2008-07-25 11:21:28

निंग पो शहर के स्वयं सेवक

इस समय, चीन के यांगत्सी नदी के दक्षिण में स्थित क्षेत्रों में वर्षा का मौसम समाप्त हो गया और दिन तपने लगा। लेकिन बड़ी गर्मी पड़ने पर भी चीन के चे चांग प्रान्त के निंग पो शहर में बड़ी संख्या में स्वयं सेवक पीले रंग की झंडियां लेते हुए अपनी ड्युटि पर कायम रहते नजर आये । हमारे संवाददाता ने वहां कुछ स्वयं सेवकों से इन्ट्रव्यू लिया। शहर के एक रौनक चोराहे पर स्थानीय सरकारी संस्था के कर्मचारी श्री यांग यी सड़क के किनारे राह चलते लोगों को निर्देशन दे रहे हैं , उन्हों ने संवाददाता को बताया

हालांकि इन दिनों में तापमान बहुत ऊंचा है। फिर भी हम 6 स्वयं सेवक रोज यहां सेवा पर कायम रहे हैं। हम बारी बारी से काम पर आते हैं ,पहले हरेक व्यक्ति 1 घंटे तक यह कार्य करते थे अब तो आधे घंटे में व्यक्ति बदलते हैं। जिस से आराम करने का समय प्राप्त कर सकता है। स्वयं सेवक का कार्य बहुत गौरवपूर्ण काम है। योगदान देने के साथ साथ दूसरे लोगों को सहायता दे सकते हैं , जिस से हमें बहुत प्रसन्नता लगती है। मेरे विचार में स्वयं सेवक का यह काम एक बहुत अच्छा कार्यवाही है।

श्री यांग यी ने ऑलंपिक के स्वागत में सड़कों पर लोगों को सहायता देने की स्वयं सेवा में अनेकों बार भाग लिया है। अब निंग पो शहर में 50 हजार से ज्यादा स्वयं सेवकों ने इस प्रकार के कार्य में भाग लिया है। इस कार्य का मुख्य उद्देश्य नागरिकों का सभ्यता स्तर बढ़ाना है।

ऑलंपिक के स्वागत में सड़कों पर सहायता देने की स्वयं सेवा की कार्यवाही निंग पो शहर में स्वयं सेवक संघ की अनेकों कार्यवाहियों में से एक है। श्री यांग यी भी निंग पो शहर के 2 लाख 70 हजार पंजीकृत स्वयं सेवकों में एक है। निंग पो शहर के स्वयं सेवक संघ से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार निंग पो शहर में पंजीकृत स्वयं सेवकों की संख्या पूरे शहर के कुल जनसंख्या का 12.5 प्रतिशत हो गयी। निंग पो शहर के स्वयं सेवक संघ के निदेशक श्री यांग युङ ने कहा कि स्वयं सेवक संस्था स्थापित करना और संबंधित कानून बनाना निंग पो में स्वयं सेवक के कार्यवाही अच्छी तरह विकसित होने का मुख्य कारण है।

सन् 2000 में निंग पो शहर में चीन का पहला शहरीय स्वयं सेवक संघ स्थापित किया गया। इस के आधार पर अब हमारा स्वयं सेवक संघ की व्यवस्था बहुत अच्छी विकसित हो गयी है। हमारा शहर चीन का ऐसा प्रथम शहर है जिस ने स्वयं सेवक के बारे में कानून बनाया है। सन् 2003 में हम ने निंग पो नगरी नौजवान स्वयं सेवक नीति बनायी। जिस से कानून के तौर पर स्वयं सेवक के कार्य के विकास की गारंटी की गयी है ।

69 वर्षीय वृद्ध श्री छन येन भी निंग पो शहर में सामाजिक कार्यों में कार्यरत्त एक स्वयं सेवक है। पिछले सालों में एक मुकदमा मामले में दोस्तों की सहायता देने के लिए वे कम्प्युटर भी सीखने लगे। वयोवृद्ध स्कुल में सीखने के बाद उन्होंने कम्प्युटर का इस्तेमाल करने की अनेक तकनीकें जानीं । उन्होंने अपने कुछ अच्छे दोस्तों के साथ मिल कर एक वृद्ध इंटरनेट दिवाना नामक दल गठित किया। अब तक 40 बूढ़े लोगों ने इस दल में भाग लिया है। अब यह कम्प्युचर दल दूसरे वृद्ध लोगों को कम्प्युटर के प्रयोग की तकनीक सिखाने लगा। गत वर्ष में उन्हों ने अपने दल को स्वयं सेवक दल के रूप में में पंजीकृत कर दिया । अब तक उन का दल निंग पो शहर में सब से बड़ी उम्र वाला स्वयं सेवक दल बन गया है । अपने इस प्रयास पर उन्हों ने कहा शुरू शुरू में कम्प्युटर सिखाने के लिए मैं ने एक अध्यापक आमंत्रित किया था । लेकिन कुछ समय बाद वह अध्यापक चला गया। इसलिए मैं ने खुद सिखाने का काम संभाला । मैं भी वृद्ध आदमी हूं। इसलिए वृद्ध लोगों की भावना समझ सकता हूं। मैं पाठ्यक्रमों को नए सिरे से प्रबंधित कर उन्हें अच्छी तरह पढ़ा सकता हूं।

