गीत 1 पहाड़ी गीतों में चंद्रमा आकाश में निकला है
दोस्तो, कृपया सुनिए गायिका लांग ली रोंग द्वारा गाया गया यह गीत, जिस का शीर्षक है-- पहाड़ी गीतों में चंद्रमा आकाश में निकला है। श्री हू होंग यी और श्री ह छाओ ली ने साथ मिलकर इस गीत की रचना की है। गायिका लांग ली रोंग की भावपूर्ण आवाज में युवक और युवती के बीच हार्दिक प्यार की अभिव्यक्ति हुई है।
गीत के बोल हैं
पत्ते से बना भोंपू बजाने वाले लड़के तुम क्या कर रहे हो
क्या तुम्हें मालूम नहीं है कि मैं ने तुम्हें देखा था
लकड़ी पहाड़ पर रखी है
लेकि तुम अभी भी वहां हो
लाल सूरज पहाड़ के दूसरे ओर नदी में चला गया है
पहाड़ी गीतों में चंद्रमा आकाश में निकल रहा है
गीत गाने वाले के कदमों की आवाज़ नहीं सुनाई पड़ रही है
लेकिन गीत सुनने वाले का हाथ फिर भी हिल रहा है
पहाड़ी गीतों में चंद्रमा आकाश में निकला है
क्वांशी प्रांत की एक गायिका के रूप में लांग ली रोंग को अपनी जन्मभूमि के गीत अधिक पसंद हैं और वह अक्सर क्वांशी के लोकगीत गाती है।
सुनिए गायिका लांग ली रोंग द्वारा गाया गया एक प्रसिद्घ गीत, जिस का शीर्षक है-- धरती की गूंज। इस गीत में क्वांशी शहर में सुंदर जीवन के बारे में विभिन्न जातियों के लोगों का प्यार अभिव्यक्त हुआ है।
गीत के बोल हैं:
हम पहाड़ी गीत गाते हैं और मछुआरों का गीत गाते हैं,
आकाश में सफेद बादलों के टुकड़े विचर रहे हैं,
हम घास मैदान के चरवाहों का गीत गाते हैं।
हम उपवन में फूलों के खिलने का गीत गाते हैं,
लीची में मिठास पड़ने का गीत गाते हैं,
हम नदी से भी लम्बी दोस्ती के लिए गीत गाते हैं।
चांग ये चीन के लोकगीतों की दुनिया में बहुत प्रसिद्ध है, लोग अक्सर उन के गीत सुनने के बाद उस की प्रशंसा करते हैं। और उन के गीत गाने की विशेष शैली भी लोगों को बहुत पसंद है। कृपया सुनिए गायिका चांग ये द्वारा गाया गया एक मधुर गीत, जिस का शीर्षक है---पतझड़ का गीत। इस गीत को संगीतकार फे श्याओ पिन और फु ख ने साथ मिलकर गायिका चांग ये के लिए रचा है। गीत की लय लहरदार है और शब्द आसान हैं, यह गीत एक कविता जैसा है।
गीत के बोल हैं
बारिश समय पर होती है
नदी धीरे-धीरे बहती है
शाम को सूर्य की किरणों में रास्ते की हवा ठंडी है
सुंदर मैदान में आज की आशा मिल सकती है
सितंबर में सूरज सबसे सुंदर है
पतझड़ में हवा भी साफ है
मुबारक रास्ते पर बहुत लोग हैं
और यह मुबारक रास्ता लम्बा है।