2008-09-09 15:23:46

एक ही खेल में भिन्न भिन्न उपलब्धियां

8 सितम्बर को भिन्न भिन्न देशों से आये विकलांग किलाड़ियों ने पश्चिम पेइचिंग में अवस्थित लाओ शान साइकिल स्टेडियम में दर्शकों के लिये शानदार साइकिल मैच दिखाया , पर विभिन्न दर्जे वाले साइकिल मैचों में हिस्सेदार विकलांग खिलाड़ियों ने क्या क्या उपलब्धियां हासिल कीं , लीजिये सुनिये हमारे संवाददाता द्वारा इसी संदर्भ में लिखी गयी एक रिपोर्ट ।

8 सितम्बर को हुए महिला पांच सौ मीटर एल सी एक –दो सी पी चार स्तरीय मैच में चीनी खिलाड़िन , पिछले एथेंस आलम्पिक चैम्पियन चओ ची फांग ने मात्र चौथा स्थान पाया । मैच के बाद यह शांगहाई लड़की अपनी इस उपलब्धि पर कुछ न कुछ हताश जरूर हुई , लेकिन उन्हों ने अपना विश्वास नहीं खोया । उन्हों ने कहा कि वे आने वाले दो इवेंटों की प्रतियोगिताओं में भाग लेने को तैयारी कर रही हैं । खिलाड़िन चओ ची फांग ने साइकिल खेल से तगड़ी प्रतिद्वंद्वियों के साथ मुकाबला करने में नया अनुभव प्राप्त किया है । उन्हों ने इस की चर्चा में कहा

पहले जब मैं ने एथलेटिक में हिस्सा लिया था , तो उस समय इतने ज्यादा शक्तिशाली प्रतिद्वंद्वियों के साथ मुकाबला नहीं हुआ , अब मुझे आखिरकार यह मालूम हो गया है कि शक्तिशाली प्रतिद्वंद्वियों के साथ कैसा मुकाबला हो रहा है।

सुश्री चओ ची फांग पहले एक एथलेटिक खिलाड़िन थीं और वे मध्यम दौड़ में काफी अग्रसर थीं , एक बार की प्रतियोगिता में एक साइकिल कोच ने साइकिल खिलाड़िन के रुप में उन्हें चुन लिया , फिर वे साइकिल खेल की ट्रेनिंग में शामिल हो गयीं । बदकिस्मती से एक बार की ट्रेनिंग में वे अपना बायं हाथ टूटकर विकलांग बन गयीं । लेकिन साइकिल खेल से लगाव होने की वजह से वे फिर विकलांग साइकिल खेल से जुड़ गयीं । इधर सालों में सुश्री चओ ची फांग ने बहुत सी अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में आसाधारण उपलब्धियां हासिल कर लीं ।

सुश्री चओ ची फांग की तुलना में न्यूजीलैंड की खिलाड़िन टेसोरिरो तो बहुत खुशकिस्मत हैं , उन्हों ने पांच सौ मीटर एल सी तीन ---चार सी पी तीन स्तरीय प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक बटोर लिया । प्रथम बार विश्व चैम्पियन रहीं सुश्री टेसोरिरो ने अपना अनुभव बताते हुए कहा कि पिछले एक साल में इस स्वर्ण पदक की प्राप्ति के लिये उन्हों ने अत्यंत कठोर परिश्रम किया । पर ऐसा होने पर भी उन्हों ने अपना यह लक्ष्य नहीं छोड़ा । उन्हें महसूस हुआ है कि साइकिल खेल से उन्हों ने बहुत ज्यादा पाया है , जिस से उन्हें इसी खेलकूद पर कायम रहने के लिये बड़ी प्रेरणा मिली है।

उन का कहना है कि साइकिल खेल में हिस्सेदारी से मुझे अपनी श्रेष्ठता दिखाने का मौका मिला है , साथ ही मैं ने साइकिल खेल से विश्व के विभिन्न देशों के शक्तिशाली खिलाड़िनों के साथ मुकाबला किया है और उन से बहुत ज्यादा भी सीख लिया है ।

अमरीकी साइकिल खिलाड़िन शुबल ने भी साइकिल खेल में असाधारण प्रदर्शन दिखाया है , उन्हों ने महिला पांच सो मीटर एल सी एक ---दो सी पी चार स्तरीय प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक अपनी झोली में ले लिया । खिलाड़िन शुबल एक इंजीनियर हैं , स्वर्ण पदक जीतने के बाद उन्हों ने कहा कि साइकिल खिलाड़िन बनना इंजीनियर से और अधिक कठिन है , इस का प्रमुख कारण है कि खेलकूद में बहुत से अनिश्चित तत्व मौजूद हैं । पर फिर भी शुबल को अनुभव हुआ है कि साइकिल खेल से उन्हें बहुत ज्यादा उपलब्धियां हासिल हुई हैं ।

मुझे साइकिल खेल पसंद आने के कारणों में से एक यह है कि मुझे बहुत सी सृजनात्मक कल्पनाएं उपलब्ध हैं । मसलन इस खेल ने मुझे अकसर यह कल्पना दिलायी कि एक और बढिया साइकिल की डिजाइन कैसे की जानी चाहिये।

एक ही खेल में विभिन्न उपलब्धियां होती हैं , खेलकूद से विकलांग खिलाड़ियों व खिलाड़िनों को विविधतापूर्ण अनुभव उपलब्ध हो जाते हैं तथा जीवन बिताने का इरादा और पक्का हो गया है।