59 वर्षीय ओकुबो हरुमी जापानी पैरा ऑलंपिक प्रतिनिधि मंडल के नेता हैं ।उन्होंने तकनीकी अधिकारी की हैसियत से वर्ष 1988 सोल पैरा ऑलंपिक और वर्ष 1993 जापानी लागानो शीतकालीन ऑलंपिक में भाग लिया था ।उन के विचार में पेइचिंग पैरा ऑलंपिक की यातायात व्यवस्था व बाधा रहित संस्थापन पैरा ऑलंपिक के इतिहास में सब से अच्छे हैं ।उन्होंने हमारे संवाददाता को बताया ,पैरा ऑलंपिक गांव में एक भी ढलवां रास्ता नहीं है।विकलांग खिलाड़ी आराम से चल फिर सकते हैं । इस के अलावा पैरा ऑलंपिक गांव और स्टेडियमों के बीच परिवहन बहुत सुविधाजनक है ।यातायात सेवा प्रदान करने के साथ आयोजकों ने विभिन्न खेलों की विशेषताओं के अनुसार स्टेडियमों में अभ्यास उपकरणों को रखने का स्थान निर्धारित किया ।अगर आप ने आवेदन किया ,तो कर्मचारी आप के कमरे में आकर संबंधित उपकरण स्टेडियम पहु्चाते हैं ।मामूली ले मामूली काम के लिए भी सेवा मिलने के कारण खिलाडियों को कोई परेशानी नहीं हुई ।इस से देखा जा सकता है कि पेइचिंग पैरा ऑलंपिक का संगठित काम बहुत संपूर्ण है ।
यातायात की सुविधा के बारे में दक्षिण कोरियाई प्रतिनिधि मंडल के नेता चिन चंग इल ने कहा ,पेइचिंग पैरा ऑलंपिक ग्रीष्म पैरा ऑलंपिक के इतिहास में 13वां खेल समारोह है ।मुझे महसूस हुआ है कि चीन ने इस के आयोजन में बडी शक्ति लगायी है ।विकलांगों के लिए प्रदत्त बाधा रहित संस्थापन बहुत प्रसन्नताजनक हैं ।मैं चीन को धन्यवाद देता हूं ।
भारतीय पैरा ऑलंपिक खेल प्रतिनिधि मंडल के नेता शंकर अय्यर वर्ष 1994 में पेइचिंग आये थे । उन को लगता है कि पेइचिंग यूरोप के कुछ बडे शहरों की तरह है । उन्होंने कहा ,वर्ष 1994 में हम ने पेइचिंग में आयोजित सुदूर पूर्व व दक्षिण प्रशांत क्षेत्र खेल समारोह में भाग लिया था । उस समय की तुलना में अब पेइचिंग में बडा बदलाव आ गया है ।हमें लगता है हम यूरोप में दौरा कर रहे हैं । बहुत ऊंची-ऊंची इमारतें दिखाई पड़ती हैं और सडकें भी बहुत सुंदर हैं।सब कुछ खूबसूरत है ।
यातायात व पर्यावरण के अलावा पेइचिंग पैरा ऑलंपिक के स्वयंसेवकों के उत्साह ने कुछ प्रतिनिधि मंडलों पर गहरा प्रभाव डाला ।बंगलादेश के पैरा ऑलंपिक प्रतिनिधि मंडल के नेता मोफाजल हुसैन ने हमारे संवाददाता को बताया ,स्वयंसेवकों की सेवा बहुत अच्छी है । वे जोशीले हैं व धैर्यवान भी ।विभिन्न संगठित काम तो बहुत अच्छे हैं ।मेजबान के उत्साह व संजीदगी की मुझ पर गहरी छाप पडी है।
श्रीलंकाई प्रतिनिधि मंडल के नेता राजीव विकरामासिंघे ने कहा कि सभी लोगों को स्वयंसेवकों की श्रेष्ठ सेवा के लिए उन्हें धन्यवाद देना चाहिए ।उन्होंने कहा ,पेइचिंग पैरा ऑलंपिक के स्वयंसेवकों ने हमें श्रेष्ठ सेवा प्रदान की ।उन के कारण पैरा ऑलंपिक अधिक शानदार रहा ।उन के चेहरे पर मुस्काहट है हालांकि वे बहुत मेहनत कर रहे हैं ।वे सच्चे वीर हैं ।इसलिए सभी लोगों को स्वयंसेवकों को सलाम करना चाहिए और उन को हार्दिक धन्यवाद देना चाहिए ।
नेपाली पैरा ऑलंपिक प्रतिनिधि मंडल के नेता सुरेंद्र बहादुर बासंयट ने स्वयंसेवकों को भाई बहन कहा ।उन्होंने कहा ,स्वयंसेवकों ने हमें बढिया सेवा प्रदान की।स्वयं सेवक हमारी भाषा में हम से बात कर सकते हैं । स्वयंसेवकों ने जो हमें मदद दी है ,वह वास्तव में उन की जिम्मेदारी के बाहर हो गयी है । हम उन को अपने भाई बहन मानते हैं ।मैं उन की मदद को भूल नहीं सकता ।हम उन को हार्दिक धन्यवाद देते हैं ।
मंगोलिया ने पेइचिंग पैरा ऑलंपिक की तीरंदाजी प्रतियोगिता में इतिहास में पहला स्वर्ण पदक जीता ।मंगोलियाई प्रतिनिधि मंडल के नेता हागवासुरुंग ने अपने खिलाडियों के प्रदर्शन पर संतोष जताते हुए पेइचिंग पैरा ऑलंपिक के संगठन काम व खेल स्तर की बडी प्रशंसा की ।उन्होंने कहा ,पहले की तुलना में वर्ष 2008 पेइचिंग पैरा ऑलंपिक का संगठित स्तर अधिक ऊंचा है ,जिस ने बढिया शर्त व सेवा प्रदान की है ।इस लिए विभिन्न देशों के खिलाडियों ने प्रतियोगिता में ऊंचा स्तर दिखाया । खासकर मंगोलियाई प्रतिनिधि मंडल ने पेइचिंग में अपना पहला पैरा ऑलंपिक का स्वर्ण पदक प्राप्त किया ।
विभिन्न एशियाई व क्षेत्रों के प्रतिनिधि मंडलों के नेताओं का समान विचार है कि पेइचिंग पैरा ऑलंपिक पेइचिंग ऑलंपिक की तरह शानदार रहा । ऊंचे स्तर वाले आयोजन काम से विभिन्न एशियाई देशों व क्षेत्रों की जनता पर अविस्मरणीय प्रभाव पडा ।