प्रांत के मेहमान के रूप में मैं वहां जा कर देखूंगा कि हम किस प्रकार की श्रेष्ठता ले सकेंगे ।

सूत्रों के अनुसार श्री जरदारी के मौजूदा प्रतिनिधि मंडल के मुख्य सदस्य पाकिस्तान के विभिन्न अर्थतंत्र व व्यापार विभागों से आए हैं । चीन की यात्रा के दौरान श्री जरदारी चीनी नेताओं के साथ बातचीत के अलावा बड़ी संख्या में चीनी वाणिज्य व उद्योग जगतों के व्यक्तियों से भी मुलाकात करेंगे । श्री जरदारी ने कहा कि उन की मौजूदा यात्रा के मुख्य मुद्दे दोनों पक्षों के बीच आर्थिक, व्यापारिक, वित्तीय और ऊर्जा आदि क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाना है और समान कामयाबियां हासिल करना है। उन्हों ने परिचय देते हुए कहा कि पाकिस्तान और चीन के बीच आर्थिक सहयोग का ढांचा कायम हो चुका है और दोनों देशों के आर्थिक सहयोग जोरों पर चल रहा है । 2006 की फरवरी में दोनों देशों ने व्यापार व आर्थिक सहयोग ढांचागत दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए, जिस से दोनों देशों के बीच वित्तीय व बैकिंग सहयोग की प्रक्रिया बढ़ायी गयी । पाक सरकार चीनी वित्तीय संस्थाओं को पाक में बाजार खोलने के लिए प्रोत्साहित करती है । दोनों देशों के औद्योगिक सहयोग की चर्चा में श्री जरदारी ने कहाः

ओद्योगिक क्षेत्र में पाक का विकास धीमा है, चीन की गति तेज है, हम चीनियों के प्रबंधन का फायदा उठा कर अपने देश की औद्योगिक उत्पादन की विकास दर उन्नत कर सकते हैं और पाकिस्तान, चीन तथा भारत के बाजारों के लिए चीजों का उत्पादन कर सकते हैं , इस से हमारी लागत कम होगी, ताकि पाकिस्तान एक औद्योगिक देश बन जाए ।

चीन और पाकिस्तान के बीच आतंक विरोध के क्षेत्र में कारगर सहयोग चल रहा है । श्री जरदारी की मौजूदा चीन यात्रा के दौरान वे चीनी नेताओं के साथ आतंकवाद विरोधी सहयोग पर विचार विमर्श करेंगे । श्री जरदारी के विचार में आतंकवाद विश्व, क्षेत्र और पाकिस्तान की शांति व स्थिरता के लिए खतरा बन गया है, उस का समूल विनाश किया जाना चाहिए. पाकिस्तान आतंकवाद से बुरी तरह ग्रस्त हुआ है , पाक सरकार ने आतंकवाद व उग्रवाद पर प्रहार करने की संपूर्ण रणनीति बनायी है । आतंक विरोधी सहयोग की चर्चा में श्री जरदारी ने कहा कि आतंकवाद पाक व चीन दोनों देशों के सामने खड़ा समान खतरा है, पाकिस्तान दृढ़ता के साथ चीन से सहयोग कर आतंकवाद पर करारा प्रहार करेगा ।