2008-08-14 15:25:07

चीनी महिला जिमनास्टिक टीम की विजय

पेइचिंग ओलंपिक का विशेष कार्यक्रम सुनने के लिए आप का हार्दिक स्वागत । टीवी और रेडियो प्रसारण से आप को मालूम हुआ होगा कि 12 अगस्त को चीनी पुरूष जिमनास्टिक टीम द्वारा पेइचिंग ओलंपिक की टीम जिमनास्टिक प्रतियोगिता का स्वर्ण पदक प्राप्त किए जाने के बाद 13 अगस्त को चीनी महिला जिमनास्टिक टीम ने भी महिला टीम प्रतियोगिता जीत कर स्वर्ण पदक हासिल किया, यह चीनी महिला जिमनास्टिक टीम द्वारा ओलंपिक में प्राप्त प्रथम टीम मैच का स्वर्ण पदक है , इसलिए इस का अत्यन्त बड़ा महत्व है ।

13 अगस्त को पेइचिंग जिम्नासियम में चीनी महिला जिमनास्टिक टीम की छै सदस्याओं ने अपने शानदार प्रदर्शन और उच्च व कठिन स्तर की तकनीकों के सहारे तमाम दर्शकों का दिल जीता और अच्छा अंक पा कर विश्वविख्यात अमरीकी टीम को हरा कर चैम्पियनशिप हासिल की । इस से जाहिर है कि वर्तमान चीनी महिला जिमनास्टिक टीम बहुत श्रेष्ठ और शक्तिशाली है ।

याद रहे , 2006 में चीनी महिला जिमनास्टिक टीम ने डैंमार्क में आयोजित विश्व जिमनास्टिक चैम्पियनशिप में अल्प बहु अंक से अमरीकी टीम को हराया और टीम की स्थापना के बाद पिछले 53 सालों में प्रथम विश्व चैम्पियनशिप प्रतियोगिका का स्वर्ण पदक जीता । लेकिन इस के दूसरे साल, अमरीकी टीम ने फिर विश्व चैम्पियनशित मैच में स्वर्ण पदक को अपने हाथ में ले लिया । पेइचिंग ओलंपिक में 13 तारीख की टीम प्रतियोगिता में चीनी टीम ने एक बार फिर अमरीकी टीम को परास्त कर स्वर्ण पदक से अपनी शक्ति साबित कर दिखाई । प्रतियोगिता के बाद चीनी महिला जिमनास्टिक टीम के प्रमुख कोच श्री लु सांजन ने कहा कि इस स्वर्ण पदक ने चीनी महिला टीम की तगड़ी शक्ति प्रमाणित कर दी है।

ओलंपिक जैसे बड़े बड़े मैच में चीनी महिला टीम ने टीम की चैम्पियनशिप जीती, इस से जाहिर है कि वर्तमाम में चीनी महिला टीम सब से शक्तिशाली है । इधर के सालों में महिला टीम जिमनास्टिक मुकाबला बराबर चीनी और अमरीकी टीमों के बीच रहा । कुछ लोगों का मानना था कि चीनी टीम ने खुशकिस्मतवश 2006 में अमरीकी टीम को पराजित किया है । लेकिन मौजूदा प्रतियोगिता ने यह सिद्ध कर दिया है कि चीनी टीम सर्वश्रेष्ठ है ।

पेइचिंग ओलंपिक से पहले अन्तरराष्ट्रीय जिमनास्टिक जगत में यह माना जाता था कि चीनी महिला टीम का तकनीकी स्तर बहुत ऊंचा है, लेकिन सदस्याओं की मनो गुणवत्ता कमजोर है , इसलिए मैच में अकसर इस या उस तरह की त्रुटि कर स्वर्ण पदक से हाथ धोना पड़ा । 2004 के एथेन्स ओलंपिक में चीनी महिला जिमनास्टिक टीम ने एक स्वर्ण पदक भी नहीं पाया । किन्तु एथेन्स के बाद चीनी टीम ने सदस्याओं का मनोविज्ञानिक प्रशिक्षण करने का कदम उठाया। प्रमुख कोच लु ने कहाः

एथेन्स के बाद चीनी महिला टीम ने अनुभवों व सबकों का सारांश निकाला और सिलसिलेवार सुधार के काम किए, खास कर खिलाड़ियों का मनोविज्ञानिक प्रशिक्षण किया और उन्हें ज्यादा से ज्यादा अहम प्रतियोगिताओं में भाग लेने भेजा,तथा भीतरी चयन पद्धति से छै श्रेष्ठ खिलाड़िनें चुनी गयीं ।

वर्तमान टीम में टीम लिडर छङ फे को छोड़ कर अन्य पांचों लड़कियों ने पहली बार ओलंपिक में भाग लिया है । लेकिन इन छोटी लड़कियों ने प्रतियोगिता में स्थिरता के साथ अपने वास्तवित स्तर का प्रदर्शन किया और तीसरे दौर के बैलांस बीम में एक सदस्य के त्रुटि होने पर भी अन्य सदस्याएं प्रभावित नहीं हुईं । आगे के मुकाबलों में टीम की सभी लड़कियों ने सुन्दर प्रदर्शन कर अंतिम विजय पायी । सुश्री छङफै ने कहाः

