प्रिय दोस्तो , इधर सालों में पेइचिंग शहर के बुनियादी आधारभूत संस्थापनों के निर्माण में तेजी लाने के चतले भूमिगत रेल लाइनों का बड़ा विकास हुआ है । अब जाल की तरह फैली सुविधाजनक पेइचिंग भूमिगत रेल लाइनें पेइचिंग वासियों का बाहर जाने का सब से अच्छा विकल्प बन गयी हैं । यदि पेइचिंग ऑलम्पिक खेल समारोह के दौरान आप पेइचिंग की यात्रा करने या प्रतियोगिता देखने आयेंगे , तो मैट्रो आप के लिये सब से आसान सुविधाजनक वाहन बन जायेगा । आज के चीन के भ्रमण कार्यक्रम में हम आप के साथ मैट्रो पर सवार होने जा रहे हैं और मैट्रो की यात्रा पर कुछ ध्यान देने योग्य बातें याद दिलाते हैं ।
वर्तमान में पेइचिंग की कुल पांच भूमिगत रेल लाइनें एक दूसरे से जुड़ी हुई हैं और उन की कुल लम्बाई 140 किलोमीटर से अधिक है । जिन में नम्बर एक लाइन ने नम्बर आठ रेल लाइन से जोड़ कर शहर के पश्चिमी व पूर्वी भागों को एक सूत्र में बांध दिया है, उस की लम्बाई लगभग 50 किलोमीटर हो गयी है , नम्बर पांच लाइन शहर के दक्षिण व उत्तर भागों को जोड़ती है , जबकि चौकोना रुपी नम्बर 2 लाइन शरह के केंद्रीय क्षेत्रों का अनुसरण करते हुए आगे चलती है , इस लाइन पर बहुत से दर्शनीय पर्यटन स्थल देखने को मिलते हैं । नम्बर 13 लाइन तो पेइचिंग के उत्तरी भाग को चक्कर काटकर आगे जाती है । इस के अतिरिक्त पेइचिंग ऑलम्पिक खेल समारोह के उद्घाटन से पहले पेइचिंग शहर ने अन्य अतिरिक्त तीन मैट्रो लाइने भी उद्घाटित कीं , जिन में विभिन्न प्रमुख ऑलम्पिक स्टेडियमों को जोड़ने के लिये एक विशेष मैट्रो लाइन भी शामिल है ।
उक्त पांच मैट्रो लाइनों पर करीब सौ स्टेशन स्थापित हुए हैं और वे पेइचिंग के सभी शहरी क्षेत्रों में फैले हुए हैं । जिन में फू शिंग मन , शी ची मन व तुंगतान समेत दस बड़े एक्सचेंज स्टेशन भी हैं , यात्री इन एक्सचेंज स्टेशनों के माध्यम से सुविधाजनक रूप से किसी दूसरी मैट्रो लाइन को पकड़ सकते हैं । हरेक मैट्रो स्टेशन के मुंह पर स्थापित निर्माण पर ध्यानाकर्षक नीला बार्ड भी लगा हुआ नजर आता है , ताकि यात्रियों को उसे ढ़ंढने में कोई दिक्कत न हो सके । मध्य चीन के हू नान प्रांत से अल्प ट्रेनिंग लेने के लिये पेइचिंग आयी पत्रकार ली इंग ने अपना अनुभव बताते हुए कहा कि मैं जहां ठहरती हूं , वहां नम्बर दो मैट्रो लाइन के छांग छुन च्येन स्टेशन से बहुत नजदीक है । यहां से ट्रेनिंग स्थल पा पाओ शान स्टेशन तक का फासला कोई 12 किलोमीटर दूर है , मैट्रो लेने में केवल करीब आधा घंटा लगता है । बाहर घूमने या खरीददारी के लिये भी बहुत सुविधा है , मैट्रो रेल गाड़ी तेज ही नहीं , स्टेशन भी बहुत ज्यादा है , हर महत्वपूर्ण जगह पर उपलब्ध है ।
पेइचिंग मैट्रो लाइनों का संचालन का समय अलग अलग है , लेकिन वे सभी आम तौर पर सुबह पांच बजे से रात के 11 या 12 बजे तक खुली रहती हैं । जबकि ऑलम्पिक खेल समारोह के उद्धाटन व समापन समारोह के दिन विभिन्न मैट्रो लाइनें पूरे 24 घंटे खुली रहेंगी , प्रतियोगिताओं के दौरान स्टेडिमयों से गुजरने वाले मैट्रो लाइनों का संचालन काम भी क्रमशः तवील होगा ।
वर्तमान में पेइचिंग मैट्रो में एक दाम प्रणाली लागू होती है , पूरी रेल यात्रा में फासले व बदलने की बार पर कोई पाबंदी नहीं है , हरेक टिकट का मूल्य दो य्वान है । हर स्टेशन का टिकट बिक्रि विभाग मैट्रो स्टेशन के प्रवेश द्वार के पास खड़ा हुआ है , मानवकृत व स्वचालित माध्यमों से टिकट बेची जाती है । देशी विदेशी यात्रियों के सुविधा के लिये स्वचालित टिकट मशीन पर प्रयोग के लिये चीनी व अंग्रेजी गाइट शब्द भी अंकित है । पर यह याद दिलाना जरूरी है कि अब स्वचालित टिकट मशीन केवल एक य्वान के सिक्के और पांच व दस य्वान के नोट पहचानने में सक्षम है ।
इस लेख का दूसरा भाग अगले समय में प्रस्तुत होगा , कृपया इसे आगे पढ़ें ।
![]() |
![]() |
16A Shijingshan Road, Beijing, China. 100040 |