2008-07-30 15:25:46

निंगशा ह्वी जातीय सांस्कृतिक उद्यान का दौरा

निंगशा ह्वी स्वायत्त प्रदेश के सांस्कृतिक उद्यान की स्थापना सितम्बर 2005 में हुई और वह वर्तमान चीन में ह्वी जातीय संस्कृति व रीति रिवाज को केंद्रित रूप से अभिव्यक्त करने वाला एक मात्र क्षेत्र ही माना जाता है । इस सांस्कृतिक उद्यान के पदाधिकारी लेई रुन त्से ने इस सांस्कृतिक उद्यान की स्थापना के इरादे की चर्चा करते हुए कहा कि निंगशा एक ह्वी जातीय स्वायत्त प्रदेश है , जहां चीनी मुसलीम लोग केंद्रित रूप से बसे हुए हैं । चीन ह्वी यानी मुसलमानों की संख्या लगभग एक करोड़ है , जिस में 21 लाख निंगशा में रहते हैं । लेकिन लम्बे अर्से से ह्वी जाति के इताहास व संस्कृति को दर्शाये जाने की कोई जगह उपलब्ध नहीं है । पर्यटन व संस्कृति की इस रिक्ता को भरने के लिये निंगशा ह्वी स्वायत्त प्रदेश की सरकार ने इसी ह्वी जातीय सांस्कृतिक उद्यान व ह्वी जातीय म्युजियम का निर्माण किया ।

 उत्तर पश्चिम चीन स्थित निंगशा ह्वी स्वायत्त प्रदेश चीन में एकमात्र प्रातीय स्तर वाला ह्वी जाति बहुल क्षेत्र माना जाता है । चीनी लोग मुसलमान जाति को ह्वी जाति कहते हैं । अलग पहचान वाले क्षेत्रीय सांस्कृतिक पर्यावरण से निंगशा ह्वी स्वायत्त प्रदेश में मुसलीम माहौल का आभास होता है । आज के इस कार्यक्रम में हम आप के साथ निंगशा ह्वी स्वायत्त प्रदेश में ह्वी जातीय सांस्कृतिक उद्यान का दौरा करने जा रहे हैं ।

निंगशा ह्वी स्वायत्त प्रदेश के सांस्कृतिक उद्यान की स्थापना सितम्बर 2005 में हुई और वह वर्तमान चीन में ह्वी जातीय संस्कृति व रीति रिवाज को केंद्रित रूप से अभिव्यक्त करने वाला एक मात्र क्षेत्र ही माना जाता है । इस सांस्कृतिक उद्यान के पदाधिकारी लेई रुन त्से ने इस सांस्कृतिक उद्यान की स्थापना के इरादे की चर्चा करते हुए कहा कि निंगशा एक ह्वी जातीय स्वायत्त प्रदेश है , जहां चीनी मुसलीम लोग केंद्रित रूप से बसे हुए हैं । चीन ह्वी यानी मुसलमानों की संख्या लगभग एक करोड़ है , जिस में 21 लाख निंगशा में रहते हैं । लेकिन लम्बे अर्से से ह्वी जाति के इताहास व संस्कृति को दर्शाये जाने की कोई जगह उपलब्ध नहीं है । पर्यटन व संस्कृति की इस रिक्ता को भरने के लिये निंगशा ह्वी स्वायत्त प्रदेश की सरकार ने इसी ह्वी जातीय सांस्कृतिक उद्यान व ह्वी जातीय म्युजियम का निर्माण किया ।

ठीक इसी ह्वी जातीय सांस्कृतिक उद्यान की विशेष भूमिका की वजह से शुरू से ही उसे स्थानीय सरकार की ओर से बड़ा महत्व मिला है । श्री लेई रुन त्से ने इस का परिचय देते हुए कहा कि हमारा चीन लोक गणराज्य एक बहुजातियों वाला देश है , जिन में ह्वी जाति 55 चीनी अल्पसंख्यक जातियों में एक ऐसी जाति है , उस की संस्कृति व अर्थतंत्र काफी विकसित हो गया है , साथ ही ह्वी जातीय संस्कृति इसलामी संस्कृति व परम्परागत हान व थांग राजवंशी संस्कृतियों को मिलाकर उत्पन्न नयी आविष्कृत जातीय संस्कृति ही है । इसी प्रकार वाले सांस्कृतिक उद्यान की स्थापना युग के तकाजे के अनुरूप ही नहीं , बल्कि ह्वी जातीय संस्कृति को समझने की लोगों की जिज्ञासा से भी मेल खाती है।

हमारे संवाददाता इस पदाधिकारी के साथ ह्वी जातीय सांस्कृतिक उद्यान पहुंच गये। इस सांस्कृतिक उद्यान के मुख्य गेट के सामने कोई बीस हजार लोगों को समाये जाने वाला एक विशाल चौक खड़ा हुआ है । उत्सव के उपलक्ष में यह चौक नृत्य नाट्य और हर्षोल्लास के समुद्र के रूप में बदल जाता है । चौक के पश्चिम में लम्बे बरामदे के बीच इस जातीय सांस्कृतिक उद्यान का प्रमुख द्वार है । सफेद रंग मुसलमान का पसंदीदा मूल रंग ही है, गोलाकार गेट के ऊपर रंगीन डिजाइने बड़ी सूक्ष्मता से चित्रित हुई हैं , देखने में बहुत सुंदर लगता है । इस ह्वी जातीय सांस्कृतिक उद्यान के कर्मचारी ह्वी जाति के श्वी वई ने हमारे संवाददाता को इस उद्यान के निर्माण के बारे में बताते हुए कहा कि इस सांस्कृतिक उद्यान का क्षेत्रफल 20 हैक्टर बड़ा है , जिस में ह्वी जातीय म्युजियम , संस्कार भवन , ह्वी जातीय सांसारिक गांव , ह्वी जातीय रेस्तोरान और एक ह्वी जातीय अभिनय केंद्र स्थापित हुए हैं और वह वर्तमान चीन में सर्वांगीण रूप से ह्वी जातीय संस्कृतियों को दर्शाये जाने वाला एक मात्र स्थल ही है।

 इस लेख का दूसरा भाग अगली बार प्रस्तुत होगा , कृपया आप इसे आगे पढ़े।