2008-08-27 15:24:35

विदेशी महिलाओं की दिली लम्बी दीवार हुंग छाओ बाजार

1995 में स्थापित हुंग छाओ बाजार एक आठ मंजिलों वाली इमारत है , जिस में तीन भूमिगत मंजिलें हैं और बाकी पांच मंजिलें जमीन के ऊपर है , समूचे बाजार में कुल 11 हजार से अधिक स्टालों में मुख्यतः मोती की बिक्रि की जाती है । पेइचिंग हुंग छाओ बाजार के कार्यालय के प्रधान वांग ली लुंग ने हमारे संवाददाता को परिचय देते हुए कहा कि हुंग छाओ बाजार में अब मुख्यतः मोती और मोती से तैयार आभूषण व कलात्मक कृतियां बेची जाती हैं । क्योंकि गत सदी के 80 वाले दशक के मध्य में हुंग छाओ बाजार मोती बेचने लगा , तब से लेकर अब तक बीसेक साल हो गये हैं । वर्तमान में समूचे चीन में मीठे पानी में पालने वाली मोती का वार्षिक उत्पादन एक हजार 6 सौ टन है , जबकि हुंग छाओ बाजार में हर वर्ष में कोई दो सौ टन से अधिक मोती बिक जाती है । इसलिये हुंग छाओ बाजार का सारे देश में मोती व्यवसाय में अहम महत्व है ।

प्रिय दोस्तो , पेइचिंग के बड़े डिपार्टमेंट स्टोरों में एक ऐसा बेहद चर्चित बाजार है , जहां मुख्य तौर पर मोती व मोतियों से तैयार आभूषण बेचे जाते हैं , विदेशी ग्राहकों की भीड़ नजर आती है और अंग्रेजी भाषा में मोल तोल करने की आवाज सुनाई देती है , और तो और विदेशी राजनेता और चीन स्थित विदेशी राजनयिक भी समय निकालकर यहां देखने आते हैं । यह बाजार चीन में सब से बड़े मोती बाजारों में से एक हुंग छाओ ही है।

1995 में स्थापित हुंग छाओ बाजार एक आठ मंजिलों वाली इमारत है , जिस में तीन भूमिगत मंजिलें हैं और बाकी पांच मंजिलें जमीन के ऊपर है , समूचे बाजार में कुल 11 हजार से अधिक स्टालों में मुख्यतः मोती की बिक्रि की जाती है । पेइचिंग हुंग छाओ बाजार के कार्यालय के प्रधान वांग ली लुंग ने हमारे संवाददाता को परिचय देते हुए कहा कि हुंग छाओ बाजार में अब मुख्यतः मोती और मोती से तैयार आभूषण व कलात्मक कृतियां बेची जाती हैं । क्योंकि गत सदी के 80 वाले दशक के मध्य में हुंग छाओ बाजार मोती बेचने लगा , तब से लेकर अब तक बीसेक साल हो गये हैं । वर्तमान में समूचे चीन में मीठे पानी में पालने वाली मोती का वार्षिक उत्पादन एक हजार 6 सौ टन है , जबकि हुंग छाओ बाजार में हर वर्ष में कोई दो सौ टन से अधिक मोती बिक जाती है । इसलिये हुंग छाओ बाजार का सारे देश में मोती व्यवसाय में अहम महत्व है ।

प्राचीन चीनी विशेषताओं वाली वास्तु शैलियों से युक्त हुंग छाओ बाजार में खरीददारी का गर्मागरम बिजनेज माहौल व्याप्त रहा है । हरेक स्टाल पर प्रदर्शित नाना प्रकार के मोती आभूषण व सजावटें देशी विदेशी ग्राहकों को मोह लेती हैं , लगभग सभी स्टालों के पास तीन पांच विदेशी पर्यटक खड़े हुए दिखाई देते हैं , जबकि दुकानदार बड़ी कुशलता से अंग्रेजी भाषा में अपने मालों का परिचय देने में व्यस्त हैं। यह सचमुच ही एक अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन तिजारती मालों का बाजार ही है ।

हुंग छाओ बाजार का अग्रेजी नाम है मोती बाजार । कहा जाता है कि कोई भी विदेशी पर्यटक पेइचिंग यात्रा पर यदि मोती बाजार नहीं जाता है , तो उन के लिये बड़े खेद की बात मानी जाती है । हुंग छाओ बाजार के कार्यालय के प्रधान वांग ली लुंग का कहना है कि बहुत से विदेशी दोस्त मोती खरीदने के लिये हुंग छाओ बाजार आते हैं । हम हर वर्ष में लगभग पांच, छै लाख विदेशी ग्राहकों का सत्कार करते हैं , जिन में अनेक देशों के शास्नाध्यक्ष और उन की पत्नियां भी शामिल हैं । क्योंकि हुंग छाओ बाजार विदेशियों के विचार के अनुसार विदेशी नारियों की दिली लम्बी दीवार है , इसलिये उन के लिये हुंग छाओ बाजार न आना एक खेदजनक बात ही है।

इस मोती बाजार में कुछ विदेशी ग्राहक अकेले या अपने घर वालों व मित्रों के साथ मोती लेने आते हैं , पर अधिकतर पर्यटक ग्रुपों में यहां आना काफी पसंद करते हैं । अमरीका से आये रेमोन्ट को चीन में काम किये हुए अनेक साल हो गये हैं , अब वे उत्तर पश्चिम चीन के निंगशा ह्वी स्वायत्त प्रदेश की राजधानी इन छ्वान के एक विश्वविद्यालय में अध्यापन का काम संभालते हैं , वे अकसर खरीददारी के लिये हुंग छाओ जाते हैं । इस बार वे पहली बार चीन पर आये अपने मित्रों को खरीददारी के लिय़े हुंग छाओ बाजार ले आए हैं ।

यह खरीददारी की एक अच्छी जगह है , यहां पर मोती व जेट पात्र उपलब्ध हैं , मैं यहां पर खुद द्वारा खरीदे गये मालों पर संतुष्ट हूं । यहां के दुकानदारों को अच्छी अंग्रेजी बोलना आता है । मैं उत्तर पश्चिम चीन के एक विश्वविद्यालय में पढाता हूं , मैं उन के इतने बढ़िया अंग्रेजी स्तर पर चमत्कृत हूं , खासकर यहां के अधिकतर दुकानदारों ने कोई नियमित अग्रेजी प्रशिक्षण नहीं लिया । इस बार मैं अपने मित्रों के लिये उपहार लेने आया हूं , पहले मैं ने अपने घर वालों के लिये कुछ उपहार लिये थे । जब मेरे घर वाले या मित्र पेइचिंग आते हैं , तो मैं अवश्य ही उन्हें खरीददारी के लिये यहां ले आता हूं ।

इस लेख का दूसरा भाग अगली बार प्रस्तुत होगा , कृपया इसे आगे पढ़ें ।