2008-07-29 11:45:04

अमरीकी सुश्री डेनिस और तिब्बता का प्यार

बर्फीले पठार के एक सुन्दर रत्न के रूप में हर वर्ष तिब्बत देश-विदेश से आए हज़ारों व्यक्तियों को आकृष्ट करता है, कुछ लोग पर्यटन के लिए यहां आते हैं, कुछ लोग काम के लिए और कुछ लोग पढ़ने के लिए । पहले तिब्बत आने के बाद विदेशियों को असुविधा होती थी । क्योंकि यहां का भौगोलिक वातावरण और भौतिक स्थितियां सुविधाजनक नहीं थीं । लेकिन अनेक सालों के विकास के बाद ज्यादा से ज्यादा विदेशियों को तिब्बत आना पसंद आऩे लगा है । यहां तक कि वे तिब्बत में रह रहे हैं । इस की चर्चा में अमरीकी सुश्री डेनिस ने कहा:

"यहां कई साल रहने के बाद मुझे आदत हो गई है । यहां जीवन बिताना मुश्किल नहीं है । मुझे लगता है कि बीस साल पहले यहां विदेशियों के लिए असुविधाएं थीं । लेकिन आज तिब्बत अधिक से अधिक आधुनिक हो गया है। हम अपनी पसंदीदा चीज़ें खरीद सकते हैं और यहां जीवन बिताना आसान है ।"

तिब्बत में रहने के दौरान सुश्री डेनिस ने अपनी मां को तिब्बत की यात्रा के लिए निमंत्रण दिया । हर बार अमरीका वापस लौटने के बाद वे परिजनों और दोस्तों को तिब्बत के अपने अनुभव बताती हैं । उन्होंने कहा:

"मेरे परिवार के अधिकांश सदस्य और दोस्त तिब्बत नही आ सकते। इस लिए हर बार मैं घर वापस लौटती हूँ, तो मैं उन्हें फोटो व वीडियो दिखाती हूँ और तिब्बत में अपना जीवन तथा अपने तिब्बती मित्रों को बताती हूँ । मैं ने उन्हें बताया कि यह जगह अमरीका से, मेरे जन्मस्थान से कितनी भिन्न है । वे लोग यहां आना चाहते हैं, लेकिन रास्ता बहुत दूर है ।"

तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में राजधानी ल्हासा के अलावा अन्य छह क्षेत्र हैं । शिकाज़े, लिनची प्रिफैक्चर, नाछ्वू प्रिफैक्चर, आली प्रिफैक्चर, लोका प्रिफैक्चर और छांगतु प्रिफैक्चर । हर क्षेत्र की अपनी-अपनी विशेषता वाले प्राकृतिक दृष्य व रीति रिवाज़ हैं । राजधानी ल्हासा के अलावा सुश्री डेनिस तिब्बत के अनेक स्थलों की यात्रा कर चुकी हैं। उन्होंने कहा कि भिन्न-भिन्न जगहों ने उन पर अलग-अलग छाप छोडी है । शिकाज़े की चर्चा में सुश्री डेनिस ने कहा कि यहां के प्राकृतिक दृश्य उन की जन्मभूमि से मिलते जुलते हैं । सुन्दर खेती और सीधे सादे तिब्बती उन्हें परिचित लगते हैं । उन्होंने कहा:

"शिकाज़े तिब्बती विशेषता वाला स्थल है । मैं अमरीका के गांव में पली-बढ़ी हूँ । इस तरह हर बार मैं जब शिकाज़े जाती हूं तो मुझे अपनी जन्मभूमि की याद आ जाती है । क्योंकि अमरीका में मैं फ़ार्म में रहती थी और आसपास किसान पड़ोसी होते थे । मुझे शिकाज़े की खेती पसंद है ।"

वर्ष 1998 में सुश्री डेनिस प्रथम बार तिब्बत आई, इस के बाद वे तिब्बती भाषा सीखने के लिए एक बार फिर तिब्बत आयीं और फिर ल्हासा में काम करने लगी । इस तरह उन्होंने खुद इधर के वर्षों में तिब्बत में हुई भारी परिवर्तन को देखा है। नए-नए मार्ग, मकान, तिब्बती जनता के जीवन स्तर व शिक्षा स्तर की उन्नति इत्यादि । ल्हासा, यहां तक कि सारे तिब्बत में हुए परिवर्तन व विकास से सुश्री डेनिस को आश्चर्य होता है । उन्हें लगता है कि तिब्बत में रहना ज्यादा से ज्यादा सुविधाजनक हो गया है।

भविष्य में अपनी योजना की चर्चा करते हुए सुश्री डेनिस बहुत उत्तेजित हो उठीं । उन्होंने कहा कि वे ल्हासा में रहेंगी । उन का कहना है:

"मैं ने लम्बे समय तक यहां ठहरने की योजना बनायी है। मुझे पता नहीं है कि कितने वर्षों तक रहूंगी । मैं यहां काम करना चाहती हूँ। मेरी आशा है कि ज्यादा से ज्यादा तिब्बतियों के वाणिज्यिक स्तर को उन्नत करने में मदद करूंगी, ताकि वे नई किस्म वाले वाणिज्यिक कार्यों का मुकाबला कर सकें ।"(श्याओ थांग)