ताजिकस्तान के राष्ट्रपति एमोमाली राखमोनोव ने राजधानी दुशान्बे में संवाददाता के साथ इन्टरव्यू में कहा कि वे शांघाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों के शिखर परिषद सम्मेलन के दुशान्बे में आयोजन की प्रतीक्षा में हैं। उन्हें विश्वास है कि यह एक सफल मिलन समारोह होगा।
उन्होंने कहा कि ताजिकस्तान शांघाई सहयोग संगठन को भारी महत्व देता है, और अर्थतंत्र व अन्य क्षेत्रों में इस संगठन के सहयोग मुद्दों में सक्रिय रूप से भाग लेने को तैयार है। दुशान्बे शिखर सम्मेलन में उपस्थित विभिन्न देशों के शीर्ष नेता पिछले शिखर सम्मेलन के बाद प्राप्त सफलताओं पर विचार-विमर्श करेंगे। इस के अलावा शिखर सम्मेलन में विभिन्न सदस्य देशों के समान रूचि वाले मामलों पर चर्चा करने के साथ अनेक महत्वपूर्ण नये विचार, नये सुझाव व नये सहयोग मुद्दे भी पेश किये जाएगें।
क्षेत्रीय सुरक्षा व विकास में शांघाई सहयोग संगठन की भूमिका की चर्चा में श्री राखमोनोव ने कहा कि शांघाई सहयोग संगठन आतंकवादी, अलगाववादी व उग्रवादी की प्रहार शक्ति को प्रगाढ़ करेगा और विभिन्न सदस्य देशों के सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने की कोशिश करता रहेगा । एक खुले क्षेत्रीय संगठन के रूप में शांघाई सहयोग संगठन हमेशा से विस्तृत अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को सुदृढ़ करने का समर्थन करता आया है, और मध्य एशिया क्षेत्र को एक शांति, सहयोग, खुलेपन, समृद्धि व सामंजस्य क्षेत्र बनाने की कोशिश करता रहा है। विभिन्न सदस्य देशों की समान कोशिशों से शांघाई सहयोग संगठन ने क्षेत्रीय शांति व सुरक्षा की रक्षा और सामाजिक व आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।