छह देशों के राजाध्यक्षों ने《शांगहाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों का राजाध्यक्ष घोषणा-पत्र》जारी किया,《शांगहाई सहयोग संगठन वार्तालाप साझेदार संधि》की पुष्टि की और《शांगहाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों के संयुक्त आतंक विरोधी अभ्यास के संगठन व आयोजन से जुड़ी कार्यक्रम संधि》आदि महत्वपूर्ण दस्तावेज़ों पर हस्ताक्षर करने की रस्म में भाग लिया ।
चीनी राष्ट्राध्यक्ष श्री हू चिनथाओ ने शिखर-सम्मेलन में भाषण देते हुए संगठन के विकास में प्राप्त उपलब्धियों का उच्च मूल्यांकन किया और कहा कि वर्तमान में शांगहाई सहयोग संगठन को और घनिष्ठ रूप से एकजुट होकर चुनौतियों का समान रूप से मुकाबला करना चाहिए ।《 दीर्घकालीन अच्छे पडो़सियों जैसी मैत्रीपूर्ण सहयोग संधि》का सर्वांगींण कार्यान्वयन करना चाहिए, और चिरस्थाई शांति, समान समृद्धि वाले सामंजस्यपूर्ण क्षेत्र की स्थापना को एक दीर्घकालिक मिशन बना कर समान रूप से इस का कार्यान्वयन करना चाहिए । श्री हू चिन थाओ ने पांच सूत्रीय सुझाव पेश किए । पहला, रणनीतिक सलाह मशविरे को मज़बूत कर आपस में राजनीतिक विश्वास को सुदृढ़ बनाएं । दूसरा, सुरक्षा सहयोग को मज़बूत कर क्षेत्रीय शांति को बनाए रखें । तीसरा आर्थिक सहोयग को गहराएं और आपसी लाभ व समान जीत प्राप्त करे । चौथा, मानवीय सहयोग को मज़बूत कर मैत्री का पुल बनाएं । पांचवां खुले सिद्धांत का पालन कर क्षेत्रीय सामंजस्य का निर्माण करें ।
शांग हाई सहयोग संगठन के चार पर्यवेक्षक सदस्य यानी भारत , मंगोलिया , पाकिस्तान व ईरान के नेताओं व प्रतिनिधियों ने भी शिखर-सम्मेलन में भाग लिया ।(श्याओ थांग)