पेइचिंग मैट्रो संचालन लिमिटेड कम्पनी के संबंधित अधिकारी श्री चा फंग ने इस का परिचय देते हुए कहा कि हम ने स्वचालित टिकट जांच प्रणाली लागू होने के बाद स्वचालित टिकट जांच मशीनें यात्रियों की संख्या के हिसाब से लगायी हैं । सब से बड़े स्टेशनों पर तीसेक मशीनें लगायी गयी हैं , जबकि छोटे स्टेशनों पर केवल पांच , छै मशीनें लग गयी हैं । साथ ही स्वाचालित टिकट बिक्री मशानों के अतिरिक्त मानवकृत रूप से टिकट भी बेची जाती है । मौजूदा स्थिति की दृष्टि से देखा जाये , तो ये दोनों टिकट बिक्री प्रणालियां यात्रियों के बहाव के अनुकूल हैं।
प्रिय दोस्तो , इस कार्यक्रम में पहले हम आप के साथ जाल की तरह फैले पेइचिंग मैट्रो पर सवार हुए थे , आज हम आप को इसी मैट्रो यात्रा करने ले चलते हैं ।
पेइचिंग मैट्रो संचालन लिमिटेड कम्पनी के संबंधित अधिकारी श्री चा फंग ने इस का परिचय देते हुए कहा कि हम ने स्वचालित टिकट जांच प्रणाली लागू होने के बाद स्वचालित टिकट जांच मशीनें यात्रियों की संख्या के हिसाब से लगायी हैं । सब से बड़े स्टेशनों पर तीसेक मशीनें लगायी गयी हैं , जबकि छोटे स्टेशनों पर केवल पांच , छै मशीनें लग गयी हैं । साथ ही स्वाचालित टिकट बिक्री मशानों के अतिरिक्त मानवकृत रूप से टिकट भी बेची जाती है । मौजूदा स्थिति की दृष्टि से देखा जाये , तो ये दोनों टिकट बिक्री प्रणालियां यात्रियों के बहाव के अनुकूल हैं।
पेइचिंग ऑलम्पियाड के उद्घाटन से पहले पेइचिंग शहर ने फिर तील मैट्रो लाइनों का उद्घाटन किया है । वे क्रमशः उत्तर पेइचिंग शहर में स्थित नम्बर दस लाइन , हवाई अड्डे लाइन और ऑलम्पिक उप लाइन यानी नम्बर आठ लाइन ही हैं । उल्लेखनीय है कि ऑलम्पिक उप लाइन की लम्बाई 4.5 किलोमीटर है और इस लाइन पर ऑलम्पिक स्टेडियम केंद्रीय स्टेशन , ऑलम्पिक पार्क स्टेशन और ऑलम्पिक जंगल पार्क समेत चार स्टेशन निर्मित हुए हैं , खिलाड़ी और दर्शक इसी मैट्रो लाइन के जरिये आसपास के व्यायामशालाओं में आते जाते हैं ।
इतना ही नहीं , दूसरे मैट्रो स्टेशनों के निर्माण की तुलना में ऑलम्पिक उप लाइन के स्टेशनों की डिजाइन अगल ढंग की है , जिस में ऑलम्पिक तत्व गर्भित हैं । डिजाइनर सुश्री ये निंग ने ऑलम्पिक स्टेडियम केंद्रीय स्टेशन का उदाहरण देते हुए कहा कि ऑलम्पिक स्टेडियम केंद्रीय स्टेशन बर्ड नेस्ट यानी राष्ट्रीय स्टेडियम और वाटर क्यूब यानी राष्ट्रीय तैराकी केंद्र से नजदीक है , इसे ध्यान में रख कर हम ने इस स्टेशन की छत का रूपाकार उक्त स्टेडियमों की विशेषताओं पर आधारित कर लिया है ।
क्योंकि पेइचिंग विभिन्न ऑलम्पिक स्टेडियमों में ऑलम्पिक प्रतियोगिताओं की समाप्ति के बाद सार्वजनिक खेलकूद व सांस्कृतिक गतिविधियां भी आयोजित होंगी , ताकि जनसमुदाय के लिये और अधिक आरामदेह विश्राम गृह व मनोरंजक स्थलों को प्रदान किया जा सके । इसलिये ऑलम्पिक खेल समारोह के बाद ऑलम्पिक उप लाइन और महत्वपूर्ण भूमिका निभाय़ेगी । पेइचिंग वासी श्री चिन छांग ने कहा कि राष्ट्रीय व्यायामशाला , वाटर क्यूब और राष्ट्रीय स्टेडियम सब इसी मैट्रो लाइन पर अवस्थित हैं , ऑलम्पिक खेल समारोह के बाद यहां पर गायन समारोह जैसी सांस्कृतिक गतिविधियां भी आयोजित की जा सकती हैं , साथ ही यह लाइन पेइचिंग यातायात में अहम भूमिका भी निभा देगी ।
पेइचिंग ऑलम्पिक खेल समारोह के उद्घाटन से एक महीने से कम समय रह गया है , मैट्रो की विभिन्न लाइनों का सुरक्षा कार्य भी पूरी तरह चालू हो गया है । रिपोर्ट के अनुसार मैट्रो लिमिटेड कम्पनी ने मैट्रो की सुरक्षा की जांच पड़ताल के लिये कुल तीन हजार छै सौ से अधिक कर्मचारियों को भेज दिया है । पेइचिंग वासी ली य्वान ने हमारे संवाददाता के साथ बातचीत में कहा कि कड़ी सुरक्षा जांच से हमें कोई दिक्कत नहीं हुई है , यह काम बहुत अच्छा है , हरेक नगरवासी को इस काम का साथ देना ही होगा । मुझे लगता है कि पेइचिंग मैट्रो के स्वास्थ्य और सुरक्षा जैसे क्षेत्रों का काम प्रशंसनीय है ।
अनुमान है कि पेइचिंग ऑलम्पिक खेल समारोह के दौरान पेइचिंग मैट्रो की दैनिक यात्री संख्या 50 लाख से अधिक होगी । इस के मद्देनजर पेइचिंग शहर सर्वांगीण रूप से मैट्रो की परिवहन क्षमता को उन्नत करने में क्रियाशील है। वर्तमान में नम्बर एक व दो मैट्रो लाइनों में और दौ सौ नयी रेल गाडियां काम में लायी गयी हैं । पेइचिंग मैट्रो लाइनें अपनी बिल्कुल नयी सूरत में ऑलम्पिक खेल समारोह की अगवानी कर रही हैं ।