2008-10-09 12:54:04

चीन में सुधार व खुले द्वार की नीति के गहराने की प्रतीक्षा

फ्रांसीसी अखबार यूरोप टाईम्स ने हाल ही में संपादकीय आलेख जारी कर कहा कि सुधार व खुले द्वार की नीति के तहत तीस सालों में चीन के विभिन्न कार्यों का विकास होता रहा है।नये चीन की स्थापना की 59वीं वर्षगांठ पर व्यापक रुप से प्रवासी चीनी चीन में सुधार व खुले द्वार की नीति के गहराने की प्रतीक्षा कर रहे हैं ।

आलेख में कहा गया है कि वर्ष 2008 चीन के लिए उतार चढाव से ओतप्रोत साल रहा है ।इस साल के शुरू में दक्षिण चीन में गंभीर बर्फबारी की विपत्ति पैदा हुई ।इस मार्च में ल्हासा में हिंसक घटना हुई और मई में जबरदस्त वन छ्वांन भूकंप आया ।इस के बाद अगस्त और सितंबर में पेइचिंग में ऑलंपिक और पैरा ऑलंपिक का आयोजन हुआ ।इस सितंबर के अंत में चीन शनचो सात समानव अंतरिक्ष यान का प्रक्षेपण किया गया ।इन के अलावा चालू साल में दक्षिण पश्चिमी चीन की वन ए काउंटी में दंगा हुआ ,कई प्रांतों की खनिज खानों में दुर्घटनाएं हुईं और ह पेइ प्रांत में सैन लू ब्रांड दूध पाउडर की मिलावट का पर्दाफाश हुआ।लेकिन लेकिन इन सब घटनाओं में चीनी व्यक्ति द्वारा पहली बार की गई स्पेस वॉक और पेइचिंग ऑलंपिक का सफल आयोजन सब से प्रभावशाली और सब से अविस्मरणीय रहा है ।

पेइचिंग ऑलंपिक व पैरा ऑलंपिक के आयोजन के बाद उभरे श्रेष्ठ व्यक्तियों व इकाइयों को सम्मानित करने के लिए 29 सितंबर को पेइचिंग में एक भव्य समारोह आयोजित किया गया ।चीनी राष्ट्राध्यक्ष हू चिन थाओ समेत चीनी नेता इस में उपस्थित हुए ।श्री हू चिन थाओ ने कहा कि चीन ने दो ऑलंपिक शानदार बनाने का वायदा पूरा किया है ।एक विश्व एक सपना का नारा पूरे विश्व में गूंज उठा है।आधुनिक ऑलंपिक के इतिहास में चीन ने अपने पदचिंह छोड़े हैं ।

वर्ष 2008 में चीन में सुधार व खुले द्वार की नीति लागू करने की तीसवीं वर्षगांठ भी है । तीस साल की कोशिशों से पेइचिंग ऑलंपिक के सफल आयोजन का मजबूत आर्थिक आधार तैयार हुआ है ।श्री हू चिन थाओ ने पेइचिंग ऑलंपिक के निर्माताओं ,कर्मचारियों व स्वयंसेवकों को देश भक्ति से केंद्रित राष्ट्रीय भावना और सुधार व सृजन से केंद्रित आधुनिक भावना को पर्याप्त रूप से प्रतिबिंबित करने पर बधाई दी ।

सृजन ,सृजन और सृजन ,यह तीस साल में चीन के कायापलट की कुंजी है ।

यूरोपीय टाईम्स में कहा गया है कि 1 अरब 30 करोड जनसंख्या वाले चीन के लिए आधुनिकीकरण ,औद्योगिकीकरण व शहरीकरण का रास्ता लंबा है ।इस दौरान सुधार व खुले द्वार का झंडा बुलंद करने के साथ-साथ देश की वास्तविक स्थिति को गहराई से समझा जाना चाहिए ।ऑलंपिक समाप्त हुआ है ।शन चो सात समानव अंतरिक्ष यान वापस लौटा है।लोगों को अंत में इस यथार्थ विश्व का सामना करना पडेगा । पिछले तीस साल के सुधार में कुछ खामियां भी मौजदू हैं ।उदाहरण के लिए आम आदमियों की कुछ बुनियादी गारंटी पूरी नहीं हुई है ,कुछ श्रेष्ठ संस्कृति की उपेक्षा की जा रही है और राजनीतिक सुधार करने की बडी गुंजाइश है ।

आलेख के अंत में कहा गया है कि यूरोप में रह रहे प्रवासी चीनी मातृभूमि को गहरा प्रेम करते हैं और प्रतीक्षा करते हैं कि चीन यूरोप व समग्र विश्व के साथ मानवता के विकास का साझा उपभोग करेगा ।आशा है कि चीन सुधार व खुले द्वार के रास्ते पर चलता रहेगा और राष्ट्र के पुनरूत्थान के सुअवसर का लाभ उठा कर अधिक उज्ज्वल भविष्य साकार करेगा ।