2008-08-17 16:16:02

भारत की मीडिया ने पेइचिंग ओलंपिक में चीनी खिलाड़ियों के श्रेष्ठ प्रदर्शन की खूब प्रशंसा की है

भारत की मीडिया ने पेइचिंग ओलंपिक में चीनी खिलाड़ियों के श्रेष्ठ प्रदर्शन की खूब प्रशंसा की है । भारत के जाने माने खेल टिप्पणीकार श्री परगत सिंह ने नव भारत टाइम्स में प्रकाशित अपने एक लेख में कहा, कि चीनी एथलीटों ने ओलंपिक खेलों में जो समर्पण दिखाया है , वह काबिले तारीफ है । जो देश वर्ष 1932 ओलंपिक खेलों में एक बार हिस्सा लेने के बाद फिर 1984 से हिस्सा लेना शुरू किया था , वह इतने कम समय में ओलंपिक खेलों में नंबर एक होने का सब से बड़ा दावेदार हो गया। पेइचिंग ओलंपिक में अब तक चीन ने अमेरिका को गोल्ड मैडल की दौड़ में काफी पीछे छोड़ दिया है । खेलों के इस महाकुंभ के समापन में सिर्फ एक हफ्ता रहा है , जब चीन ने संकेत दे दिया है कि उस का इरादा क्या है । इस बार चीनी एथलीटों में जो जज्बा है , वह इससे पहले उन की आंखों में नहीं दिखती थी । लेकिन ओलंपिक की मेज़बानी चीन कर रहा है । चीन ने हर इवेंट में एकाग्रता का परिचय दिया है ।

सात साल पहले जब चीन को 2008 ओलंपिक का मेज़बान घोषित किया गया था , तब चीनी खिलाड़ियों ने अपने उन इवेंटों की लिस्ट तैयार की थी , जिसमें वह कमजोर थे । उस के बाद उस ने उन पर मेहनत की । और धीरे धीरे चीन हर खेल में बेहतर होता गया है । आज चीनी खिलाड़ी हाकी में भी हिस्सा ले रहे हैं , जिसमें भारत क्वालिफाई करने में नाकाम रहा है । भारत को चीन से सीखना ही चाहिये । चीन और दूसरे देशों के बीच यही अंतर है , इससे हमें सबक लेना चाहिये।