2008-09-06 23:07:14

पेइचिंग पैरा ऑलिंपिक धूमधाम से उद्घाटित

पेइचिंग समय के अनुसार छह सितम्बर की रात को पेइचिंह 2008 पैरा ऑलंपिक का उद्घाटन समारोह चीन की राजधानी पेइचिंग में धूमधाम से उद्घाटित हुआ। इस के साथ साथ 11 दिनों तक चलने वाला पेइचिंग 2008 पैरा ऑलंपिक औपचारिक रूप से आरंभ हो गया है।

चीनी राष्ट्राध्यक्ष हू चिन थाओ ने वर्ष 2008 पेइचिंग पैरा ऑलंपिक के उद्घाटन की घोषणा की।

पेइचिंग पैरा ऑलंपिक का उद्घाटन समारोह पेइचिंग समय के अनुसार, छह सितम्बर की रात आठ बजे से शुरु हुआ और लगभग तीन घंटे चला। सर्वप्रथम 140 से ज्यादा देशों व क्षेत्रों से आये 4000 से ज्यादा विकलांग खिलाड़ियों ने व्यायामशाला में प्रवेश किया, इस के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत हुए । सांस्कृतिक कार्यक्रम अंतरिक्ष, समय और जीवन की यात्रा तीन भागों में बांटे हुए हैं, जिस से साझी दुनिया साझा सपना तथा पार , समावेश और समान उपभोग की विचारधारा प्रतिबिंबित हुई है और जीवन के मूल्य व मर्याद अभिव्यक्त हुए है । दुनिया के 147 देशों व क्षेत्रों से आये नेताओं व आदरणीय अंतरराष्ट्रीय मेहमानों ने मौके पर 90 हजार से ज्यादा दर्शकों के साथ इस उद्घाटन समारोह का आनंद उठाया।

पेइचिंग ऑलंपिक आयोजन कमेटी के अध्यक्ष श्री ल्यू छी ने भाषण देते हुए विश्व के विभिन्न क्षेत्रों से आये विकलांग खिलाड़ियों का भावभीना स्वागत किया।

अंतरराष्ट्रीय पैरा ऑलंपिक कमेटी के अध्यक्ष क्रावेन ने अपने भाषण में पेइचिंग पैरा ऑलंपिक कमेटी के आयोजन कार्यों का उच्च मूल्याकन किया। उन्होंने आशा जताई कि खिलाड़ी इस महान खेल समारोह का पूरा उपभोग कर सकेंगे।

हजारों लोगों की नजर में बर्डस नेस्ट स्टेडियम के प्रमुख मशाल स्तंभ में मशाल की अग्नि प्रज्ज्वलित की गयी है । यह पवित्र अग्नि 28 अगस्त को पेइचिंग के स्वर्ग मंदिर में ले ली गयी थी और चीन के 11 शहरों में इस की रिले की दौड़ हुई थी ।

उद्घाटन समारोह के अलावा पेइचिंग पैरा ऑलंपिक के अनेक ध्यानाकर्षक विषय देखने को मिलेंगे ,क्योंकि पेइचिंग पैरा ऑलंपिक में अनेक ऐतिहासिक रिकार्ड कायम होंगे ।

पेइचिंग पैरा ऑलंपिक के दौरान विश्व के 140 से अधिक देशों व क्षेत्रों के 4000 से ज्यादा विकलांग खिलाडी ,2500 से ज्यादा प्रशिक्षक व अधिकारी इस महाकुंभ में भाग लेंगे ,जिस का पैमाना इतिहास में सब से बडा होगा।

विश्व में 60 करोड से अधिक विकलांग लोग हैं ।चीन के विकलांग लोगों की संख्या 8 करोड 30लाख से ज्यादा है । विकलांग दोस्तों को मैच देखने की सुविधा प्रदान करने के लिए पेइचिंग पैरा ऑलंपिक में पहली बार संकेत भाषा में ब्रोडकास्टिंग व्यवस्था अपनायी जाएगी । विकलांग दोस्त पेइचिंग पैरा ऑलंपिक के सरकारी वेब साइट पर त्रि-आयामी एनिमेशन वाली संकेत भाषा से जल्दी से सूचनाएं प्राप्त कर सकेंगे । पैरा ऑलंपिक के इतिहास में ऐसी सेवा पहली बार उपलब्ध होगी ।

