2008-09-03 17:15:38

नारा और भावना

                                          

                                                  2008 पेइचिंग पैरा-ऑलंपिक का नारा और भावना

2008 पेइचिंग पैरा-ऑलंपिक का नारा एक ही संसार एक ही सपना है। जिस से जाहिर है कि एकता, मित्रता, प्रगति, सामंजस्य और भागीदारी की ऑलंपिक भावना, इन प्रकार की ऑलंपिक भावना जनता को और एकजुट कर सकती है और उज्ज्वल भविष्य प्राप्त करने के लिए एक साथ कोशिश कर सकती है। हालांकि विश्व के लोगों की विभिन्न जातियां हैं, विभिन्न भाषाएं हैं, हम एक साथ ऑलंपिक में भाग ले सकते हैं और शांति का सपना प्राप्त करने के लिए कोशिश कर सकते हैं। हम एक ही दुनिया में जीवन बिताते हैं, हमारे पास एक ही आशा और सपना है।

एक ही संसार एक ही सपने ने पेइचिंग ऑलंपिक की केंद्रीय भावना जाहिर की है। हरित ऑलंपिक, तकनीकी ऑलंपिक और सभ्यता ऑलंपिक पेइचिंग ऑलंपिक की तीन केंद्रीय भावनाएं हैं। सामंजस्यपूर्ण समाज का निर्माण करना और सामंजस्यपूर्ण विकास करना हमारी आशा और सपना है। हमें विश्वास है कि शांति, प्रगति, सामंजस्य, विकास, दोस्ती, सहयोग और समृद्धि विश्व लोगों का एक ही सपना है।

एक ही संसार एक ही सपना, बहुत सरल नारा है। यह चीन का नारा है और विश्व का नारा भी है। नारे में पेइचिंग लोग और चीनी लोगों के विश्व लोगों के साथ मातृभूमि का निर्माण करने, सभ्यता को आगे बढ़ाने और उज्ज्वल भविष्य बनाने की आशा प्रकट की गयी है जिस में 5000 साल के इतिहास वाली चीनी जाति के शांतिपूर्ण विकास करने, सामंजस्यपूर्ण समाज का निर्माण करने का लक्ष्य प्रकट किया गया है और 1 अरब 30 करोड़ चीनी लोगों की एक शांतिपूर्ण और समृद्ध दुनिया बनाने के लिए योगदान देने की आशा प्रकट की गयी है।

पैराऑलंपिक की भावना प्रगति, एकजुटता और सहयोग

प्रगति का केंद्रीय मतलब अपने आप को जीतना और नया रिकार्ड बनाना है। जिस से ऑलंपिक का लक्ष्य और विकलांग खेलों की विशेषता जाहिर होती है। इस से विकलांग खिलाड़ियों को कठिनाईयों को जीतते हुए विश्वास और प्रोत्साहन की भावना दी गयी है। प्रगति का मतलब विकलांग लोगों में भेदभाव न करना और मदद देना भी शामिल है।

एकजुटता से यह जाहिर है कि ऑलंपिक की एकता, शांति और सामंजस्य की भावना और चीन की प्रकृति और मानव के एकीकरण की परंपरागत भावना है जिस में मानव मानव के बीच, मानव और समाज के बीच, मानव और प्रकृति के बीच तीन क्षेत्र शामिल हैं।

सहयोग का मतलब विकलांग व्यक्ति विश्व के लोगों के साथ एक ही दुनिया, एक ही भविष्य बनाते हैं। विकलांग व्यक्तियों के पास ऑलंपिक खेल और सामाजिक जीवन में समान अधिकार हैं।