तीन वर्गकिलोमीटर विशाल समर पेलेस मुख्यतः वान शाओ और खुन मिंग झील दोनों पर्यटन स्थलों में बटा हुआ है । यह चीन के अंतिम सामंती राजवंश छिंग राज्य का एक शाही बगीचा था । दो दिसम्बर 1998 को युनेस्को ने विधिवत रूप से समर पेलेस को विश्व सांस्कृतिक विरासत सूची में शामिल कर लिया ।
प्रिय दोस्तो , आप जानते ही हैं कि पेइचिंग आलम्पिक खेल समारोह निकट आ रहा है , इसी मौके पर बहुत से देशी विदेशी दोस्त अपनी आंखों से तगड़ी प्रतियोगिताओं को देखने और पेइचिंग की सैर करने के लिये तत्पर हैं । आज के इस कार्यक्रम में हम आप को पेइचिंग शहर के विख्यात प्राचीन शाही उद्यान समर पेलेस का दौरा करने ले चलते हैं ।
चीनी उद्यान कला दुनिया में विश्वविख्यात है । उत्तर पश्चिम पेइचिंग शहर स्थित समर पेलेस चीन में सब से अच्छी तरह सुरक्षित शाही उद्यान माना जाता है । यहां पर एक विशाल प्राकृतिक म्युजियम की तरह चीनी वास्तु कलाएं , अपनी विशेष संस्कृति और शिल्प कलाओं जैसी विविधतापूर्ण वस्तुएं अत्यंत चमत्कृत हैं । अतः यहां देशी वासियों के लिये ही नहीं , बल्कि विदेशी पर्यटकों के लिये मनपसंद पर्यटन गंतव्य स्थलों में से एक बन गया है।
तीन वर्गकिलोमीटर विशाल समर पेलेस मुख्यतः वान शाओ और खुन मिंग झील दोनों पर्यटन स्थलों में बटा हुआ है । यह चीन के अंतिम सामंती राजवंश छिंग राज्य का एक शाही बगीचा था । दो दिसम्बर 1998 को युनेस्को ने विधिवत रूप से समर पेलेस को विश्व सांस्कृतिक विरासत सूची में शामिल कर लिया ।
समर पेलेस में सौ से ज्यादा प्राचीन भवन निर्माण , बीस से ज्यादा छोटे बड़े प्रागण और एक हजार छै सौ से अधिक प्राचीन पेड़ पाये जाते हैं । जिन में फो श्यांग को मंडप , लम्बा गलियारा , पत्थर जहाज , सू चओ सड़क और 17 छेदों वाला पुल और महा औपेर मंच जैसे निर्माण लोकप्रिय प्रतिनिधित्व वाले भू दृश्य बन गये हैं । साल भर में देशी विदेशी पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है । समर पेलेस के प्रबंधन विभाग में कार्यरत सुश्री ली खुन ने इस का परिचय देते हुए कहा कि समर पेलेस चीनी उद्यान के इतिहास में एक मील पत्थर और विश्व स्तरीय सांस्कृतिक निधि की हैसियत से हर वर्ष में कोई दस लाख से अधिक देशी विदेशी पर्यटकों का सत्कार करता है , जिन में समुद्रपारीय पर्यटकों की संख्या 15 प्रतिशत से अधिक है , अब उस ने पेइचिंग शहर की संभ्यतापूर्ण छवि और विदेशों के साथ आदान प्रदान का अहम झरोखे का रुप लिया है ।
समर पेलेस का प्राकृतिक दृश्य दर्शनीय ही नहीं , बल्कि एक ऐतिहासिक व सांस्कृतिक म्युजियम भी है । यहां के प्राचीन निर्माणों में प्रदर्शित हरित कांस्य पात्र , चीनी मिट्टी बर्तन , जेट पात्र , लिपि व चित्र कलाएं , कसीदा वस्तुएं और दुर्लभ बेमूल्य पत्थर कलात्मक चीजें आदि सांस्कृतिक वस्तुएं चीन की प्राचीन संभ्यता ही नहीं , बल्कि चीनी संस्कृति की केंद्रित अभिव्यक्ति भी हैं । इधर सालों में समर पेलेस के प्रमुख रमणीय स्थलों की भिन्न हद तक मरम्मत की गयी है , जिस से इस ऐतिहासिक मशहूर उद्यान में नया निखार आया है । सुश्री ली खुन ने इस की चर्चा में कहा कि विश्व सांस्कृतिक विरासत के रूप में सरकार हर वर्ष में समर पेलेस के संरक्षण में बड़ी मानवीय व भौतिक शक्तियां जुटा देती है , ताकि इस शाही उद्यान का मूल रूप व उस की भव्यता हू ब हू बरकरार रखा जा सके ।
लम्बा गलियारा वान शो शान पर्वत की दक्षिण ओर अवस्थित है , उस की कुल लम्बाई 728 मीटर है और वह चीन में सब से लम्बा पुराना बरामदा ही है , शुरू में यह लम्बा बरामदा वर्षा और बर्फबारी मौसम में शाही परिजनों को रमणीय प्राकृतिक सौंदर्य का आनन्द उठाने के लिय़े विशेष तौर स्थापित किया गया था । बरामदे के सभी खंभों पर कुल 800 से अधिक सुंदर चीनी स्याही चित्रों का चित्रण किया गया , चित्रों में मानव आकृतियां चीनी प्रसिद्ध प्राचीन उपन्यासों पर आधारित तैयार हो गयी हैं ।
इस लेख का दूसरा भाग अगली बार प्रस्तुत होगा , कृपया आगे इसे पढ़ें ।