30 अगस्त को पेइचिंग पैरा ऑलंपिक गांव में विकलांग अधिकार संधि की स्मृति दीवार स्थापित की गयी । पैरा ऑलंपिक के इतिहास में यह पहली बार है कि संयुक्त राष्ट्र की किसी संधि के लिए स्मृति दीवार स्थापित हुई है । इस स्मृति दीवार की स्थापना का उद्देश्य है कि लोगों से संयुक्त राष्ट्र के विकलांग अधिकार संधि पालन करने का अनुरोध किया जाता है ।यह संधि संयुक्त राष्ट्र के इतिहास में विकलांग व्यक्तियों के अधिकारों की संर्वांगीण सुरक्षा करने वाला प्रथम अंतरराष्ट्रीय कानून है ।

वर्ष 1960 में आयोजित प्रथम पैरा ऑलंपिक से ले कर अब तक पैरा ऑलंपिक 48 वर्षों से गुजरा है । पैरा ऑलंपिक की स्थापना के इतिहास की चर्चा करते हुए पेइचिंग ऑलंपिक आयोजन समिति के अधिकारी वांग पिंग चांग ने बताया, दूसरे विश्व युद्ध से न सिर्फ बहुत से परिवारों के सदस्य खो गये ,बल्कि बडी संख्या में विकलांग लोग भी उभरे । वर्ष 1948 में जर्मन डाक्टर लुदविग गुटमान्न और कुछ विकलांग कार्य समर्थक व्यक्तियों ने एक ह्वीलचैयर बास्केटबाल खेल समारोह आयोजित किया ,जिसे स्टोक मेनदविले गेम्स पुकारा जाता था । वर्ष 1960 में 17वें रोम ऑलंपिक की समाप्ति के दो हफ्ते के बाद विश्व के 23 देशों व क्षेत्रों के 400 विकलांग खिलाडियों ने रोम में आयोजित नौवें अंतरराष्ट्रीय स्टोक मेनदेविले गेम्स में भाग लिया । यह खेल समारोह बाद में अंतरराष्ट्रीय ऑलंपिक समिति द्वारा माना गया प्रथम पैरा ऑलंपिक है ।

वर्ष 1960 से हर चार साल में एक बार पैरा ऑलंपिक का आयोजन होता है ।वर्ष 1988 में 8वें सोल पैरा ऑलंपिक होने के बाद पैरा ऑलंपिक और ऑलंपिक एक ही शहर में आयोजित होने लगा । वर्ष 1989 में अंतरराष्ट्रीय विकलांग ऑलंपिक समिति की औपचारिक स्थापना हुई ।

श्रोता दोस्तो, अब आप पैरा ओलंपिक के उद्घाटन समारोह के बारे में विशेष कार्यक्रम सुनना जारी रखेंगे । 

पार करना पेइचिंग ओलंपिक की तीन अवधारणाओं में से एक है । उस का मर्मतत्व है अपने को पार करके ओलंपिक खेलों के और तेज , और ऊंचे तथा और प्रबल वाले लक्ष्य को साकार करना, यह विकलांग खेल की मुख्य भावना है ।

पार करने की अवधारणा से विकलांग खिलाड़ियों में शारीरिक विषमता पर विजय पाकर हिम्मत, आत्मविश्वास और दृढ संघर्ष की प्रतिबद्धता अभिव्यक्त हुई है ।

मैं चीनी राष्ट्रीय युवा बास्केटबाल प्रतियोगिता का चैम्पियन रह चुका था, ओलंपिक में हिस्सा लेना मेरा सपना है । मेरी आंखों की ज्योति गुम गयी है, लेकिन आगे बढ़ने की दिशा नहीं बदली । मैं अपनी शारीरिक समस्या पर विजय पाना चाहता हूं और मैं खेल प्रतियोगिता में अपने दृढ संकल्प के साथ सफलता प्राप्त करने की कोशिश कभी नहीं छोड़ूंगा।

यह है चीनी नेत्रहीन खिलाड़ी श्री ली रून की आवाज । उन्हों ने 2004 के एथेन्य पैरा ओलंपिक में लम्बी कूद और त्रिकूद के दो स्वर्ण पदक जीते थे। नेत्रहीन लोग के लिए ऐसी कामयाबी हासिल करना बहुत मुश्किल है । उन्हें अंधेरे में दौड़ना और कूदना पड़ता है । वे कोच के ताली बजाने पर कूदना शुरू करते हैं। मुख और हाथ पर चोट लगना उन के लिए आम घटना हो गया है ।

