2008-07-15 15:52:47

पेइचिंग के विश्वविद्यालयों के ओलम्पिक स्टेडियमों का दौरा

2008 पेइचिंग ओलम्पिक आठ अगस्त को शुरू होने जा रहा है। ओलम्पिक मैच से संबंधित स्टेडियम बहुत से लोगों की बातचीत का एक खास मुददा बनता जा रहा है। 2008 पेइचिंग ओलम्पिक से संबंधित पेइचिंग ओलम्पिक स्टेडियमों में से 6 स्टेडियम पेइचिंग के विश्वविद्यालयों में स्थित हैं। इन में चार बिल्कुल नए स्टेडियम हैं, वे अलग अलग तौर से पेइचिंग स्पोर्टज विश्वविद्यालय, पेइचिंग तकनालाजीकल विश्वविद्यालय , चीनी कृषि विश्वविद्यालय व पेइचिंग विज्ञान-तकनीक विश्वविद्यालय में स्थित हैं । दसेक व सौ साल पुराने ये विश्वविद्यालय किस रूप से पेइचिंग ओलम्पिक का स्वागत कर रहें हैं, इस की जानकारी पाने के लिए हम आप को पहले पेइचिंग स्पोर्टड विश्वविद्यालय व पेइचिंग तकनालाजीकल विश्वविद्यालयों का दौरा कराएगें।

1988 में टेबल टेनिस खेल ओलम्पिक का औपचारिक खेल निश्चित होने के बाद, इस से पहले के पांच ओलम्पिक खेलों में टेबल टेनिस अन्य खेलों के साथ संयुक्त रूप से एक स्टेडियम में आयोजित किया जाता रहा है। परन्तु टेबल टेनिस के चीनी प्रमियों ने पेइचिंग ओलम्पिक में टेबल टेनिस खेल के लिए एक विशेष स्टेडियम तैयार करने का फैसला किया, इस तरह पेइचिंग ओलम्पिक के टेबल टेनिस मैच के लिए, पेइचिंग स्पोर्टज विश्वविद्यालय में विशेष टेबल टेनिस स्टेडियम निर्मित करने का प्रस्ताव रखा गया। चीन में विशेष टेबल टेनिस स्टेडियम का निर्माण ओलम्पिक के इतिहास में पहला व विशेष ओलम्पिक टेबल टेनिस स्टेडियम रहा है ।

विश्व का पहला विशेष टेबल टेनिस स्टेडियम होने के नाते, पेइचिंग स्पोर्टड विश्वविद्यालय ने अनेक पहलुओं में अन्य स्टेडियमों से अलग अपनी विशेषता दर्शायी है। स्टेडियम की सींटे व उसकी पृष्ठभूमि चित्रों को गहरे रंगोंसे सुसज्जित किया गया है , यह टेबल टेनिस खिलाडियों को पूरे ध्यान से मैच में खेलने के लिए मददगार सिद्ध होगा, स्टेडियम के भीतर का वायु वितरण व एयर कन्डीशन की गति को प्रति सैंकड 0.2 मीटर से नीचे रखा गया है, इस तरह छोटा सा टेबल टेनिस बाल मैच के दौरान वायु के प्रभाव से वंचित रह सकेगा , और तो और दर्शकों को टेबल टेनिस मैच का पूरा दृश्य देखने के लिए , दर्शक मंच की ढलान को टेबल टेनिस मेज से इतनी शानदार तरीके से जोड़ा है कि दर्शकों की दृष्टि एक बेहतरीन स्थिति में पूरा मैच का भरपूर आन्नद उठा सकती है।

यदि आप पेइचिंग स्पोर्टड विश्वविद्यालय का एक चक्कर लगाए तो आप को थोड़ा ताज्जुब होगा, क्योंकि चौकोर व समकोण वाले इस स्टेडियम के दक्षिण पूर्व दिशा में एक यू कट नजर आएगा, जहां सात प्राचीन पेड़ों व एक छिंग राजवंश शैली का एक आंगन को सुरक्षित रखा गया है। आखिर ऐसा क्यों किया गया है?

