2008-08-01 15:40:05

चीन स्थित फिलिस्तीनी राजदूत से बातचीत

वर्ष 2008 में प्रवेश करने के बाद, चीन स्थित फिलिस्तीनी राजदूत श्री दिआब अलोह अत्यन्त व्यस्त हैं । उन्होंने पेइचिंग में आयोजित विभिन्न ऑलंपियाड गतिविधियों में भाग लिया, चीन के संबंधित विभागों के साथ ऑलंपिक की सार्वजनिक सुरक्षा समस्या पर विचार-विमर्श किया, फिलिस्तीनी खेल प्रतिनिधि मंडल के स्वागत किया और ऑलंपिक के उद्घाटन समारोह के लिए सुझाव पेश किया।

हम ने चीन के संबंधित पक्षों के साथ, खास कर चीनी विदेश मंत्रालयों के साथ सार्वजनिक सुरक्षा समस्या पर विचार-विमर्श किया है। मैंने फिलिस्तीनी खेल प्रतिनिधि मंडल के स्वागत में चीनी प्राइमरी स्कूल के छात्रों से भी मुलाकात की। हमारे दूतावास ने चीन के संबंधित विभागों के साथ सहयोग किया और चीन में ऑलंपिक का सफलतापूर्वण आयोजन करने में मदद दी है। यह हमारा कर्त्तव्य है।

वर्ष 1988 में फिलिस्तीनी राष्ट्रीय कमेटी ने अल्जीरिया में स्वतंत्र घोषणा-पत्र जारी किया और फिलिस्तीनी देश की स्थापना की घोषणा की। इस के बाद चीन ने फिलिस्तीन के साथ राजनयिक संबंध की स्थापना की। वर्ष 2005 के दिसम्बर माह में श्री दिआब अलोह पेइचिंग आए। उन्होंने चीन स्थित फिलिस्तीनी राजदूत का पद संभाला।

हालांकि अभी तक एक स्वतंत्र वास्तविक फिलिस्तीन देश की स्थापना नहीं की गयी है, फिर भी इस युद्ध से ग्रस्त क्षेत्र में खेल कभी नहीं बंद किया गया। खेल एक व्यायाम है, और भावना भी है। फिलिस्तीनी लोगों ने अपनी कार्यवाई से इस का सब से अच्छा व्याख्यान किया। श्री दिआब के अनुसार,

फिलिस्तीन में अच्छी तरह प्रबंध वाले खेल विभाग हैं। गाजा, जोर्डन नदी के पश्चिमी तट पर और पूर्वी येलुशलम में विभिन्न तरीकों के खेल क्लब हैं। ट्रैक एंड फील्ड,बास्केटबॉल, सभी इवेंटों के अपने- अपने संघ हैं। फिलिस्तीन में खेल लम्बे अरसे से मौजूद रहे हैं। फिलिस्तीनी राष्ट्रीय सत्ताधारी संस्था की स्थापना से फिलिस्तीनी खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने का मौका मिला है। जबकि पहले इस पर इजराइल द्वारा पाबंदी लगायी गयी थी।

लम्बे अरसे से इजराइल के कब्जे में रह रहे फिलिस्तीन के लिए, वहां आम नागरिकों का जीवन बहुत कठिन है। खेल को भी भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। फिलिस्तीन में प्रशिक्षण स्थल नहीं है,तैराकी स्थल नहीं है और पर्याप्त पूंजी भी नहीं है। फिलिस्तीन में हर जगह पीली रेती व मिट्टी है और इजराइली सेना के जांच स्टेशन हैं।

खेल क्लब प्रशिक्षण के अलावा, प्रशिक्षण के लिए जरूरी खर्च की भी जरुरत है। फिलिस्तीनी सरकार या निजी व्यक्तियों के पास पूंजी नहीं है। इसलिए, फिलिस्तीन के खेल प्रतिनिधि मंडल पूंजी निवेश, प्रशिक्षण और क्षेत्रीय व अंतरराष्ट्रीय मैचों में भाग लेने में अनेक कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। लेकिन, ये मुसीबतें फिलिस्तीनी जनता को खेलों से अलग नहीं रख सकती हैं।

वर्ष 1996 की 16 जुलाई फिलिस्तीनी जनता के लिए गौरव का दिन था। अमरीकी अटलेंटिक ऑलंपियाड में फिलिस्तीन का राष्ट्रीय झंडा प्रथम बार ऑलंपिक की व्यायामशाला पर फहराया। वर्ष 2000 सिडनी ऑलंपियाड में दो फिलिस्तीनी खिलाड़ियों ने भाग लिया, जबकि वर्ष 2004 एथेंस ऑलंपियाड में तीन फिलिस्तीनी खिलाड़ियों ने भाग लिया। इस वर्ष पेइचिंग ऑलंपियाड में महिला तैराकी व पुरुषों की ट्रैक एन्ड फील्ड प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए फिलिस्तीन चार खिलाड़ियों को भेजेगा।

श्री दिआब ने कहा कि फिलिस्तीन पेइचिंग ऑलंपियाड में भाग ले कर मैत्रीपूर्ण चीनी जनता के प्रति फिलिस्तीनी जनता की दोस्ती को अभिव्यक्त करेगा।

ऑलंपियाड में भाग लेना फिलिस्तीन द्वारा दुनिया के खेल जगत को दिया गया एक सिगनल है, यानी फिलिस्तीन के पास अनेक खिलाड़ी हैं और फिलिस्तीन विभिन्न इवेंटों में भाग लेने में सक्षम है। वास्तव में फिलिस्तीनी खिलाड़ियों ने एशिया तथा विश्व के अन्य मैचों में भाग लिया है, लेकिन, ऑलंपियाड में भाग लेने का विशेष अर्थ है। आशा है कि वर्तमान ऑलंपिक में भागीदारी से यह साबित होगा कि फिलिस्तीन हमेशा से चीन के साथ एकजुट है।