सच कहे, विकलांग खिलाड़ी को शरीर के साथ अपनी इच्छा शक्ति को भी पार करना चाहिए । चीनी विकलांग संघ के अध्यक्ष, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार पुरस्कार के विजेता श्री तङ फुफांग ने कहा कि विकलांग खेलों का अपना विशेष महत्व होता है । वह शारीरिक कमियों पर काबू पा कर प्रतिबद्धता , खेल कौशल और शारीरिक ताकत की आजमाईश करके जीवन में निहित अदृश्य शक्ति को उजागर करता है । वह मानव की सृजन बल और मूल्य प्रदर्शित करता है और वह स्वास्थ्य सुधार, जीवन के संकल्प व हिम्मत को आह्वान देता है ।

पैरा ओलंपिक की तीन अवधारणाओं में से दूसरी है एकता , शांति व सामंजस्य वाली विचारधारा अभिव्यक्त करना । इस अवधारणा में मानवों के बीच, मानव व समाज के बीच और मानव व प्रकृति के बीच समावेश की प्रतिबिंब हुई है ।

श्री चांग ल्यानची एक वृद्ध थ्येनचिन वासी है, उन्हों ने पिछले 18 सालों से अपनी शक्ति से जीवन की कठिनाइयों में पड़े विकलांगों को मदद दी। उन्हों ने कहा कि विकलांग खिलाड़ियों की उत्तम भावना से प्रेरित हो कर उन्हों ने विकलांगों को सहायता देने का निश्चय किया है ।

विकलांग लोग महान हैं, उन की भावना प्रभावकारी है। मुझे लगा है कि विकलांग लोगों को मदद देना हमारा कर्तव्य है । जब सभी लोग अपना फर्ज निभाएंगे, तो भविष्य अवश्य उज्जवल होगा।

वर्षों से चीनी समाज विभन्न रूपों में विकलांगों का तवज्जह करता है और विकलांग कार्य को आगे बढ़ा देता है । चीन सरकार ने इस के लिए भारी धनराशि लगायी और सिलसिलेवार नीतियां बनायीं , ताकि विकलांग लोगों का जीवन सुधर जाए, उन के अधिकारों व हितों की रक्षा की जाए। पेइचिंग में विकलांगों को सहायता देने की नीति हर पहलु से जुड़ी हुई है। पेइचिंग विकलांग संघ के अधिकारी सुश्री चो छुनयंग ने कहाः

पेइचिंग की नीतियों में सामाजिक गारंटी, विकलांगों को रोजगारी देना तथा सामाजिक जीवन में उन की समान भागीदारी आदि शामिल हैं । 

इस साल के अप्रेल में चीन ने विकलांग गारंटी कानून में संशोधन करके विकलांगों की सामाजिक प्रतिभूति मजबूत की है । यह कानून पहली जुलाई को प्रभावित हो गया है । जून के माह में चीन ने संयुक्त राष्ट्र विकलांग अधिकार संधि में भाग लेने की पुष्टि की । यह संधि संयुक्त राष्ट्र इतिहास में विकलांगों के अधिकारों की रक्षा करने वाला प्रथम अन्तरराष्ट्रीय विधि दस्तावेज है । चीनी उप विदेश मंत्री श्री ऊ तावी ने कहा, इस संधि की पुष्टि चीनी समाज में विकलांगों के अधिकारों व मर्याद का सम्मान करने का अच्छा माहौल कायम होने के लिए हितकारी है और वह चीनी विकलांग गारंटी कार्य को विकसित कर सकेगा।

पैरा ओलंपिक की तीसरी अवधारणा है साझा उपभोग, जिससे यह व्यक्त हुआ है कि विकलांग लोग और स्वस्थ लोगों के साथ एक ही दुनिया के होते हैं एवं दोनों मिल कर सुन्दर भविष्य तैयार करेंगे । साझा उपभोग वाली अवधारणा का तकाजा है कि विकलांग और स्वस्थ लोग ओलंपिक खेलों तथा सामाजिक जीवन में समान अधिकारों का उपभोग करते हैं ।

