2008-09-04 16:22:17

पेइचिंग पैरा ओलंपिक के लिए उच्च स्तर की स्वयं सेवा

पेइचिंग में 13 वें पैरा ओलंपिक को शानदार बनाने के लिए पैरा ओलंपिक के दौरान कुल 44000 स्वयंसेवक विभिन्न देशों व इलाकों से आए खिलाड़ियों, कोचों और मीडिया सदस्यों को सेवा देंगे । फिलहाल, सभी स्वयंसेवक अपना अपना काम शुरू कर चुके हैं और खेल प्रतियोगिताओं को उच्च स्तरीय सेवा प्रदान करने को तैयार हुए हैं ।

पेइचिंग पैरा ओलंपिक में भाग लेने वाले स्वयं सेवकों में से 90 प्रतिशत लोग ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में हिस्सा ले चुके हैं ,इसलिए स्वयंसेवा के क्षेत्र में उन्हें अच्छा अनुभव प्राप्त हुआ है । फिर भी पैरा ओलंपिक में विकलांग लोगों के साथ बेहतर संपर्क और आदान प्रदान करने तथा उन्हें श्रेष्ठ सेवा मुहैया करने के लिए स्वयं सेवकों ने विशेष प्रशिक्षण ले लिया है, यानी उन्होंने विकलांग लोगों के साथ शिष्टाचार के विशेष तौर तरीके , बाधा मुक्त सुविधाओं के कुशल इस्तेमाल, तथा ह्लीलचेयर ठेलने के तरीके सीखे । पेइचिंग विदेशी भाषा विश्वविद्यालय से आई सुश्री चो रून पेइचिंग पैरा ओलंपिक के मुख्य प्रेस केन्द्र में कार्यरत स्वयंसेवक है । उस का विचार है कि विकलांग लोगों को संतोषजनक सेवा देना सब से अच्छी सेवा है । उस ने कहाः

जब हम अंगभंग वाले व्यक्ति या ह्लीलचेयर पर बैठे व्यक्ति से मिले ,तो हम अवश्य घुटने पर नीचे झुक कर उन के साथ बातें करेंगे , हमारी नजर उन की नजर बराबरी पर होनी चाहिए, ताकि उन का सम्मान किया जाए । मदद देने के लिए पहले उन से मंजूरी लेनी चाहिए ।

पैरा ओलंपिक के दौरान चीनी स्वयं सेवकों के साथ विदेशी स्वयंसेवकों को भी प्रशिक्षित किया गया है । मुख्य प्रेस केन्द्र में स्वयंसेवा करने वाली जापानी छात्रा नाकायामा चिए पेइचिंग के छिंगह्वा विश्वविद्यालय में पढ़ती है। दोनों ओलंपिकों में वह स्वयंसेवक रही । श्रेष्ठ सेवा देने के लिए उस ने विशेष प्रशिक्षण ले लिया और पैरा ओलंपिक के बारे में विस्तृत जानकारी भी ले ली । उस ने कहा कि पैरा ओलंपिक को अच्छी तरह जानने से वह विकलांग खिलाड़ियों को उच्च स्तरीय सेवा दे सकती है ।

हालांकि पैरा ओलंपिक ओलंपिक से पैमाने पर छोटा है, लेकिन मेरे काम का स्वरूप नहीं बदला । स्वयं सेवक के लिए पैरा ओलंपिक का काम भारी होगा, मुझे और लगन तथा धैर्य से हरेक विकलांग खिलाड़ी व पत्रकार के साथ संपर्क करना है ।

स्वयं सेवकों के शिष्टाचार और सुक्ष्म सेवा से विश्व के विभिन्न स्थानों से आए खिलाड़ियों और पत्रकारों को बड़ी आत्मीयता महसूस हुई, उन्हें लगा,मानो वे अपने घर में वापस लौटे हों । पैरा ओलंपिक गांव में खिलाड़ियों के लिए इंटरनेट सेवा बार खोला गया है, रोज यहां बहुत से खिलाड़ी और कोच आते हैं । स्वयंसेवक चांग मुछन उन के दोस्त बन गये । श्री चांग ने कहा कि वह हमेशा मुस्कराते और मेहनत से उन की सेवा करते है । वह कह रहा हैः

हम स्वयंसेवक हमेशा मुस्कान के साथ उन का स्वागत सत्कार करते हैं, उन की जरूरतों को पूरा करने के लिए हम पूरी कोशिश करते हैं , ताकि उन्हें अहसास हो सके कि पेइचिंग आत्मीयता से भरपूर्ण है ।

पैरा ओलंपिक में भाग लेने वाले बहुत से विदेशी खिलाड़ी पहली बार चीन आए हैं, चीन के बारे में उन की जिज्ञासा पूरा करना स्वयंसेवकों का एक काम भी है । केन्या प्रतिनिधि मंडल को सेवा देने वाले ल्यांग छङ ने कहा कि ये अफ्रीकी मित्र बहुधा पहली बार चीन आए हैं । उन्हों ने तरह तरह के सवाल पूछे है, हम बड़े जोश व मैत्री के साथ जवाब देते हैं। इस से उन्हें अनुभव हुआ कि चीनी जनता मैत्रीपूर्ण और मेहमाननवाज है ।