2008-08-14 10:39:05

चीन की केंद्रीय सरकार हमेशा से अल्पसंख्यक जातियों की संस्कृति के संरक्षण व विकास पर ध्यान देती आई है

चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के पोलित ब्यूरो की स्थाई कमेटी के सदस्य, चीनी जन राजनीतिक सलाहकार सम्मेलन की राष्ट्रीय कमेटी के अध्यक्ष श्री च्या छींग लिन ने 13 अगस्त को ऑलंपियाड के स्वागत के लिए पेइचिंग में आयोजित राजा केसर से जुड़े हुए एक हज़ार से अधिक थांगखा चित्रों की प्रदर्शनी देखी। उन्होंने कहा कि चीन की केंद्रीय सरकार हमेशा से अल्पसंख्यक जातियों की संस्कृति के संरक्षण व विकास पर ध्यान देती आई है। स्छवान प्रांत के काजी तिब्बत स्वायत्त पिफेक्चर द्वारा बनाए गए राजा केसर से जुड़े हुए एक हज़ार से अधिक थांगखा चित्र न सिर्फ तिब्बत की संस्कृति के संरक्षण व विकास के लिए एक सृजन है, बल्कि चीन की जातीय नीति व सांस्कृतिक नीति की अभिव्यक्ति भी हैं।

केसर तिब्बत जाति में एक महा वीर थे और थांगखा चित्र तिब्बती क्षेत्र में फैले रंगबिगंरी रेशम से बने चित्र हैं। वर्तमान प्रदर्शनी में 260 से अधिक राजा केसर से जुड़े हुए थांगखा चित्र, 80 से अधिक फोटो व चार्ट और 50 से अधिक चीज़ें शामिल हैं।

श्री च्या छींग लिन ने कहा कि राजा केसर से जुड़े एक हज़ार से अधिक थांगखा चित्रों से तिब्बती क्षेत्र के आर्थिक व सामाजिक विकास, जातिय संस्कृति के अच्छी तरह संरक्षण के तथ्य प्रतिबिंबित हुए हैं। इस समय कुछ लोगों ने कहा कि चीन ने तिब्बत जातीय संस्कृति को नष्ट किया है, लेकिन वास्तव में यह संस्कृति नष्ट हुई है या विकसित हुई है, यह तथ्यों से ही जाना जा सकता है । (वनिता)