वर्ष 1943 से 1945 तक चीन पर आक्रमण करने वाली जापानी सेना ने बड़ी तादाद में चीनियों को पकड़कर जापान की विभिन्न खानों व निर्माण क्षेत्रों में श्रमिक बनाया, उन के साथ दुर्व्यवहार किया गया । 17 तारीख को क्षति पहुंचे चीनी श्रमिक संघ का पांचवां सम्मेलन पूर्वी चीन के शानतुंग प्रांत में आयोजित हुआ । चीन के विभिन्न क्षेत्रों से आए 12 जीवित श्रमिकों और अन्य श्रमिकों के 80 परिवारजनों ने जापान से मुआवज़ा प्राप्त करने पर विचार-विमर्श किया । उन्होंने कहा कि वे इस सवाल के समाधान के लिए अभियोग चलाने के अलावा दूसरा रास्ता भी अपनाएंगे।
सुश्री च्यंग य्वू ने संवाददाता के प्रश्नोत्तर में कहा कि जबरन चीनी श्रमिकों को पकड़ना चीनी जनता के प्रति जापानी आक्रमणकारी सैन्यवादियों द्वारा किया गया गंभीर अपराध है । चीन जापान सरकार से इस का संजीदगी के साथ व्यवहार कर इस मुद्दे को अच्छी तरह निपटाने का अनुरोध करता है । (श्याओ थांग)