निंग पो शहर के चीनी परंपरागत अस्पताल के डाक्टर श्री जू फेई भी एक जोशपूर्ण स्वयं सेवक हैं। 12 मई को स्छवान प्रान्त के वन छ्वान में भूकंप आने के बाद वे इन्टर नेट के जरिए राहत कार्य को मदद देने वाले दोस्तों को संगठित करके एक साथ स्वयं सेवक के रूप में स्छ्वान में सहायता देने के लिए गए। दसियों लोगों ने उन के दल में भाग लिया। वे दो खेप में बंट कर भूकंप ग्रस्त क्षेत्रों में गए और राहत सामग्री भी प्रदान की। श्री जू फेई ने कहा

हम विभिन्न जगतों से आए हैं। पहले हम में से बहुत से लोग एक दूसरे को नहीं जानते थे । इस भूकंप का राहत कार्य करने के कारण हम एक साथ मिल कर दोस्त बने हैं। अब तो हम एक ही परिवार के सदस्य की तरह व्यवहार करते हैं और एक दूसरे को मदद देते हैं।

निंग पो में बहुत से नागरिकों ने समाज के लिए योगदान देने के उद्देश्य में स्वयं सेवक के कार्यों में भाग लिया। स्वयं सेवक संघ और विभिन्न स्तरीय सरकारों ने विभिन्न जगतों के लोगों को स्वयं सेवक के कार्यों में भाग लेने के लिए मदद देने की खातिर अनेक नीतियां भी बनायीं। निंग पो शहर के स्वयं सेवक संघ के निदेशक श्री यांग युङ ने कहा स्वयं सेवक के सेवा कार्य पहले के अस्थाई कार्य से अब दीर्घकालीन कार्य बन गए हैं । हम ने विभिन्न जगतों के स्वयं सेवकों को अच्छी तरह सेवा कर सकने के लिए बहुत से नए स्वयं सेवा कार्यक्रम बनाए हैं। जिस से अधिक से अधिक लोग स्वयं सेवक के कार्यों में भाग ले सकते हैं। बहुत से नागरिक अपने तकनीक और विज्ञान का लाभ उठा कर सामाजिक सेवा में योगदान करते हैं।

अब निंग पो शहर में चिकित्सा , पर्यावरण संरक्षण, बिजली, वृद्धों को सहायता देने आदि विभिन्न क्षेत्रों में 4500 से ज्यादा स्वयं सेवक दल सक्रिय रहे हैं। स्वयं सेवकों में भी वेब साइट स्वयं सेवक, पर्यावरण संरक्षण स्वयं सेवक, सुरक्षा स्वयं सेवक, सभ्यता सहायता स्वयं सेवक और बैंक स्वयं सेवक आदि शामिल हैं।

इन सालों में निंग पो शहर के स्वयं सेवकों की कार्यवाही ने निंग पो में काम करने के लिए आए अन्य क्षेत्रों के व्यक्तियों को भी इस में शामिल करने के लिए प्रोत्साहित किया है । उन्होंने सुरक्षा स्वयं सेवा, परिवारिक कामकाज स्वयं सेवा, सफाई स्वयं सेवा आदि विभिन्न सेवा कार्य भी शुरू किया। ज्यादा से ज्यादा लोगों को स्वयं सेवक के कार्य में शामिल करने के लिए निंग पो के स्वयं सेवक संघ ने निंग पो में काम के लिए आए अन्य क्षेत्रों के नौजवान स्वयं सेवकों का विशेष सम्मेलन भी आयोजित किया। अब निंग पो के स्वयं सेवक संघ में पंजीकृत अन्य क्षेत्रों से आए नौजवानों की संख्या भी 1000 से अधिक हो गयी। आन ह्वी प्रान्त से आए इमारत प्रबंध कार्य करने वाले एक स्वयं सेवक श्री ली श्यांग माओ ने कहा

मुझे लगता है कि मैं निंग पो के निर्माण में भाग ले रहा हूं। मैं निंग पो का नया नागरिक बन गया हूं। मैं निंग पो में जीवन बिताता हूं इसलिए निंग पो के विकास में योगदान देना भी मेरा कर्तव्य है।

स्वयं सेवकों को प्रशिक्षित करने के लिए निंग पो स्वयं सेवक संघ ने निंग पो विश्वविद्यालय, चे चांग उद्योग व बिजनिज कालेज आदि 6 कालेजों में निंग पो स्वयं सेवक के प्रशिक्षण केन्द्र भी स्थापित किए है।