2008-09-27 20:39:25

शनचो नम्बर सात अंतरिक्षयात्रियों ने चीनी लोगों के अंतरिक्ष में प्रवेश करने का पहला कदम बढ़ाया

27 सितंबर को तीसरे पहर चीनी अंतरिक्षयात्री चैइ ची कांग ने शनचो नम्बर सात अंतरिक्षयान से बाहर निकलकर चीनी लोगों के अंतरिक्ष में प्रवेश करने lका पहला कदम बढ़ाया। चीनी अंतरिक्षयात्रियों ने स्पेसवॉक सफलतापूर्वक समाप्त की।

27 सितंबर की शाम करीब 4 बजकर 30 मिनट पर, अपनी स्वस्थ स्थिति सुनिश्चित होने के बाद कमांडरों ने शनचो नम्बर सात अंतरिक्षयात्रियों को अंतरिक्षयान से बाहर निकालने की आज्ञा दी।

शाम को 4 बजकर 39 मिनट पर अंतरिक्ष सूट पहने अंतरिक्षयात्री चैइ ची कांग और ल्यू पो मिंग ने अंतरिक्षयान का द्वार खोला और चीनी अंतरिक्षयात्री की पहली स्पेसवॉक शुरू की।

बाद में श्री चैइ ची कांग ने कमांडर को रिपोर्ट दीः

शनचो नम्बर सात अंतरिक्षयात्री अंतरिक्षयान के बाहर निकल गया है और मेरी स्थिति बहुत अच्छी है। अंतरिक्षयात्री पूरे देश व सारी दुनिया की जनता को शुभकामनाएं देते हैं।

शाम के 4 बजकर 45 मिनट पर श्री चैइ ची कांग ने चीन द्वारा निर्मित फेइथेन अंतरिक्ष सूट पहने अंतरिक्षयान से बाहर निकलकर चीनी लोगों का अंतरिक्ष में प्रवेश करने का पहला कदम बढ़ाया।

श्री चैइ ची कांग ने चीनी राष्ट्रीय झंडा लहराते हुए स्पेसवॉक शुरू की। श्री ल्यू पो मिंग ने हेइंग नामक अंतरिक्ष सूट पहने श्री चैइ ची कांग की स्पेस वाक में हाथ बटाया । एक अन्य अंतरिक्षयात्री चिंग हेई फंग केबिन में अपनी डयूटी पर रहें।

चाइ ची कांग अंतरिक्षयान के बाहर लगभग 20 मीनट ठहरे और अंतरिक्षयान के बाहर रखे परीक्षण नमूने अपने साथ वापल ले आए ।इस दौरान उन्होंने पेइचिंग अंतरिक्ष उडान नियंत्रण केंद्र के साथ संपर्क कर बातचीत की ।

सभी केन्द्र ,यह पेइचिंग है ।शन चो नंबर सात माडूयल में वापस लौट आया है।

शाम के 4 बजकर 58 मिनट पर पेइचिंग अंतरिक्ष उडान नियंत्रण केंद्र ने घोषणा की कि चीनी अंतरिक्षयात्री चाइ ची कांग ने अंतरिक्षयान के बाहर सभी काम पूरा कर अंतरिक्ष से शनचो समानव अंतरिक्षयान के माड्यूल में वापस लौट आए हैं ।यह इस बात का प्रतीक है कि उन्होंने चीनी अंतरिक्षयात्री की प्रथम स्पेस वाक पूरी तरह सफल रही है ।यह चीनी लोगों द्वारा अंतरिक्ष में उठाया गया पहला कदम है ।

चीनी समानव अंतरिक्षयान परियोजना के प्रमुख डिजाइनर चो चैन पिंग ने कहा कि चीन अंतरिक्षयात्री की सफल स्पेस वाक से यह साबित होता है कि चीन ने अंतरिक्षयान से बाहर निकलने से संबंधित तकनीक पर महारिता हासिल कर ली है ,जिस का मतलब है कि चीन ने स्पेस स्टेशन के निर्माण की ओर एक बडा कदम बढाया है।उन्होंने कहा ,मानव अंतरिक्ष में जो भूमिका निभाता है ,वह स्वचलित मशीन इस की जगह नहीं ले सकती है । अंतरिक्षयान के बाहर जाने की तकनीक को महारत करने के बाद हम अंतरिक्षयान के बाहर की असेंबली ,मरम्मत और वैज्ञानिक परीक्षा जैसे बहुत से काम कर सकेंगे ।बाद में हम स्पेस में दो अंतरिक्षयान को एक साथ जोडने की कोशिश करेंगे ताकि अंतरिक्षयात्री दो अंतरिक्षयानों के बीच चल सके और एक अंतरिक्षयान में लादे मालों को दूसरे अंतरिक्षयान में पहुंचाया जा सकें । इन कामों के पूरा होने के बाद हमें स्पेस में माल पहुंचाने और स्पेस स्टेशन का संचालन करने की बुनियादी क्षमता हासिल होगी और हम स्पेस स्टेशन का निर्माण करने में सक्षम रहेगें ।

अंतरिक्षयान मोडयूल से बाहर निकल कर मिशन पूरा करने वाले अंतिरक्षयात्री चाए चे कांग चीन के पहले अंतरिक्षयात्री बने। इस साल 42 वर्षीय चाए ची कांग दस साल पहले औपचारिक रूप से चीन के पहले अंतिरक्षयात्री टीम के सदस्य चुने गए थे, सन चओ सात अंतरिक्षयान के अंतरिक्षयात्री चुने जाने से पहले, वह अलग अलग तौर से दो बार अंतरिक्षयान उड़ान कार्य के अंतरिक्षयात्री नियुक्त किए जा चुके हैं। चीन के प्रथम अंतरिक्षयात्री, चीनी अंतरिक्षयात्री वैज्ञानिक व अनुसंधान प्रशिक्षण केन्द्र के उप निदेशक यांग ली वए ने श्री चाए ची कांग की प्रशंसा करते हुए कहा चाए ची कांग बहुत बुद्धिमान व्यक्ति है, उनका व्यक्तित्व भी बहुत अच्छा है, उनकी तकनीक की माहिरता सुदृढ़ है, सनचओ पांच व सन चओ छह अंतरिक्षयान के दौरान के प्रशिक्षण में उन्हे भारी लाभ प्राप्त हुआ, मुझे विश्वास है सनचओ सात अंतरिक्षयान के मिशन को पूरा करने के दौरान वह अपना अधिक बेहतरीन प्रदर्शन दिखाएगें।

सनचओ सात अंतरिक्षयान की उड़ान की योजनानुसार, अंतरिक्षयात्री अपनी स्पेस वाक पूरा कर लेने के बाद, अंतरिक्षयान एक लघु उपग्रह भी छोड़ेगा और इस उपग्रह का प्रयोग कर अंतरिक्षयान की तस्वीरें खीचेंगा और विडियो सर्वेक्षण करेगा। यदि अंतरिक्षयान द्वारा छोड़ा गया उपग्रह का परीक्षण सफल रहा तो यह इस बात का प्रतीक है कि चीन दुनिया का तीसरा वायु मंडल तकनीक व अंतरिक्ष में उड़ान भरने की माहिरता हासिल करने वाले देश बन जाएगा। इस के अलावा, सनचओ सात अंतरिक्षयान थ्येनल्येन नम्बर एक उपग्रह के डेटा का परीक्षण भी करेगा।