श्री दिआब की नज़र में चीन द्वारा प्रस्तुत एक दुनिया एक सपना का ऑलंपिक नारा मनुष्य के इरादे व विकल्प को प्रतिबिंबित करता है।

यह नारा चीनी जनता की इस अभिलाषा को प्रतिबिंबित करता है। चीनी जनता विश्व की शांति, सुरक्षा व स्थिरता की प्रतिक्षा में है। हम यह शुभकामना देना चाहते हैं कि चीन सफलतापूर्वक इस लक्ष्य को पूरा कर सकेगा और एक सामन्जस्यपूर्ण नये युग की रचना कर सकेगा।

चीनी सभ्यता की ही तरह अरब सभ्यता का पुराना इतिहास है। समुद्री व थलीय रेश्मी मार्ग के सहारे दोनों सभ्यताएं अच्छी तरह करीब आई हैं। इसलिए, श्री दिआब ने यह अभिलाषा प्रकट की कि ऑलंपिक के उद्घाटन समारोह में अरब संस्कृति के तत्वों को भी शामिल किया जा सकेगा और चीन व अरब सभ्यता के बीच जुड़ाव का विषय जाहिर किया जाएगा।

अरब देश चीन के संबंधित विभागों के साथ खासकर चीनी संस्कृति विभाग के साथ संपर्क बरकरार रखे हुए हैं। आशा है कि अरब कला मंडल भी उद्घाटन समारोह में भाग लेगा, ताकि अरब संस्कृति व सभ्यता और चीनी संस्कृति व सभ्यता को अच्छी तरह जोड़ा जा सके। हम आशा करते हैं कि उद्घाटन समारोह में अरब कला भी प्रतिबिंबित की जाएगी।

श्री दिआब ने 13 वर्षों तक न्यूज जगत में काम किया है। पेइचिंग में रहते हुए उन्होंने एक पत्रकार के दृष्टिकोण से इस शहर में आए भारी परिवर्तन को देखा है। उन के अनुसार,

मैंने देखा कि चीनी जनता ने पेइचिंग ऑलंपिक की तैयारी के लिए अनेक काम किये हैं। पेइचिंग में ढाई साल रहने के बाद मैं कह सकता हूं कि पेइचिंग एक सुरक्षित शहर है और चीन एक सुरक्षित देश है। चीन और पेइचिंग म्युनिसिपल सरकार भरसक कोशिश करके ऑलंपिक में भाग लेने वाले खिला़ड़ियों व प्रतिनिधियों को आरामदेह वातावरण देने की तैयारी कर रही है।

हमारे कार्यक्रम के अंत में श्री दिआब ने पेइचिंग ऑलंपिक के प्रति फिलिस्तीनी जनता की शुभकामना भी दी।

मेरी शुभकामना है कि चीनी जनता एक सफलतापूर्ण ऑलंपिक का आयोजन कर सकेगी। यह सफलता फिलिस्तीनी जनता, अरब जनता और सारी दुनिया की जनता की सफलता भी है। पेइचिंग को शुभकामाएं ।

अच्छा श्रोताओं, पेइचिंग ऑलंपिक के उद्घाटन से पहले, हमारे संवाददाता ने फिलिस्तीन स्थित चीनी कार्यालय के प्रधान श्री यांग वेई क्वो के साथ पश्चिमी जोर्डन नदी के बेटलेहन प्रांत का दौरा किया और पेइचिंग ऑलंपिक के विषय पर स्थानीय लोगों के साथ इंटरव्यू किया। बेटलेहन प्रांत के सरकारी अधिकारी श्री फुआद ने हमें बताया,

सारी दुनिया के लिए वर्तमान ऑलंपिक अत्यन्त महत्वपूर्ण है। चीन में ऑलंपिक का आयोजन करने के प्रति हम फिलिस्तीनी लोग बहुत खुश हैं।

फ्रांसिसी समाचार एजेंसी के लिए काम करने वाले एक स्थानीय पत्रकार श्री नुसा अल शैर ने कहा ,

ऑलंपिक हमेशा के लिए आकर्षण का बिंदु रहा है। लोग अक्सर ऑलंपिक की न्यूज पर ध्यान देते रहे हैं।इस बार फिलिस्तीनी लोग भी पेइचिंग ऑलंपिक में भाग लेंगे। यह एक बहुत अच्छी बात है।

फिलिस्तीनी अधिकारियों व पत्रकारों के अलावा , यहां रहने वाले आम नागरिक भी पेइचिंग ऑलंपिक पर ध्यान देते रहे हैं। वादी फुकीन गांव के एक किसान ने संवाददाता को बताया कि वे बहुत गरीब हैं और उन के घर में टी वी भी नहीं है, फिर भी वह अपने रिश्तेदारों से ऑलंपिक के बारे में जानकारी पाने की भरसक कोशिश करेंगे।

परिचय के अनुसार, इस बार फिलिस्तीन ने पेइचिंग ऑलंपिक के लिए चार खिला़ड़ियों को भेजा है। पहले इन खिलाड़ियों के लिए प्रशिक्षण स्थल नहीं था। अब इजराइली समेत विभिन्न तबकों के लोगों की मदद से वे लोग पेइचिंग पहुंच चुके हैं और एक खिलाड़ी प्रशिक्षण पड़ाव की स्थापना भी की है। वे पेइचिंग ऑलंपिक के अंत तक पेइचिंग रहेंगे। इन चार फिलिस्तीनी खिलाड़ियों के लिए पेइचिंग ऑलंपिक में भाग लेना खुद ही एक सफलता है।(श्याओयांग)