2008-09-11 15:30:08

मां बाप मेरी बात सुनो आदि बाल गीत-संगीत

1 जून को अन्तरराष्ट्रीय बाल दिवस है। चीनी संगीतकार फंग ये द्वारा लिखित और संगीतबद्ध किए हुए और बाल गायिका त्वान ली यांग द्वारा गाए गए कुछ नए बाल गीत लोगों को पसंद हैं। अब प्रस्तुत है चीनी संगीतकार फंग ये द्वारा संगीतबद्ध किया गया और बाल गायिका त्वान ली यांग द्वारा गाया गया यह गीत। फंग ये ने शुरू में कुछ टी.वी. धारावाहिकों में संगीत दिया और इस के अलावा भी जो गीत दर्शकों श्रोताओं के सामने पेश किए, उस पर उन की कोई खास पहचान नहीं बनी।

कुछ वर्ष पहले फंग ये पिता बने, उन का घर और जीवन एक किलकारी मारती हुई आवाज से गूंजने लगा। फंग ये के जीवन में मानो एक नई शुरुआत रंगीन सपने ले कर आ गई। उन्होंने अपनी बेटी के लिए गीत रचना शुरु किया। इन गीतों में एक पिता का अपनी बेटी के प्रति प्यार गर्भित हुआ है और इन गीतों का बच्चों की दुनिया में अपार स्वागत हुआ, और फंग ये को भी बाल गीत संगीतकार के रूप में प्रसिद्धि मिलते देर नहीं लगी।

अपनी बेटी को सुलाते समय गाई गई यह लोरी फंग ये का पहला बाल गीत कही जा सकती है।

गीत 1 लोरी

इस लोरी के बोल हैं—

मेरी बेटी, मेरी अच्छी प्यारी बेटी,

मेरी कभी न रोने वाली बेटी, 

कभी शोर न मचाने वाली बेटी,

मां-बाप के लिए खुशी लाने वाली बेटी,

मां-बाप का दुख दूर करने वाली बेटी,

मेरी अच्छी बेटी निद्रा की गोद में सो रही है।

अपनी बेटी के दिन ब दिन बड़े होने के साथ-साथ फंग ये की आशा है कि वह अपनी बेटी और अन्य सभी बच्चों के लिए अधिकाधिक बाल गीत-संगीत का सृजन कर सकेंगे। इस तरह पांच वर्षों में फंग ये ने"मां-बाप मेरी बात सुनो","मां मैं तुम्हें चूमना चाहती हूं"आदि तीस से अधिक बाल गीतों की रचना की है और इन सभी गीतों की सी डी का एक सेट भी जारी किया है । इस सी डी सेट के सभी गीतों को बच्चों की दुनिया में और माता पिता की दुनिया में खूब सराहा गया और पंसद किया गया है।

गीत 2 मां बाप मेरी बात सुनो

अब प्रस्तुत हैं बाल गायिका त्वान ली यांग की आवाज में फंग ये का यह गीत, जिसका शीर्षक है"मां बाप मेरी बात सुनो"। यह गीत फंग ये द्वारा जारी सी डी सेट का मुख्य गीत है। गीत में बच्चों के दिलों की आवाज गूंजती है।

वर्तमान में चीनी बच्चों पर पढ़ाई का बड़ा दबाव है । किताबों को चटाने के बोझ को वाणी देते इस बाल-गीत ने मां-बाप और व्यापक समाज का ध्यान आकर्षित किया है। बाल गायिका त्वान ली यांग की नाचार अंदाज और मासूम, भोली आवाज़ में यह गीत इतना भावपूर्ण बन पड़ा है कि त्वान ली यांग की ओर भी लोगों का ध्यान आकर्षित हुआ है। साढे तीन साल की उम्र से त्वान ली यांग ने गीत गाना और प्यानो बजाना सीखना शुरू किया था और साढ़े चार साल की उम्र में मंच पर अपना पहला कार्यक्रम पेश किया था। और 2001 में जब उस की उम्र 8 वर्ष की थी ,राष्ट्रीय बाल गीत-संगीत प्रतियोगिता में उस ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।

गीत 3 थांग राजकालीन कविताओं पर आधारित सह गान

अब प्रस्तुत हैं त्वान ली यांग द्वारा गाया गया थांग राजवंश के प्रसिद्ध कवियों की कविताओं पर आधारित यह गीत। इस गीत का शीर्षक है"थांग राजकालीन कविताओं पर आधारित सह गान "। थांग राजवंश में चीनी पारंपरिक कविता का खूब विकास हुआ और तत्कालीन कविता विश्व साहित्य में भी अपने साहित्यिक सौंदर्य के कारण बहुत प्रसिद्ध है। हालांकि थांग राजवंश को बीते हुए लगभग एक हजार वर्ष से अधिक का समय हो चुका है, फिर भी उस युग की कविताओं से न केवल लोग आम तौर पर परिचित हैं बल्कि छोटे-छोटे बच्चे सबसे पहले उस युग की कविताओं को कंठस्थ करते हैं।

त्वान ली यांग के मासूमियत, भोलेपन, आकर्षण और मिठास से भरी हुई आवाज़ में गाए गए गीतों में चीनी बच्चों की खुशी, सपने, स्वस्थ जीवन की कामनाएं अभिव्यक्त होती हैं।