नीले कपड़े पहनी हुई एक लड़की ने 10 मीटर ऊंचे मंच से उछाल भरी। आकाश में कुछ सुन्दर मुद्राएं दिखाने के बाद उस ने तेजी से मछली की तरह अपना भरपूर कौशल दिखाते हुए पानी में प्रवेश किया और पानी की बहुत कम छींटें उड़ीं। उस के इस करतब को बहुत से दर्शकों ने पसंद किया। उस लड़की का नाम है पौला एस्पिनोसा, जो मैक्सिको की गोताखोर राजकुमारी कही जाती है। मैक्सिको लोगों के विचार में पेइचिंग ऑलंपिक में वह अवश्य पदक जीतेगी। अपने ऑलंपिक लक्ष्य के बारे में सुश्री पौला एस्पिनोसा ने कहाः
"मैं प्रशिक्षण में पूरी कोशिश कर रही हूं, ताकि सबसे अच्छी स्थिति में पेइचिंग ऑलंपिक में भाग ले सकूं। ऑलंपिक में तीव्र स्पर्द्धा होगी, क्योंकि चीनी गोताखोर न सिर्फ शक्तिशाली और कुशल हैं, बल्कि अपने देश में प्रतियोगिता में भाग लेंगे। लेकिन मुझे मेरी और मेरे शिक्षक की कोशिश पर पूरा विश्वास है। मैं अच्छा परिणाम प्राप्त करने की आशा करती हूं। ऑलंपिक में स्वर्ण पदक जीतना मेरा हमेशा का सपना है। मुझे मालूम है कि यह बहुत कठिन है, लेकिन मैं इस दिशा में भरसक प्रयास करूंगी।"
सुश्री पौला एस्पिनोसा की शिक्षक एक चीनी हैं, जिनका नाम है मा चिन। वे मैक्सिको में पांच साल से गोताखोरी का प्रशिक्षण दे रही हैं। उन के प्रशिक्षण से कुछ मैक्सिको गोताखोर श्रेष्ठ गोताखोर बन चुके हैं। हाल के सालों में वे अक्सर मैक्सिको गोताखोरों को लेकर सारी दुनिया में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेती रही हैं और उन्होंने बहुत से पदक जीते हैं। विदेश में प्रशिक्षक बनने के बाद सुश्री मा चिन ने नए अनुभव प्राप्त किए हैं। उन्होंने कहाः
"मुझे लगता है कि विदेश में प्रशिक्षक बनने के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि गोताखोर आप को स्वीकार करें। आप अपने तरीके से गोताखोर को तकनीकी प्रशिक्षण देंगे, ताकि वह इन तकनीकों का प्रयोग कर सके। जब गोताखोर ने आप के प्रशिक्षण के जरिए प्रगति की, तब वह आप को स्वीकार करेगा। मेरी आशा है कि मेरे काम से मैक्सिको गोताखोर प्रतियोगिता में अपना सबसे अच्छा प्रदर्शन कर सकेंगे।"
सुश्री मा चिन ने एक 21 वर्षीय युवा रोमेल पाछेको की बहुत प्रशंसा की। रोमेल 13 सालों से गोताखोरी कर रहा है। सुश्री मा चिन के प्रशिक्षण में उसने बड़ी प्रगति हासिल की। वर्ष 2005 में उसने विश्व विश्वविद्यालय विद्यार्थी खेलों में 10 मीटर ऊंचे मंच का स्वर्ण-पदक जीता था। रोमेल भी अपनी चीनी शिक्षक का बहुत सम्मान करता है। रोमेल ने कहाः
"शिक्षक मा चिन ने वर्ष 2003 की मई से मुझे प्रशिक्षण देना शुरू किया। तब से अब तक 5 साल बीत चुके हैं। मैं बहुत खुश हूं कि मेरे पास इतनी अच्छी शिक्षक हैं। उस की गोताखोरी तकनीक बहुत अच्छी है और काम करते समय वे बहुत संजीदा रहती हैं। जब मैं प्रशिक्षण नहीं ले रहा होता हूं, तब भी हमारे बीच मैत्री व संपर्क बना रहता है। उन से प्रशिक्षण लेने पर मैं बहुत खुश हूं।"
लेटिन अमरीका में मैक्सिको की जबरदस्त खेल शक्ति है। थाई खोन डो, गोताखोरी, पैदल चाल, भारोत्तोलन और घुड़सवारी आदि ऑलंपिक प्रतियोगिताओं में उस की पदक जीतने की स्पर्द्धा शक्ति है, जिनमें गोताखोरी पर सबसे बड़ी आशा बांधी गई है। मैक्सिको के ऑलंपिक प्रतिनिधिमंडल के नेता श्री कार्लोस फाडिला बेकिरा ने कहाः
"मैक्सिको एकल प्रतियोगिताओं के लिए 110 खिलाड़ियों को भेजेगा और 40 से ज्यादा खिलाड़ी सामूहिक प्रतियोगिताओं में भाग लेंगे। पेइचिंग ऑलंपिक की फुटबॉल व बेसबॉल प्रतियोगिताओं में करीब 150 मैक्सिको के खिलाड़ियों की भागीदारी का अनुमान है। खिलाड़ियों के अलावा, 50 शिक्षक, डॉक्टर और संबंधित जिम्मेदार भी चीन आएंगे। हमारा लक्ष्य स्पष्ट है, हमारे 15 खिलाड़ी 7 से 9 तक प्रतियोगिताओं में फाइनल में प्रवेश करेंगे। फाइनल में आम तौर पर बहुत कड़ा मुकाबला होता है। इसलिए अंतिम परिणाम की पूर्वसूचना का अनुमान करना बहुत कठिन है। लेकिन हम इन खिलाड़ियों की फाइनल में भागीदारी की कोशिश करेंगे।"
मैक्सिको के बहुत से गोताखोर प्रतियोगिता या प्रशिक्षण के लिए कई बार चीन आ चुके हैं। पेइचिंग स्वीमिंग केन्द्र वॉटर क्यूब ने सुश्री पौला एस्पिनोसा पर बहुत अच्छी छाप छोड़ी है। उन्होंने पेइचिंग ऑलंपिक के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहाः
"गत फरवरी में मैं ने वॉटर क्यूब में गोताखोरी विश्व कप में भाग लिया। वॉटर क्यूब बहुत बड़ा और सुन्दर है, जो अन्य स्टेडियमों से विशेष है। मैं बहुत खुश हूं कि मैं जल्द ही दुबारा वहां प्रतियोगिता में भाग लूंगी। मुझे विश्वास है कि पेइचिंग ऑलंपिक सफल होगा, क्योंकि चीन वहां जाने-वाले खिलाड़ियों और यात्रियों का बहुत अच्छा ध्यान रख रहा है। चीन विभिन्न देशों के खिलाड़ियों को प्रतियोगिता की सबसे अच्छी स्थिति देने में सक्षम है।"