2008-09-16 16:24:27

पेइचिंग व ऑलंपिक का आनंद

पेइचिंग पैरा ऑलंपिक समाप्त होने वाला है ।रूसी पैरा ऑलंपिक प्रतिनिधि मंडल के नेता रोशकोव ने हमारे संवाददाता को बताया कि पेइचिंग पैरा ऑलंपिक पर उन को पेइचिंग व ऑलंपिक का बडा आनंद उठाया ।

रूसी पैरा ऑलंपिक प्रतिनिधि मंडल पेइचिंग पैरा ऑलंपिक में भाग लेने वाले बड़े बडे प्रतिनिधि मंडलों में से एक है ।कुल 145 रूसी विकलांग खिलाडी पेइचिंग आये ,जिस की संख्या एथेंस ऑलंपिक से दो गुणा है ।अब तक रूसी प्रतिनिधि मंडल द्वारा प्राप्त पदकों की संख्या 2004 एथेंस ऑलंपिक से ज्यादा हो गयी है ।पर रूसी पैरा ऑलंपिक समिति के कार्यकारी अध्यक्ष व रूसी पैरा ऑलंपिक प्रतिनिधि मंडल के नेता रोशकोव ने बताया कि वे इन पदकों की संख्या को बडा ध्यान नहीं देते ।उन्होंने हमारे संवाददाता को बताया ,रूसी सरकार औऐर रूसी पैरा ऑलंपिक समिति ने पदकों की संख्या व पदक तालिका में रूस के स्थान को प्राथमिकता नहीं दी ।हमारा हार्दिक आशा है कि हमारे खिलाडी श्रेष्ठता से अपनी शक्ति दिखाएंगे ।

श्री रोशकोव ने बताया कि हम ने पैरा ऑलंपिक में इसलिए ठोस लक्ष्य निर्धारित नहीं किया कि पैरा ऑलंपिक का सब से बडा लक्ष्य प्रतिस्पद्धा नहीं है ।विकलांग खिलाडियों के लिए ऑलंपिक के मैदान पर खडा होना एक विजय है ही ।विकलांग खेल कार्य से जुडे व्यक्ति के नाते श्री रोशकोव की सब से बडी आशा है कि ऑलंपिक मैदान पर खिलाडियों के शानदार प्रदर्शन से अधिक आम आदनी विकलांग खेल कार्य का समर्थन देंगे ।इस संदर्भ में उन्होंने बडी प्रगति देखी है ।उन्होंने बताया ,वर्तमान में न सिर्फ रूस बल्कि विश्व के विभिन्न क्षेत्रों में विकलांग खेल कार्य अनेक कठिनाइयों का सामना कर रहा है ।विकालंग खिलाडियों को असाधारण कोशिश करनी है ।पैरा ऑलंपिक में भाग लेना उन के लिए बडी विजय है ।रूस में राष्ट्रपति को लेकर आम आदमी तक अधिकाधिक लोग विकलांग खिलाडियों के जीवन को ध्यान देने लगे हैं ।यह बहुत महत्वपूर्ण है ।

श्री रोशकोव के विचार में पेइचिंग पैरा ऑलंपिक के दौरान प्रतियोगिता से जीवन तक , पेइचिंग से समग्र अंतरराष्ट्रीय समुदाय तक एक सामंजश्यपूर्ण माहौल तैयार किया गया है .इस माहौल में विकलांग खिलाडियों को पूरा समादर मिला है ।यह स्थिति पेइचिंग की संपूर्ण व बहत्तर तैयारी से अलग नहीं हो सकती है ।श्री रोशकोव ने कहा कि वे पेइचिंग के जीवन का खूब आनंद उठा रहे हैं ।उन्होंने कहा कि पैरा ऑलंपिक के उद्घाटन समारोह के सांस्कृतिक कार्यक्रम में बहुत विकलांग कलाकारों ने भाग लिया ।उन के प्रदर्शन से उन पर गहरा प्रभाव पडा ।इस ने मानव के बीच समानता व पारस्परिक समादर प्रतिबिंबित किया ।उद्घाटन समारोह पर हमें लगता है कि विकलांगों और सामान्य लोगों का फर्क नही है ।खासकर भूकंप ग्रस्त क्षेत्र से आयी वह लडकी का प्रदर्शन शानदार रहा ।

1 साल पहले श्री रोशकोव अंतरराष्ट्रीय पैरा ऑलंपिक समिति की कार्य बैठक में भाग लेने के लिए पेइचिंग आये थे ।उस समय सत्कार करने वाले रूसी भाषी अनुवादक बहुत कम थे ।इसलिए उन को चिंता थी कि पैरा ऑलंपिक के दौरान भाषा शायद एक बाधा होगी ।लेकिन उन की चिंता इस बार पेइचिंग पहुंचते ही दूर हो गयी ।उन्होंने कहा ,जब हम पेइचिंग हवाई अड्डे पहुचे ,तो वहां कई रूसी भाषा बोलने वाले स्वयंसेवक थे ।स्वयंसेवकों ने हमें बडी मदद दी ।हम उन को धन्यवाद देना चाहते हैं ।पेइचिंग पैरा ऑलंपिक में स्वयंसेवकों की इतनी बढिया सेवा और प्रतिनिधि मंडलों व आयोजकों के बीच इतने सामंजश्यपूर्ण संबंध मैं ने पहली बार देखा ।

हमारे संवाददाता के साथ हुई बातचीत के अंत में श्री रोशकोव ने कहा ,यहां हमारे खिलाडियों के जीवन व अभ्यास की शर्तें बहुत अच्छी हैं ।खाने में भी कोई समस्या नहीं है । इसी कारण हमारे खिलाडियों ने अपना उत्तम फार्म दिखाया ।चीन को धन्यवाद ।