प्रिय मित्रो , पहले हम इसी कार्यक्रम में शाही उद्यान के नाम से नामी समर पलेस के कुछ पर्यटन स्थलों का दौरा कर चुके हैं । आज हम आप के साथ इस उद्यान का दौरा करने जा रहे हैं ।
1992 में यह लम्बा बरामदा विश्व में सब से लम्बे पुराने गलियारे का रूप देकर गिनिस विश्व रिकार्ट में शामिल किया गया । साथ ही यह अलग पहचान वाला लम्बा बरामदा देशी विदेशी पर्यटकों के सब से मनचाहे पर्यटन स्थलों में से एक भी है , पर्यटक यहां पर न केवल झील व पर्वत के मनोहर दृश्यों का लुत्फ ले सकते हैं , बल्कि रंगीन चित्रित चित्रों से चीन की पुरानी संस्कृतियों से परिचित भी हो सकते हैं । पोलैंड से आयी पर्यटक एवा कई बार चीन आ चुकी है । हर बार वह अवश्य ही समर पेलेस की सैर करने आती है । उस ने लम्बे गलियारे की प्रशंसा में कहा कि लम्बा गलियारा सचमुच अत्यंत खूब सूरत है , मैं विश्व के किसी भी क्षेत्र पर इतना सुंदर गलियारा कभी नहीं देखा , खास कर पुनः मरम्मत करने के बाद इस लम्बे गलियारे ने और चार चांद लगा दिये हैं।
शाही उद्यान के रूप में समर पेलेस में दर्शनीय दृश्यों व बड़ी संख्या में ऐतिहासिक व सांस्कृतिक अवशेषों को देखने के अतिरिक्त अलग ढंग के शाही भोजन मिलने की एक विशेष जगह भी है और वह है थिंग ली भवन । थिंग ली भवन समर पेलेस के 13 प्रमुख निर्माणों में से एक है और वह 1750 में स्थापित हुआ था , तत्काल में यहां राजाओं , रानियों और शाही परिवार जनों का औपेरा देखने व मनोरंजन करने का स्थल था । 1949 में नये चीन की स्थापना के बाद यहां विभिन्न देशों के आदरणीय मेहमानों का सत्कार करने का अखाड़ा बना , जिस में सब से प्रसिद्ध वान शाओ हाँल में क्रमशः सौ से ज्यादा विदेशी राज्याध्यक्षों व शास्नाध्यक्षों का सत्कार किया । अब यह स्थल शाही भोजन बनाने वाले पुराने रेस्तोरां की हैसियत से देशी विदेशी ग्राहकों को अपनी ओर खिंच लेता है । चीनी पाक कला को प्रदर्शित करने और शाही भोजन को व्यापक ग्राहकों की सेवा में लाने के लिये विशेष तौर पर अनुसंधान कार्यालय भी कायम हो गया ।
थिंग ली भवन पुरानी वास्तु निर्माण शैली से युक्त है , सभी सेवक पुराने शाही महल के पोशाक पहने हुए हैं । यहां आने पर ग्राहक मानो शाही मेस में आये हो , और तो और यहां के हरेक भोजन के पीछे एक मर्मस्पर्शी कहानी भी छिपी हुई है , ग्राहकों को स्वादिष्ट भोजन चखने के साथ साथ सेवकों से नाना प्रकार की दिलचस्प कहानियां सुनने को भी मिलती हैं ।
श्री चाओ थुंग ई को इस रेस्तोरां में काम किये हुए तीसेक साल हो गये हैं । उन्हों ने कहा कि थिंग ली भवन की निर्माण शैली छिंग राजवंश की है , उस की भीतरी सजावटें भी छिंग शैलियों के आधार पर लगायी गयी हैं , ताकि ग्राहकों को यहां आने के बाद एक अलग ढंग का आभास दे सके।
समर पेलेस में एक अन्य विशेषता वाला पर्यटन स्थल है दक्षिण चीन की वास्तु निर्माण शैलियों पर स्थापित सू चओ सड़क । सू चओ सड़क का दूसरा नाम है खरीददारी सड़क । इस सड़क के दोनों किनारों पर चाय घर , बार और नाना प्रकार की दुकानें उपलब्ध हैं । कई सौ साल पुरानी शैलियों से युक्त यह सड़क समर पेलेस में मनोरंजन करने व खरीददारी करने का अच्छा स्थल ही है । 1992 से हर वसंत त्यौहार के उपलक्ष में यहां पर विशाल सिंह नृत्य और रोचक शाही क्रीड़ा जैसे मनोरंजक प्रोग्राम प्रस्तुत किये जाते हैं ।
पेइचिंग ऑलम्पिक खेल समारोह की अगवानी के लिये समर पेलेस ने न सिर्फ पर्यटन स्थलों और विभिन्न प्रकार के संस्थापनों की मरम्मत की है , बल्कि बहुत सी सुविधाजनक सेवाएं भी उपलब्ध करायी हैं । मसलन पर्यटन स्थलों के परिचय बोर्डों में चीनी व अंग्रेजी के बजाये अनेक विदेशी भाषाएं भी लिखी गयी हैं , साथ ही समर पेलेस में दो दस किलोमीटर लम्बी अबाधित विशेष पर्यटन लाइनें भी खोली गयी हैं । सुश्री ली खुन ने बहुभाषी सेवा की चर्चा में कहा कि विभिन्न पर्यटन स्थलों पर निश्चित गाइटों के अलावा चीनी , अंग्रेजी, रूसी , फ्रीसीसी , जापानी , कोरियाई और जर्मन भाषाओं के गाइट भी लगाये गये हैं , यह सेवा आम तौर पर विदेशी पर्यटकों की मांग पूरी हो गयी है ।
अच्छा श्रोताओ , यदि आप चीन की यात्रा आयेंगे , तो समर पेलेस में घूमने मत भूलियेगा ।