2008-08-25 10:02:56

चीन में बाल-बच्चों के लिए स्नैक्स मार्गनिर्देशिका तैयार

आर्थिक विकास के साथ-साथ लोग भी अमीर बन रहे हैं , और यह बात भी नज़र में आ रही है कि बच्चों की जेब में स्नैक्स या खाने-पीने की चटपटी चीज़ें पहले से ज्यादा हो गयी हैं । पर हद से ज्यादा स्नैक्स खाकर मानव के शारीरिक स्वास्थ्य को फायदा नहीं , हानि ही पहुंचती है । इसीलिए चीन के स्वास्थ्य विभाग ने बच्चों के लिए स्नैक्स मार्गनिर्देशिका तैयार की है, जिसके अनुसार बच्चे वैज्ञानिक ढ़ंग से स्नैक्स ले सकते हैं ।

स्नैक्स का मतलब है , भोजन के समय के अलावा खाने वाली हल्की-फुल्की चीज़ें, मिठाई, बिस्केट आदि ,पर पानी नहीं । आज हर बच्चे के पास स्नैक्स होते हैं। इधर के दस वर्षों में चीनी बच्चों में स्नैक्स खाने की आदत बहुत बढ़ी है , वर्ष 2000 के बाद इस वृद्धि में और तेज़ी हुई है । पर स्नैक्स खाने से बच्चों के स्वास्थ्य में कुछ समस्याएं भी पैदा हुई हैं । वर्ष 2007 चीनी रोग रोकथाम व नियंत्रण केंद्र द्वारा की गयी एक जांच-पड़ताल के मुताबिक 60 प्रतिशत चीनी बच्चे रोज़ कोई न कोई स्नैक्स खाते हैं ।

इधर के वर्षों में चीनी बच्चों के मां-बाप का ख्याल है कि स्नैक्स खाने का कोई फायदा नहीं है। लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि अगर हद से ज्यादा स्नैक्स ना खाए जाएं , तो स्नैक्स खाने का अच्छा पहलू भी है । चीनी रोग रोकथाम व नियंत्रण केंद्र की डॉक्टर यू तुंग मेई ने कहा , हमें वैज्ञानिक तौर पर स्नैक्स की जानकारी प्राप्त करनी चाहिए । हद से ज्यादा स्नैक्स खाना बिल्कुल अच्छा नहीं है , क्योंकि बच्चे ज्यादा स्नैक्स खाकर खाना खाते समय पूरा खाना नहीं खाना चाहते हैं और इससे उन में कुपोषण और मोटापे का रोग पैदा हो सकता है । लेकिन उचित तौर पर स्नैक्स खाना बच्चों के स्वास्थ्य के लिए अच्छा भी है । दो बार के भोजन के बीच लोगों को कभी-कभी भूख लगती है , तो इस समय कुछ स्नैक्स खाना सही है ।

विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चों को स्नैक्स से भी कुछ आवश्यक पौषक तत्व मिल सकते हैं। जब बच्चे तेज़ी से बढ़ रहे होते हैं तो उन के शरीर की मांग भी अधिक होती है , तब उन्हें स्नैक्स खाने से ज़रूरी ऊर्जा और पौषक तत्व प्राप्त हो सकते हैं । चीन में 3 से 17 उम्र के बच्चों के खाद्य पदार्थों में स्नैक्स खाने से 7.7 प्रतिशत ऊर्जा , 17.9 प्रतिशत विटामिन सी, 9.9 प्रतिशत कैल्शियम और 9.7 प्रतिशत विटामिन ई की आपूर्ति होती है ।

इस दृष्टि से चीनी बच्चों को स्नैक्स खाने से रोकना नहीं चाहिए , बल्कि उन्हें वैज्ञानिक रास्ते पर डालना चाहिए । इस उद्देश्य में चीनी पोषण विशेषज्ञों ने इस विषय में विस्तृत रूप से जांच-पड़ताल की , और अमेरिका तथा हांगकांग के बच्चों के लिए स्नैक्स मार्गनिर्देशन के आधार पर चीनी मुख्य भूमि के बच्चों के लिए स्नैक्स मार्गनिर्देशिका तैयार की ।