श्री ली शाओकांग एक घरेलू विद्युत यंत्र रखरखाव तकनिशियन है , चलने फिरने में ह्वीलचेयर का सहारा लेने पर भी वह मैच स्थल पर ओलंपिक देखने की इच्छा रखते हैं । पेइचिंग में पैरा ओलंपिक के दौरान शहर में बाधा मुक्त यातायात सुविधा स्थापित की गयी । जिस से उन का सपना साकार हो गया है। उन्हों ने कहा, मुझे ओलंपिक खेल देखना पसंद है, पहले महज घर में बैठे टीवी पर देख सकता था । अब पैरा ओलंपिक स्टेडियमों को बाधा मुक्त बनाया गया, अब मैं वहां जा कर खुद आंखों से मैच देख सकूंगा़। मुझे बहुत खुशी हुई।

विकलांग लोगों को ओलंपिक खेलों का आनंद दिलाने के लिए पेइचिंग पैरा ओलंपिक के स्टेडियमों, मीडिया सेवा केन्द्रों, आवास और यातायात में बाधा मुक्त व्यवस्था कायम की गयी । मैच स्थलों, लिफ्टों और शौचालयों आदि को बाधा मुक्त बना कर विकलांगों के लिए बहुत सुविधाजनक और सुगम किया गया । तीन पैरा ओलंपिकों में भाग ले चुके उक्राइन खिलाड़ी शेलपोव ने कहा कि पेइचिंग पैरा ओलंपिक स्टेडियमों ने उन पर सब से गहरी छाप छोड़ी है, अब मैं दो बार स्टेडियम गया, वहां की सुविधा सर्वश्रेष्ठ है और बहुत सुगम है । मैं ने जितने पैरा ओलंपिकों में भाग लिया है, पेइचिंग ने मुझ पर सब से गहरी छाप छोड़ी है । मैं अपने सौभाग्य समझता हूं कि मैं यहां आ पहुंचा हूं।

पेइचिंग पैरा ओलंपिक गांव के रहन सहन की सुविधा भी खिलाड़ियों की विशेष आवश्यकता के मुताबिक व्यवस्थित की गयी है । 42 इमारतों में केवल पहली , दूसरी और तीसरी मंजिलों को इस्तेमाल में लाया गया। फ्लेटों के दरवाजे भी सामान्य द्वार से 10 प्रतिशत चौड़ा कर दिया गया तथा लाइट बटन और बाथरूम के शावर को नीचा कर दिया गया । इस प्रकार के बारीकी ख्याल पर स्लोविनिया के खिलाड़ी फरेरे ने प्रशंसा करते हुए कहा, बेशक पैरा ओलंपिक गांव की सेवा लाजवाब है, सब वक्त और सब जगह श्रेष्ठत्तम है । यहां की स्थिति पांच सितारा वाले होटल के बराबर है । यहां नहीं आया होता, तो मालूम नहीं हुआ होता कि यहां की सुविधा कितनी संतोषजनक है ।

इस के अलावा, पेइचिंग पैरा ऑलिंपिक के दौरान, पेइचिंग ने 17 सार्वजनिक बसों की विशेष लाइनें खोली हैं और 400 बाधा मुक्त बसें सड़कों पर चलेंगी। इस के साथ साथ,विकलांग लोगों के खेल प्रतियोगिताओं को देखने जाने के लिए पेइचिंग के अनेक सबवे स्टेशनों के द्वार पर लिफ्टों या नीचे ऊपर आ जाने वाले प्लेटफार्मों की व्यवस्था की गयी ।

विकलांग लोग समाज द्वारा प्रदत्त विभिन्न सुविधाओं का उपभोग करने के साथ साथ अपने तरीकों से ऑलिंपिक में भाग भी लेते हैं। पेइचिंग विकलांग कार्य कमेटी की दफ्तर के प्रधान श्री ली छ्येई माओ ने परिचय देते हुए बताया कि बड़ी संख्या में विकलांगों ने विभिन्न तरीकों से पेइचिंग पैरा ऑलिंपिक में भाग लिया है।

पेइचिंग शहर में कुल 12 हजार विकलांग लोगों ने पैरा ऑलिंपिक के स्वयं सेवक बनने का आवेदन पत्र दिया है। पूरे शहर में 680 विकलांग अभिनेता-अभिनेत्री पैरा ऑलिंपिक के उद्घाटन व समापन समारोह में भाग लेंगे। ऑलिंपिक व पैरा ऑलिंपिक के लिए पेइचिंग ने 10 हजार से ज्यादा उपहार प्रदान किए हैं, वे सब विकलांगों द्वारा बनाये गये हैं। विकलांग लोगों ने सच्चे माइने में ऑलिंपिक में भाग लेने की खुशी का उपभोग किया है।

