2008-07-18 16:50:59

मानवीय ऑलम्पिक पेइचिंग द्वारा विश्व को महत्वपूर्ण विरासत

पेइचिंग ऑलम्पिकयाड की तीनों बड़ी घारणाओं में मानवीय ऑलम्पिक सब से मुख्य धारणा है । उस की प्रस्तुति ने ऑलम्पिक भावना को चीन के पांच हराज पुराने सांस्कृतिक निचोड़ से साथ जोड़ दिया है , जिस से विश्व को एक सामंजस्य , आदान प्रदान और विकास वाले मानवीय ऑलम्पिक दिखाया जायेगा , ताकि विश्व शांति , मैत्री और प्रगति को बढ़ावा देने का विकास लक्ष्य प्राप्त हो सके । पेइचिंग ऑलम्पियाड की तैयारी के दौरान मानवीय ऑलम्पिक धारणा हमेशा से 2008 पेइचिंग ऑलम्पिक के प्रमुख मुद्दों और व्यवहारिक संचालन में अहम भूमिका निभाती है , वह पेइचिंग द्वारा विश्व को भेंट किये जाने वाली एक विशेष ऑलम्पिक विरास होगी ।

चीन की कोई पांच हजार वर्ष पुरानी संस्कृति विश्व में एक ऐसी मात्र संस्कृति मानी जाती है , जो अपने जन्म से आज तक ताबड़तोड़ विकसित होती आयी है । पेइचिंग चीन का मशहूर ऐतिहासिक व सांस्कृतिक शहर है , उस के कोई तीन हजार शहरी निर्माण इतिहास में बड़ी तादाद में बेमूल्य सांस्कृतिक अवशेष सुरक्षित हुए हैं । चीनी जन विश्वविद्यालय के मानवीय ऑलम्पिक अनुसंधान केंद्र के प्रोफेसर चिन य्वान फू का मानना है कि इन तत्वों ने यह निर्णय लिया है कि चीन को अपने परम्परागत सांस्कृतिक सन साधनों को प्रदर्शित करना और चीनी राष्ट्रीय संभ्यता और पेइचिंग ऑलम्पिक की बेमिसाल ऐतिहासिक व सांस्कृतिक मूल्य दिखाना चाहिये।

हम अपनी पांच हजार वर्ष पुरानी चीनी संस्कृति के आधार पर ऑलम्पियाड करने की कोशिश कर रहे हैं , यह विशेष संस्कृति हमारा गर्व है ।

2000 वर्ष से पेइचिंग ने ऑलम्पियाड के आवेदन का फायदा उठाकर शहरी स्तरीय सांस्कृतिक अवशेषों के संरक्षण व मरम्मत करने में लगातार तीव वर्ष में तीस करोड़ य्वान का अनुदान किया है । सफल ऑलम्पिक आवेदन के बाद पेइचिंग शहर ने फिर यह निर्णय लिया है कि 2003 वर्ष से पांच वर्षों में मानवीय ऑलम्पिक के सांस्कृतिक अवशेष के संरक्षण को मूर्त रूप देने में 60 करोड़ य्वान की धन राशि लगायी ।

प्राचीन राजधानी के ऐतिहासिक अवशेषों की रक्षा के लिये बहुस से ऑलम्पिक स्टेडियमों के निर्माण में बेहद सावधान तरीके अपनाये गये । पेइचिंग विश्वविद्यालय के स्टेडियम ने ऑलम्पिक खेल समारोह की टेबिल टेनिस प्रतियोगिता का काम संभाल लिया , पास पड़ोस के पुराने निर्माणों व प्राचीन पेड़ों की रक्षा के लिये उक्त स्टेडियम की विस्तृत डिजाइन दो बार सुधर गयी । पेइचिंग विश्वविद्यालय के स्टेडियम के जनरल डिजाइनर थांग शो निंग ने इस का परिचय देते हुए कहा  ऑलम्पिक संयोजन कमेटी के अनुरोध के अनुसार हम ने प्राचीन पेड़ों के इर्दगिर्द तीन मीटर के भीतर कोई निर्माण नहीं किया । हम ने इस प्राचीन उद्यान व पेड़ों को पूर्ण रूप से संरक्षित कर लिया है , जिस से अब वह हमारे ऑलम्पिक स्टेडियम का एक सहायक भू दृश्य बन गया है ।

चीन की विशेष मानवीय सौंदर्य को प्रदर्शित करने के लिये पेइचिंग ऑलम्पिक शुभंकर , ऑलम्पिक चिन्ह और ऑलम्पिक मशाल की डिजाइन में भी चीनी विशेषता व सारतत्वों को जो़ड दिया गया है ।

एक अव्वल दर्जे वाले मानवीय ऑलम्पिक वातावरण को तैयार करने के लिये पेइचिंग ने सब से व्यापक जनव्यापी गुणवत्ता अभियान चलाया । चीनी जन विश्वविद्यालय के मानवीय ऑलम्पिक अनुसंधान केंद्र के अनुसंधानकर्ता डाक्टर चंग श्याओ च्यु ने कहा  हम इधर सालों में शहरी वासियों की संभ्य व शिष्ट गुणवत्ता बढाने में जुटे हुए हैं । हम ने शिष्टाचार की संभ्यता , व्यवस्था की संभ्यता , पर्यावरण की संभ्यता और मैच मैदान की संभ्यता जैसे बहुत से अधिक क्षेत्रों में काफी उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल कर ली हैं । मेरा विचार है कि 2008 में ऑलम्पिक खेल समारोह के आयोजन पर पेइचिंग वासी अवश्य ही अपनी बढ़िया संभ्य छवि विश्व के सामने दिखा देंगे ।

चीनी जन विश्वविद्यालय के मानवीय ऑलम्पिक अनुसंधान केंद्र के प्रोफेसर चिन य्वान फू का कहना है कि चीनी परम्परागत संस्कृति में निहित सामंजस्यपूर्ण प्राकृतिक दृष्टिकोण ऑलम्पिक भावना के लिये एक अच्छा पूरक है। उन का कहना है  मुझे लगता है कि प्राचीन खेल संस्कृति व परम्परागत संस्कृति समेत चीनी संस्कृति आधुनिक ऑलम्पिक खेल समारोह को नया पोष्टिकर ज्ञान प्रदान कर सकेगी ।

विश्वास किया जा सकता है कि पेइचिंग ऑलम्पिक खेल समारोह के जरिये पेइचिंग वासियों के रहने वाले पर्यावरण सुधारने और पेइचिंग के आधुनिकीकरण को साकार बनाने के चलते चीनी संस्कृति को विश्व संस्कृति के साथ जोड़ने में गति भी मिलेगी ।