इस मार्गनिर्देशिका में बच्चों को 3 से 5 साल , 6 से 12 साल तथा 13 से 17 साल तक उम्र वाले तीन समूहों में बांटा गया है , और उन्हें स्नैक्स के प्रति वैज्ञानिक और लोकप्रचलित मार्गनिर्देशक राय प्रदान की गयी है। इस में आम रायें भी शामिल हैं जैसे बच्चों को ताजा, प्राकृतिक और आसानी से हज़म होने वाले स्नैक्स प्रदान करने चाहिएं और इन्हें अधिक दूध, फल, सूखे मेवे व सब्जियों से बने स्नैक्स खिलाने चाहिएं , पर तली हुईं या हद से ज्यादा मीठी या नमकीन चीज़ें नहीं देनी चाहिएं । चीनी रोग रोकथाम व नियंत्रण केंद्र के पौषण व खाद्य पदार्थ सुरक्षा प्रतिष्ठान की उप प्रधान सुश्री त्साई फंग ईंग ने कहा , तीन से पांच साल के उम्र वाले बच्चे प्रौढ़ों का अनुकरण करने में बहुत तेज़ होते हैं । वे कभी-कभी अपने मां-बाप,नर्स और अध्यापकों का अच्छा अनुकरण करते हैं । जैसे अगर मां-बाप कहें कि गाजर खाने का फायदा नहीं है , तो वे अवश्य ही गाजर नहीं खाएंगे । इस स्थिति में बच्चों की देखभाल करने वालों को ठोस स्थितियों के अनुसार बच्चों के लिए स्वास्थ्य-वर्धक स्नैक्स तैयार करने चाहिएं ।

उन्हों ने कहा कि छोटे बच्चों के लिए स्नैक्स खाते समय दांत संरक्षण को बहुत महत्व दिया जाना चाहिये । और उन्हें एक दिन में हद से अधिक स्नैक्स नहीं खिलाए जाने चाहिएं । दिन में तीन-चार बार स्नैक्स खाना ठीक है । उन से कुछ साल बड़े बच्चे जैसे 13 से 17 साल के उम्र वाले बच्चों को स्वास्थ-वर्धक व लाभदायक स्नैक्स खिलाए जाने चाहिएं,और स्नैक्स खाने के जरिये मोटापन घटाने की कोशिश करना बेकार है ।

चीनी बच्चों और उन के मां-बाप को अच्छा मार्गनिर्देशन देने के लिए चीनी बच्चों के लिए स्नैक्स मार्गनिर्देशिका में बहुत से चार्ट भी बनाए गए हैं । चीनी रोगरोधन और नियंत्रण केंद्र के पौषण व खाद्य पदार्थों की सुरक्षा प्रतिष्ठान के उपप्रधान श्री चांग बिंग ने कहा , हम ने स्नैक्स मार्गनिर्देशिका में दस किस्म के चार्ट बनाए हैं जिन में अभी तक हम ने इस संग्रहालय के 400 से अधिक किस्मों के स्नैक्स शामिल किए हैं , और उन में पौषक तत्वों की जानकारियां भी दीं हैं ।

इन चार्टों के आधार पर चीनी बच्चों के लिए स्नैक्स मार्गनिर्देशिका में स्नैक्स को तीन ग्रुपों में बांटा गया है यानि अक्सर खाने योग्य , उचित तौर पर खाने योग्य और प्रतिसीमित रूप से खाने वाले स्नैक्स इत्यादि । विशेषज्ञों के विचार के मुताबिक क़ॉटन कैंडी, हाई प्रेशर में तले हुए खाद्य पदार्थ और चॉकलेट पाई आदि स्नैक्स का अक्सर खाना परिसीमित ही करना चाहिये । ऐसे खाद्य पदार्थ एक हफ्ते में एक ही बार खाना भी कम नहीं है । पर सूखा बीफ , काली च़ाकलेट और कॉफी आदि एक हफ्ते में कई बार खा सकते हैं । उधर उबले हुए अंडे ,दूध , सूखी सोयाबीन, और सूखा मीठा आलू आदि खाद्य पदार्थों के प्रति कोई मनाही नहीं है ।

विशेषज्ञों का यह विचार भी है कि स्नैक्स के उत्पादकों को स्नैक्स की पैकिंग पर इस की कैलोरी और इस के शरीर पर पड़ने वाले प्रभाव संबंधी जानकारी भी छापनी चाहिए । इस तरह लोग अपनी आवश्यकता के अनुसार स्नैक्स चुन सकते हैं ।