भाषण में हू चिन थाओ ने फिर एक बार कहा कि चीन शांतिपूर्ण विकास के रास्ते पर चलता रहेगा , परस्पर लाभ और समान जीत की खुली रणनीति पर अडिग रहेगा, शांतिपूर्ण विकास, खुले विकास व सहयोग के विकास करने की कोशिश करता रहेगा । चीनी जनता को आशा है कि दुनिया के विभिन्न देशों की जनता के साथ स्थायी शांति और सामान्य समृद्धि की सामंजस्यपूर्ण दुनिया बनाने के लिए कोशिश की जायेगी ।
भाषण में हू चिन थाओ ने दोनों देशों के संबंध के विकास में आर्थिक व्यापारिक सहयोग की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया, और चीन के तीस साल के सुधार और खुलेपन में प्राप्त उपलब्धियों को याद करते हुए सारांश किया।
भोज से पहले, हू चिन थाओ दक्षिण कोरिया के प्रधानमंत्री हान सेंग सू के साथ चीन और दक्षिण कोरिया के विश्व मेला के सहयोग और आदान-प्रदान पर विचार विमर्श किया ।
उसी दिन , हू चिन थाओ और ली मिंग बाक युवा प्रतिनिधियों से मिले और पेड़ लगाने की गतिविधि में शामिल हुए। हू चिन थाओ को आशा है कि दोनों देशों के युवा अच्छी तरह मित्र दूत बनकर चीन और दक्षिण कोरिया के मैत्रीपूर्ण सहयोग के लिए सक्रिय भूमिका अदा करेंगे।
उस दिन हू चिन थाओ कोरिया गणराज्य के संसद अध्य़क्षा किम हिओंग ओ और प्रधानमंत्री हान सेंग सू से भी मिले।
हान सेंग सू से मिलते समय, हू चिन थाओ ने कहा कि आज और भविष्य में दोनों देशों की सरकारें राजनीति के क्षेत्र में आदान-प्रदान मजबूत करेंगी, आपसी समझ और विश्वास बेहतर बनाएंगी, आर्थिक क्षेत्र में सहयोग गहरा करेंगी, मानवीय क्षेत्र में आदान-प्रदान को विस्तृत करेंगी, दोनों देशों के लोगों की मित्रता बढ़ाएंगी, अंतर्राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय मामले में समन्वय मजबूत करेंगी, दोनों देशों के हितों की रक्षा करेंगी।
किम हिओंग ओ से मिलते समय, हू चिन थाओ ने आशा की कि दोनों देशों की कानून निर्माण संस्थाएं और राजनैतिक जगतों के बीच आदान-प्रदान और सहयोग बेहतर बनाएंगे, ताकि चीन और दक्षिण कोरिया के बीच संबंधों का सतत आगे विकास बढ़ाने के लिए नया योगदान किया जा सके।
26 तारीख की दोपहर के बाद, दक्षिण कोरिया में हू चिन थाओ अपनी यात्रा समाप्त कर सोल से ताजिकिस्तान की यात्रा करने और शंघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रवाना हुए ।