इमाम मा च्येनरोंग के अनुसार, वे आम जनता से 1 लाख 20 हजार य्वान में एक किलो छ्योंगछाओ खरीदते हैं और कारखाने में प्रोसेसिंग करने के बाद एक किलो में दो तीन हजार से चार पांच हजार चीनी य्वान का मुनाफा हासिल कर लेते हैं।
शुरु में स्थानीय लोगों से कच्चा माल खरीदने के बाद इमाम केवल सरल प्लास्टिक बैग में रखकर दूसरों को बेच देते थे। अब बाजार की मांग बढ़ने के बाद उन्होंने उत्पाद की पैकिंग पर ज्यादा ध्यान देना शुरु किया है । उन्होंने भीतरी चीन के छङतु आदि शहर जाकर पैकिंग की डिजाइन और उत्पाद की अच्छी तरह पैकिंग करना सीखा, जिस ने बड़े हद तक बाजार प्रतिस्पर्द्धा शक्ति को उन्नत किया है। कई वर्षों के विकास के बाद, कारखाना का व्यापार दिन ब दिन बढ़ रहा है। कारखाने में अनेक पुराने उपभोक्ता हैं । चीन के भीतरी इलाके के छन तु, शांगहाई और क्वांग च्यो आदि विभिन्न शहरों में इमाम के उपभोक्ता हैं। रोज देश के विभिन्न स्थलों से आये उपभोक्ता या तुंग आकर वन संसाधन के उत्पाद खरीदते हैं। कुछ लोग खुद आने के अलावा, अपने परिवारजनों या मित्रों को भी यहां लाकर वन संसाधन के उत्पाद खरीदते हैं। इमाम मा च्येनरोगं ने संवाददाताओं से कहा कि पहले लोगों ने केवल सुना है कि या तुंग में अनेक वन संसाधन हैं, फिर भी कोई भी यहां नहीं आया। अब उन्हें पता लगा कि यहां के वन संसाधन प्रचुर हैं और किस्में भी ज्यादा हैं, इसलिए, पहले की तुलना में अब यहां अधिक लोग आने लगे हैं । इमाम मा ने कहा कि मालों के परिवहन के दौर तरीका भी बदल गया । पहले माल को या तुंग से गाड़ियों से ल्हासा भेजा जाता था और विमान द्वारा ल्हासा से देश के विभिन्न स्थलों को भेजा जाता था । अब छिंगहाई-तिब्बत रेल मार्ग के खुलने के बाद माल रेल गाड़ियों से देश के विभिन्न स्थलों तक भेजा जा सकता है। यातायात में सुविधा आने की वजह से यहां अधिक लोग आने लगे हैं। उन्होंने कहा:
"छिंगहाई-तिब्बत रेल मार्ग के खुलने के बाद यहां आने वाले लोगों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है। इस वर्ष या तुंग आकर वन संसाधन के उत्पादों को खरीदने के लिए लोगों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है।"
अब या तुंग काऊंटी में केवल वन संसाधन के विकास से स्थानीय जनता को 10 लाख चीनी य्वान की आमदनी होती है। या तुंग काऊंटी की सरकार द्वारा वन संसाधन के कारखाने का विकास करने से स्थानीय विशेषता वाले अर्थतंत्र का विकास हुआ है ।
वर्ष दो हज़ार छह के जुन के अंत में या तुंग कांउटी स्थित नथुरा दर्रा का सीमांत बाजार पुनः खोला गया । इस के बाद, स्थानीय सरकार ने वन संसाधन कारखाने को बाजार में दुकान खोलने के लिए प्रेरित किया। वे लोग तिब्बती औषधि छ्योंगछाओ और दूध के उत्पाद और ऊन、आदि उत्पादों से भारत के इत्र और हस्त-शिल्प आदि का माल खरीदते हैं।
खुद का जीवन बेहतर होने के साथ-साथ इमाम गांवों में गरीब चरवाहों को कभी नहीं भूलते हैं।उन के कारखाने में कार्यरत सभी मजदूर गांवों से आये हुए चरवाहे हैं। इन चरवाहों के लिए कारखाने में काम करना बहुत सौभाग्य की बात है। यहां उन्हें हर महीने 500 से 800 चीनी य्वान की आमदनी होती है और खाना-रहना मुफ्त है। इसलिए, वे लोग अक्सर यहां कई वर्षों तक रहते हैं। इमाम उन के साथ रहते हैं और खाना खाते हैं। वे बहुत मेल से एक साथ रहते हैं ।
इधर के वर्षों में देश के पश्चिमी भाग के जोरदार विकास की रणनीति और नए गांव की निर्माण नीति के कार्यान्वयन के तहत, देश ने चीन के तिब्बत में अनेक पूंजी निवेश किया है। छोटी या तु काऊंटी में भी भारी परिवर्तन आया है। इमाम ने कहा कि 20 वर्ष पहले, जब वे यहां आये, यहां ऊंची-ऊंची इमारतें नहीं थीं और सड़कें भी नहीं थीं। अब या तुंग में ऊंची-ऊंची इमारतें हैं और चौड़ी-चौड़ी सड़कें हैं। इमाम मा च्येरोंग ने कहा:
"पहले की तुलना में आज का या तुंग और ज्यादा खुला है। या तुंग के प्रति बाहरी दुनिया की समझ भी बढ़ी है।"
इमाम ने हमारे संवाददाता को बताया कि इधर के वर्षों में या तुंग वन संसाधन कारखाना के उत्पाद का अच्छा बाजार है। पहले वे अपने कारखाने के उत्पादों को ल्हासा आदि बड़े शहरों में लाते हैं, अब बड़े शहरों के होटल या रेस्तराएं खुद या तुंग आकर उन के उत्पादों को खरीदते हैं। इमाम का एक सपना है कि उन का कारखाना एक कंपनी में बदल जाए। उन्होंने अपने उत्पादों के ब्रांड के बारे में भी सोचा है । उन का कहना है:
"आइंदे मैं अपने उत्पादों को भीतरी इलाकों में बेचना चाहता हूं। मैं अपने कारखाना को एक कंपनी में बदलूंगा। मेरे उत्पादों के ब्रांड का नाम या लिन है, जिस का अर्थ या तुंग का वन संसाधन है।"
या तुंग में इमाम मा च्येनरोंग को अपना जीवन साथी भी मिला। उन्होंने एक सुन्दर तिब्बती लड़की से विवाह किया । अब उन के एक बेटा और एक बेटी है । वे बहुत खुशी से रहते हैं हमारे संवाददाता के साथ हुई इंटरव्यू के अंत में बाहर व्यक्तियों का निमंत्रण देते हुए कहा:
"सन्दर तिब्बत, खुला या तुंग विभिन्न तबकों के लोगों के आने का बड़ा स्वागत है।"