बैलांस बीम के मैच में मुझ से एक त्रुटि हुई , लेकिन हम इस से प्रभावित नहीं हुए और एक एक करतब को श्रेष्ठ रूप में करके अंकों में वृद्धि निरंतर बढ़ायी। हम ने सचमुच तनमन से काम लिया है ।

मौजूदा महिला टीम जिमनास्टिक मैच वास्तव में चीनी और अमरीकी टीमों के बीच हुआ जबरदस्त स्पर्धा था । मैच के बाद अमरीकी टीम की मशहूर खिलाड़ी अनास्टासिया ल्युकिन ने संवाददाताओं से कहा कि चीनी टीम ने अत्यन्त श्रेष्ठ प्रदर्शन किया है, वे स्वर्ण पदक के काबिले हैं ।

आज मैं बहुत खुश हूं , कोई खेद नहीं है । मैं चीनी टीम के प्रदर्शन पर संतुष्ट हूं । हम ने भी पूरी कोशिश की थी, पर चीनी टीम बहुत श्रेष्ठ निकली है। यह स्वर्ण पदक शत प्रतिशत उन का होना चाहिए।

 विशेष कार्यक्रम के दूसरे भाग में आप सुनिए चीनी महिला निशानेबाज सुश्री छन यंग के बारे में एक रिपोर्ट ।

पेइचिंग ओलंपिक के महिला 25 मीटर पिस्तौल के फाइनल में चीनी महिला खिलाड़ी सुश्री छन यंग ने 793.4 कुलांक से इस इवेंट का स्वर्ण पदक जीता और इस इवेंट के ओलंपिक फाइनल के रिकार्ड को भी तोड़ा । यह स्वर्ण पदक चीनी निशानेबाजी टीम के लिए बहुत मूल्यवान है । मैच के बाद चीनी निशानेबाजी टीम के जनरल कोच श्री वांग ई फु ने भाव विभोर हो कहा कि कि मैं कभी इतना प्रभावित नहीं हुआ हूं ।

यह सर्वविदित है कि चीनी निशानेबाजी टीम ने पिछले कई ओलंपिक खेलों में चीन के लिए प्रथम स्वर्ण पदक जीता था और टीम के खिलाड़ी भी विश्व में सुप्रसिद्ध और तगड़े हैं । लेकिन पेइचिंग ओलंपिक के पहले दिन की स्पर्धा में चीनी निशानेबाज ने ओलंपिक का प्रथम स्वर्ण पदक ले लेने में असफलता पायी और 13 अगस्त से पहले दो दिन तक टीम ने एक स्वर्ण पदक भी नहीं बटोरा । इसलिए चीनी निशानेबाजों पर बहुत बड़ा दबाव पड़ा था । लेकिन सुश्री छनयंग इस के अपवाद थी । उस ने कहाः

थोड़ा दबाव जरूर महसूस हुआ था , लेकिन इस प्रकार के दबाव ने मुझे और अच्छी तरह खेलने की प्रेरणा दिलायी है ।

सचमुच ही , सुश्री छन यंग ने अद्मय धैर्य और ठंडे दिमाग का परिचय कर चीनी निशानेबाजी टीम के लिए यह मूल्यवान स्वर्ण पदक जीता है। महिला 25 मीटर पिस्तौल की योग्यता प्रतियोगिता में सुश्री छन यंग का कुलांक अपनी प्रतिद्वंद्धी से पांच अंक कम था । किन्तु वे इस पिछड़पन से प्रभावित नहीं हुई और बड़े धैर्य के साथ काम लिया । फाइनल में उस ने अत्यन्त साफ और द्रुत शूटिंग करके अपनी प्रतिद्वंद्वी – मंगोलिया की खिलाड़ी ओट्रियाड से 6.2 अंक ज्यादा प्राप्त किए । इस तरह उस ने ओट्रियाड से कुलांक में 1.2 अंक ज्यादा हासिल कर स्वर्ण पदक प्राप्त किया। यह एक असाधारण अच्छा अंक है । चीनी महिला पिस्तौल टीम के कोच श्री श्यो पो छ्वान ने कहाः

सुश्री छन यंग ने अद्भुत धैर्य और प्रतिबद्धता दिखायी है । यह मनोबल साधारण खिलाड़ियों में कम देखने को मिलता है । पहले के मंच में पांच अंक कम रहा था, लेकिन उस ने आगे बढ़ने की असाधारण कोशिश की और अंत में अपनी प्रतिस्पर्धी को पीछे छोड़ दिया ।

प्रतियोगिता की सफलता मिलने के बाद सुश्री छनयंग ने हमें बताया कि मैं स्वप्न में भी विजय पाने को देखा था, आज मेरा यह सपना साकार हो गया है ।

इस साल ,31 वर्षीय छन यंग ने चार साल पहले एथेन्स ओलंपिक में भाग लिया था , लेकिन बड़े खेद की बात है कि पदक जीतने के लिए उस का अंक मात्र 0.5 कम था । इस के बाद के चार सालों में निशानेबाजी के मोहनशक्ति और परिवार के सर्मथन से वे निशानेबाजी पर कायम रही और अपनी भागीदारी वाले सभी मैचों में चैम्पियनशिप प्राप्त की । पेइचिंग वासी छन यंग ने पेइचिंग ओलंपिक का स्वर्ण पदक पाने के बाद कहा कि वे पेइचिंग की आभारी है , मातृभूमि की आभारी है , परिवार व दोस्तों की भी आभारी है, उस का यह पकद सभी लोगों का भी है ।