2008-08-17 16:18:04

पेइचिंग ओलंपिक में कोई विफल वाला नहीं है

2008 पेइचिंग ओलंपिक में विश्व के 204 देशों और क्षेत्रों से दस हजार से ज्यादा खिलाड़ी भाग ले रहे हैं, किन्तु मौजूदा ओलंपिक में कुल स्वर्ण पदक 303 हैं , इस का यह मतलब है कि अधिकांश खिलाड़ियों को स्वर्ण पदक नहीं मिल सकता । परन्तु उन सभी के मुख पर मुस्कान खिली हुई है , जो ओलंपिक भावना भागीदारी का प्रतिबिंब है , दरअसल ओलंपिक में कोई विफल वाला नहीं है , जो 303 स्वर्ण पदक हैं , वे सभी खिलाड़ियों के लिए हैं।

यह है पेइचिंग ओलंपिक के उद्घाटन समारोह का विषयक गीत है , जिस का नाम है मैं और आप । इस गीत से ओलंपिक भावना के आह्वान में विश्व के विभिन्न देशों, विभिन्न राष्ट्रों और विभिन्न संस्कृतियों के लोगों के पेइचिंग में मिलने की सदिच्छा अभिव्यक्त हुई है ।

ओलंपिक के संस्थापक कुबेर्टिन ने भागगीदारी महत्वपूर्ण होने की ओलंपिक भावना पेश की थी । क्यों कि खेलों में स्वर्ण पदक के विजेताओं की संख्या अल्प होती है । किन्तु ज्यादातर खिलाड़ी ओलंपिक खेल में भाग लेने से ओलंपिक खेल की खुशी ले सकते हैं । सोलोमन द्वीप समूह ने 2008 ओलंपिक में सिर्फ तीन खिलाड़ी भेजे हैं , सुश्री हैल वेन्डी उन में एक है, उस ने महिला 58 किलो वर्ग के भालोत्तोलन में भाग लिया और प्रतियोगिता में वह अंतिम स्थान पर रही । लेकिन इस से उसे कोई खेद नहीं हुआ । उस ने संवाददाताओं से कहाः

मुझे बड़ा गर्व हुआ है कि मुझे पेइचिंग ओलंपिक में भाग लेने का मौका मिला है। मैं पहली बार ओलंपिक में भाग ले रही हूं और बहुत खुश हूं कि विश्व के इतने श्रेष्ठ खिलाड़ियों के साथ एक खेल मैदान में स्पर्धा कर सकती हूं ।

मासौल के खिलाड़ी विलिएम क्रेस ने पुरूष 100 मीटर दौड़ में हिस्सा लिया और वह दूसरे दौर में भी प्रवेश नहीं कर पाया, लेकिन पहले दौर में वह यामेगा के विश्वविख्यात धावक असाफ पॉवेल के साथ एक ग्रुप में था , पॉविल ने फाइनल में 9.69 सैकंड दौड़ कर न केवल स्वर्ण पदक जीता और सौ मीटर दौड़ का नया कीर्तिमान भी कायम किया । इस महान विश्व धावक के साथ एक ही मैदान में प्रतिस्पर्धा करने का मौका मिलने पर क्रेस को बड़ी खुशी महसूस हुई है।

मैं मासौल का सब से तेज धावक हूं , लेकिन यहां मेरी गति महिला वर्ग से शायद तेज हो । फिर भी मुझे बड़ी खुशी महसूस हुई है , मैं पत्नी ,बच्चे और मित्रों को बताता हूं कि मैं ने विश्व के उड़न व्यक्ति के साथ मैच में भाग लिया है । स्वदेश लौट कर मैं अपनी दौड़ क्षमता बढ़ाने की अवश्य कोशिश करूंगा , ताकि अगले खेल समारोह में अच्छी उपलब्धि प्राप्त हो।

फिलिस्तीन ने पेइचिंग ओलंपिक में चार खिलाड़ी भेजे हैं । एथलेटक नादिर अल मासरी को ओलंपिक खेल में भाग लेने के लिए अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था । इजराइल ने 9 अप्रैल तक उसे गाजा से जोर्डन नदी के पश्चिमी तट के जेरिको में ट्रेनिंग लेने जाने की अनुमति दी थी, क्यों कि केवल वहां फिलिस्तीन का एकमात्र 400 सौ मीटर पुराना रनवे मौजूद है । फिर अन्तरराष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी के अधीनस्थ एकता समिति की वित्तीय सहायता से ही वे चीन के क्वांगचो शहर में प्रशिक्षण के लिए आ सका । उस ने कहाः

ओलंपिक की तैयारी के लिए महज चार महीने का समय अपर्याप्त है । फिर भी मेरा खेल स्तर अभी ठीक है , मैं पेइचिंग ओलंपिक में बेहतर प्रदर्शन करने की कोशिश करूंगा और फिलिस्तीन के लिए नया रिकार्ड कायम करूंगा ।

आंकड़ों के अनुसार पेइचिंग ओलंपिक में आए देशों में से 80 से अधिक देशों के खिलाड़ियों ने पहले कभी पदक नहीं जीता था । पेइचिंग ओलंपिक में कुछ देशों ने प्रगति प्राप्त की है। मंगोलिया के खिलाड़ी तुवशिनबायार ने पुरूष सौ किलो वर्ग के जूडो में स्वर्ण पदक जीता, यह मंगोल का प्रथम ओलंपिक स्वर्ण पदक है । इस से वे बहुत भावविभोर हुआ है।

इस स्वर्ण पदक के लिए मैं मां बाप और कोच का बहुत आभारी हूं और मैं अपने सभी समर्थकों व मंगोलियाई जनता को धन्यावाद देता हूं।

प्रथम आधुनिक ओलंपिक के समय से अब तक ओलंपिक में कुबेर्टिन की यह सुक्ति हमेशा गूंजती आयी हैः मानव जीवन के लिए महत्वपूर्ण जीतना नहीं है , महत्वपूर्ण संघर्ष करना है । ओलंपिक खेल का महत्व भागीदारी में निहित होता है ।

पेइचिंग ओलंपिक में विभिन्न देशों के खिलाड़ी अपनी कोशिशों से कुबेर्टिन के इस सुन्दर सपना को मूर्त देने में जुट रहे हैं , अपनी स्पर्धा स्थिति जो भी हो, किन्तु स्वर्ण पदक हरेक खिलाड़ी के होते हैं ।