20 अगस्त की रात को पेइचिंग विज्ञान व तकनालोजी विश्वविद्यालय के स्टेडियम में 58 किलो वर्ग की पुरुष थाइ क्वोंग डो प्रतियोगिता के फाइनल मैच में अफगान खिलाड़ी रुहुल्ला नेपाई कांस्य पदक जीतकर अपनी मातृभूमि अफगानिस्तान के लिये प्रथम आलम्पिक पदक का इतिहास रचा । 21 अगस्त को उन्हों ने चाइना रेडियो इंटरनेशनल के साथ विशेष बातचीत की ।
खिलाड़ी रुहुल्ला नेपाई ने 20 अगस्त को अपने प्रथम मैच में काफी आसानी से जर्मन प्रतिद्वंद्वी को हरा दिया , लेकिन वे मैक्सिको के खिलाड़ी पेरेज के मुकाबले में हार गये । अंत में उन्हों ने अपना हौसला बढाकर क्रमशः ब्रिटेन व स्पेन के खिलाड़ियों को शिकस्त कर कांस्य पदक जीत लिया । विजय पाने के बाद वे इतने भावविभोर हो गये कि अपनी उपलब्धि पर विश्वास करने का साहस भी नहीं रहा ।
सब से प्रसन्नता की बात यह है कि मैं ने अफगानिस्तान के लिये प्रथम आलम्पिक पदक बटोर लिया है । जब मैं ने पुरस्कार मंच पर खडा होकर अपने सीने पर कांस्य पदक देखा , तो मैं अपने आंसूओं को रोकने में असमर्थ होकर रो पड़ा । मैं इस पदक को अपनी सब से प्यारी मातृभूमि और जनता को भेंट कर दूंगा ।
प्रतियोगिता की समाप्ति पर खिलाड़ी रुहुल्ला नेपाई द्वारा कांस्य पदक जीतने की खबर से पूरे अफगानिस्तान में धूम मची । उसी रात को राष्ट्रपति करजाई और कुछ सर्वोच्च अफगान अधिकारियों ने रुहुल्ला नेपाई को बधाई देने के लिये संदेश भेज दिये । इस बात की चर्चा में खिलाड़ी रुहुल्ला नेपाई ने भावावेश में आकर कहा
कुछ सर्वोच्च अधिकारियों ने मुझे बधाई देने के लिये फोन किया । वे मुझ पर खुश व गर्व महसूस करते हैं । समूची अफगान जनता मेरी वापसी की प्रतीक्षा में है और वह मेरे लिये भव्य समारोह आयोजित करने को तैयार है । सब से आश्चर्य की बात यह है कि खुद राष्ट्रपति ने भी मुझे बधाई देने पर फोन किया , मैं सचमुच ही खुश किस्मत हूं ।
इधर सालों में पाकिस्तान से सटे अफगान स्वर्णिम तिकोना धीरे धीरे म्यांमार के स्वर्णिम तिकोना क्षेत्र की जगह लेकर विश्व में सब से बड़ा जहरीली वस्तुओं का बागान बन गया । बहुत से अफगान युवा जहरीली उपजों की उगाई की वजह से मादक पदार्थों के शौकीन रह गये, इस से अफगान नागरिकों के स्वास्थ्य पर गम्भीर कुप्रभाव पड़ा है । इसे लेकर रुहुल्ला नेपाई ने चिन्ताजनक लहजे में संवाददाता से कहा
मुझे आशा है कि अधिकाधिक अफगान युवा खेलकूद व्यवसाय में शामिल होकर विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अफगान राष्ट्रीय धव्ज फहरायेंगे और अधिक से अधिक पदक जीत पाएंगे । मैं अफगान युवाओं को यह सलाह भी देना चाहता हूं कि वे मादक पदार्थों से दूर रहें और अपने स्वास्थ्य को बनाये रखने के लिये खेलकूद व्यायाम में भाग लें ।
कोच बाहिर टाराकी भी खिलाड़ी रुहुल्ला नेपाई की विजय पर अत्यंत प्रसन्न हैं । उन का विचार है कि रुहुल्लाह नेपाई की विजय अपनी विजय ही नहीं , अफगानिस्तान की विजय भी हैं ।
अफगानिस्तान को आलम्पिक महा परिवार में शामिल हुए 70 साल हो गये हैं , पर यह पहली बार पदक पाप्त हुआ है । मेरे पास अपने तत्कालीन मनोभाव का वर्णन करने का कोई शब्द नहीं रहा । प्रतियोगिता में रुहुल्ला के उतरने से पहले मुझे आशा है कि हम अफगान जनता को खुश खबरी ला देंगे और हमारी सफलता के जरिये मेरे देशबंधुओं को जगा देंगे, आखिरकार एकजुट अफगानस्तान अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अधिक सम्मान जीत सकेगा । मेरी कामना है कि मेरी मातृभूमिक राजनीति , संस्कृति और खेलकूद जैसे विभिन्न क्षेत्रों में अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्द्धाओं में अपनी अच्छी छवि कामय करे और अपनी प्रभावसाली शक्ति को बढ़ावा दे ।