ऑलिंपिक की खुशी का उपभोग करने के साथ साथ अधिक से अधिक विकलांग लोगों ने सामाजिक निर्माण में भाग लिया है। वे स्वस्थ लोगों के साथ मिलकर सुन्दर भविषय की रचना करते हैं और समान रूप से समाज की सभ्यता की उपलब्धियों का उपभोग करते हैं।

ह्वीलचेयर में बैठे वांग येन चीन के शीआन विद्युत मशीनरी निर्माण कंपनी के संस्थापक हैं और वे पेइचिंग पैरा ऑलिंपिक की मशाल रिले के एक मशाल धारक चुने गए । अनेक वर्षों में उन्होंने विकलांगों को मदद देते हुए लगातार नौ कल्याण कारखानों की स्थापना की, जिन में 200 से ज्यादा विकलांगों को रोजगारी दी गयी है। श्री वांग येन ने कहा कि वे विकलांग लोगों के लिए कुछ न कुछ करना चाहते हैं।

चिकित्सा, शिक्षा और रोजगारी आदि क्षेत्रों में विकलांगों को अनेक दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसलिए, इस कंपनी की स्थापना करने का हमारा मकसद विकलांगों की कुछ यथार्थ समस्याओं का समाधान करना है।

आज रात के उद्घाटन समारोह के बाद पेइचिंग पैरा ऑलिंपिक औपचारिक प्रतियोगिता के दौर में प्रवेश करेगा। अंतरराष्ट्रीय पैरालिंपिक कमेटी के अध्यक्ष श्री क्रावेन खेलों को देखने के लिए लोगों का जोशीला निमंत्रण करते हैं।

मैं खुद ही ह्वीलचेयर बास्केटबॉल के खिलाड़ी था। वह दुनिया में सब से कठिन खेल है। मैं सी आर आई के श्रोताओं को यह बताना चाहता हूं कि जब आप अपनी आंखों से पैरा ऑलिंपिक के मैच देखते हैं, तो आप को अवश्य ही बड़ा आश्चर्य महसूस होगा। आएं, आप लोग तैयार रहें ।

पेइचिंग पैरा ऑलिंपिक के प्रति विभिन्न देशों के खिलाड़ियों की अपनी अपनी उम्मीद है। चीनी प्रतिनिधि मंडल पेइचिंग पैरा ऑलिंपिक में भाग लेने वाला सब से बड़ा प्रतिनिधि मंडल है। चीनी पैरा ऑलिंपिक के प्रतिनिधि मंडल के नेता श्री वांग शिन श्यान ने कहा कि चीनी खिलाड़ी हर इवेंट में पूरी कोशिश करेंगे।

सभी इवेंटों में हमें पूरी कोशिश करनी है और अच्छी उपलब्धियां हासिल करनी है। इस के अलावा, पैरा ऑलिंपिक एक बहुत सामंजस्य व खुशी का मिलन समारोह है। विकलांगों का खेल भी लोगों को खुशी लाना चाहता है।

पैरा ऑलिंपिक न केवल सारी दुनिया के विकलांग लोगों का खेल समारोह है, बल्कि विकलांगों की सपना को साकार करने वाला प्लेटफार्म भी है, विकलांगों की स्वावलंबन भावना को प्रदर्शित करने का प्लेटफार्म है और विकलांग एवं स्वस्थ लोगों के एक ही दुनिया में रहकर समान रूप से खुशी का उपभोग करने का का आदर्श बढ़ाने वाला प्लेटफार्म भी है।

साझी दुनिया साझा सपना। आज रात, पेइचिंग पैरा ऑलिंपिक उद्घाटित हुआ है। आगामी 10 से ज्यादा दिनों में दुनिया के विभिन्न देशों व क्षेत्रों से आये विकलांग खिलाड़ी पेइचिंग में यथार्थ कार्यवाइयों से अपने को पार करने की भावना प्रदर्शित करेंगे और ऑलिंपिक की एकता, शांति व सामंजस्य की मूल्य विचारधारा अभिव्यक्त करेंगे।