श्वेतुन त्योहार बुद्ध चित्र फैलाने, तिब्बती औपराओं की प्रस्तुति करने और दही खाने वाला त्योहार है । तिब्बती समाज के विकास के चलते वर्तमान में इस त्योहार के विषय और विविधतापूर्ण हो गये हैं । लेकिन आज तक बुद्ध चित्र फैलाना इस त्योहार के सब से महत्वपूर्ण प्रतीकों में से एक रहा है ।
30 तारीख की सुबह आठ बजे हज़ार वर्गमीटर विशाल बुद्ध शाक्यमनि का थांगखा चित्र द्रेपुंग मठ के पीछवाड़े पहाड़ पर धीरे धीरे फैलाया जा रहा था । जब यह चित्र पूरी तरह दर्शकों के सामने फैलाया गया , तो तत्स्थल पर खड़े सभी लोगों ने जयजयकार किया । फिर तिब्बती बौद्ध धर्म के अनुयायियों की प्रार्थना करने की आवाज़, मठों के शंखों की आवाज़ और भिक्षुओं की सूत्र सुनाने की आवाज़ लम्बे समय तक पहाड़ की तलहटी में गुंजती रही ।
पर्यटन को प्रमुख विषय बनाने वाला मौजूदा ल्हासा श्वतुन त्योहार एक हफते तक चलेगा, इसी दौरान तिब्बती ऑपेराओं की प्रस्तुतिय, पर्यटन शिखर मंच तथा पैदल यात्रा सम्मेलन के आयोजन से लोगों के एक स्थिर विकसित तिब्बत दिखाया जाएगा ।(श्याओ थांग)