रिपोर्ट के अनुसार अफगान आलम्पिक कमेटी के अध्यक्ष महमद अंवार जगदालाक ने रुहूल्ला नेपाई के असाधारण प्रदर्शन की भूरि भूरि प्रशंसा की । उन्हों ने संकेत दिया है कि एक गैर सरकारी संस्था ने रुहुल्ला नेपाई को 50 हजार अमरीकी डालर पुरस्कार के रुप में देने का वायदा किया है , इस के अतिरिक्त अफगान सरकार रुहुल्ला नेपाई को एक फ्लेट का पुरस्कार भी देगी ।
चीनी गोताखोरी टीम ने मौजूदा आलम्पिक खेल समारोह में सात स्वर्ण पदक अपनी झोली में भर लिये हैं , जो इस इवेंट के कुल 8 स्वर्ण पदकों से एक कम हैं । वाटर क्यूब की गत दो साप्ताहिक प्रतियोगिताओ में चीनी गोताखोरी टीम ने असाधारण उपलब्धियां हासिल की है , जिस से विदेशी खिलाड़ियों की ओर से सम्मान और तारीफ जीत ली है।
कनाडा की गोताखारी खिलाड़िन हेमानस ने 21 अगस्त को हुई महिला दस मीटर स्प्रिंग बार्ड की प्रतियोगिता में रजत पदक जीत लिया , जब कि वे 16 वर्ष से कम चीनी चैम्पियन छन रोउ लिन से हार गयीं । उन्हों ने कहा कि प्रतियोगिता में उन्हों ने बड़ा प्रयास किया है , पर छन रोउ लिन का प्रदर्शन उन से बढ़कर है , प्रशंसनीय है ।
मुझे मालूम है कि हमारे बीच का फासला बहुत कम है , लेकिन छन रोउ लिन एक सर्वश्रेष्ठ खिलाड़िन हैं , वे हमेशा इसी इवेंट में अग्रसर हैं . इस बार वे इस के अपवाद भी नहीं हैं । वे विजेता रही हैं ।
वास्तव में छन रोउ लिन प्रतियोगिता के चार दौरों के बाद कनाडियन हेमानस के बाद दूसरे नम्बर पर हैं , इस का अर्थ है कि पांचवां दौर जीत हार का निर्णांयक दौर ही है । जब सब लोग इस दौर पर बेहद चिन्तित हैं , तो छन रोउ लिन स्प्रिंग बार्ड पर बड़े धैर्य के साथ अपना अंतिम प्रदर्शन बड़े ढंग से पूरा कर लिया है । जब उन के इस असाधारण प्रदर्शन को 100.30 अंक मिले , तो पूरे वाटर क्यूब में एकदम धूम मचाई गयी , सब दर्शकों ने उन्हें बधाई देने के लिये जोर से तालियां बजायीं और जयजयकार किया ।
याद रहे , प्रथम बार आलम्पिक में हिस्सेदार छन रोउ लिन ने यह कमाल कर दिया है कि चीन के लिये इसी इवेंट का स्वर्ण पदक फिर जीत लिया है , पिछले 12 सालों से पहले चीनी गोताखोरी टीम ने इस स्वर्ण को बटोर लिया था , पर बाद में दो बार यह पदक खो दिया ।
दूसरे देशों के खिलाड़ी छन रोउ लिन के प्रशंसक बन गये हैं । अमरीकी अनुभवी खिलाड़िन विलकिंसोन ने कहा कि मौजूदा आलम्पिक अपना अंतिम आलम्पिक है , छन रोउ लिन ने उन पर अमिट छाप छोड़ रखी है ।
मेरा ध्यान दूसरे खिलाड़ियों की प्रतियोगिताओं पर ज्यादा नहीं गया । पर मुझे मालूम है कि प्रतियोगिता के अंतिम दौर में छन रोउ लिन भारी दबाव के मुकाबले में सफल हुई हैं , इस से मुझ पर गहरी छाप छोड़ी गयी है ।
बहुत से चीनी गोताखोरी खिड़ाली प्रतियोगिता की कूंजीभूत कड़ी पक अपनी असाधारण अडिगता बनाये रखे हुए हैं । कनाडियन गोताखोरी कोच और पूर्व चीनी राष्ट्रीय टीम की सदस्या ली ई ह्वा ने कहा कि चीनी गोताखोरी खिलाडी एक से एक बढ़कर हैं , उन का धैर्य और इरादा उन के सहउम्र वालों से कहीं अधिक बेहतर है ।
वे बहुत कम उम्र में गोताखोर सीखने लगे है , अनेक वर्षों के अभ्यास से उन का स्तर भी बड़ी हद तक उन्नत हो गया है । चीनी गोताखोरी खिलाड़ियों में प्रतियोगिताओं में कोई तनाव नहीं है , उन के लिये कोई खास बात नहीं , केवल एक प्रतियोगिता ही है । मौजूदा आलम्पिक प्रतियोगिताओं में उन्हों ने दर्शकों से बड़ा प्रोत्साहन व समर्थन प्राप्त किया है , इसलिये उन्हों ने आसाधारण प्रदर्शन दिखा दिया है ।
अथम प्रसास , कठोर अभ्यास और दृढ़ इरादा तथा एक दूसरे से प्यार व मदद की भावना ने चीनी गोताखोरी टीम को अपराजेय टीम का रूपधारण कर लिया है ।
![]() |
![]() |
16A Shijingshan Road, Beijing, China. 100040 |