वास्तव में प्रारम्भिक योजना में डिजाइनरों ने इस पुराने आंगन समेत सात पेड़ों को पूर्ण रूप से एक अधिक खाली जगह में स्थानांतरण करने की योजना बनायी थी, लेकिन पेइचिंग स्पोर्टड विश्वविद्यालय के एक छात्र ने इतिहास फाइल का अध्ययन करने के बाद पाया कि 200 साल पुराना यह आंगन असल में छिंग राजवंश के उद्यान का एक बच अवशेष है। और इस आंगन के भीतर के सात प्राचीन पेड़ इस आंगन के अभिन्न भाग हैं, इन में कई पेड़ों की उम्र 200 साल से भी अधिक हैं। छात्रों व अध्यापकों ने जल्द ही पेइचिंग अवशेष ब्यूरों को इस सूचना से अवगत कराया, और संबंधित विभागों से विशेष रूप से इस क्षेत्र के अवशेषों को सुरक्षित रखने का निर्णय लिया।

लेकिन इस तरह डिजाइनरों को फिर से स्टेडियम का डिजाइन करना पड़ेगा। इन सात प्राचीन पेड़ों को बचाने के लिए, स्टेडियम के भूमिगत स्थल को दक्षिण की ओर तीन मीटर हटाया गया, बहुत से भूमिगत पाइप लाइनों को मजबूर होकर फिर से जोड़ा गया। इस के अलावा इन प्राचीन पेड़ों की जड़ों के पानी के बहाव व मिटटी के कटाव को रोकने के लिए, स्टेडियम के निर्माताओं व डिजाइनरों ने विशेष तौर से प्राचीन पेड़ों व स्टेडियम की इमारत के बीच की भूमि के नीचे वाटरप्रूफ लेयर का निर्माण किया। स्टेडियम के निर्माण की प्रगति के दौरान, इमारत के उपर से किसी भी साज सामानों के पेड़ों पर गिरने से बचने के लिए, विशेष तौर से इन प्राचीन पेड़ों से सटे स्टेडियम की तरफ एक किस्म की रक्षंक छतरी का निर्माण किया गया ।

हालांकि इन प्राचीन पेड़ों को बचाने के लिए बजट को बढ़ाना पड़ा, तो भी लोगों ने देखा कि चीन के इस मशहूर विश्वविद्यालय में एक चमकता नवीन भव्य स्टेडियम विश्वविद्यालय में अपनी अनोखी सौन्दर्य की झलक दर्शाने लगा है।

आइये अब हम चलते हैं पेइचिंग तकनालाजीकल विश्वविद्यालय स्टेडियम के दौरे पर। पेइचिंग ओलम्पिक के दौरान इस स्टेडियम में बेडमिन्टन और कला जिमनेस्टिक मैच खेले जाएगें। पेइचिंग तकनालाजीकल विश्वविद्यालय स्टेडियम का निर्माण 30 जून 2005 से शुरू हुआ था, इस स्टेडियम में कुल 7500 सींटे हैं। स्टेडियम का बाहरी रूप बेडमिन्टन गेंद के आकार की डिजाइन के रूप में निर्मित किया गया है। स्टेडियम की छत में ओलम्पिक का पांच रिंग चिन्ह स्टेडियम के शीशे की छत से जोड़ा गया है, सौभाग्य की बात यह है कि ओलम्पिक पांच रिंग चीन के राष्ट्र की 56 जातियों के मिलन का एक शुभांकर प्रतिबिंबित करता है और स्टेडियम की चारों तरफ से आप इन पांच रिंग की झलक देख सकते हैं।

पेइचिंग तकनालाजीकल विश्वविद्यालय स्टेडियम ने खास तौर से विश्वविद्यालय की प्रचुर विज्ञान तकनीक का भरपूर इस्तेमाल किया है। सबसे पहले स्टेडियम डिजाइनर इसी विश्वविद्यालय के विज्ञानियों में से चुने गये हैं और स्टेडियम के इस्पात ढांचे की सर्वश्रेष्ठ डिजाइन का कार्य मास्टर डिग्री का अध्ययन कर रहें छात्रों को सौंपा गया, इस तरह छात्रों ने अपने अपने मेजर के प्रोफेसरों के नेतृत्व में निर्माण से पहले स्टेडियम का एक नमूना तैयार किया और उसे स्टेडियम के इस्पात ढांचे के डिजाइन के साथ विश्वविद्यालय डिजाइन नुमाइश में प्रदर्शित किया गया । इतनी उच्च कोटि वाले स्टेडियम का निर्माण व डिजाइन कार्य विश्वविद्यालय के छात्रों व अध्यापकों की भागीदारी में पूरा करना , सचमुच इस पीढ़ी की युवा का अहम गौरव व सम्मान है।

ओलम्पिक के बाद, इन स्टेडियमों को स्कूलों के छात्रों-अध्यापकों के लिए ही नहीं आसपास की सोसाइटियों के निवासियों के लिए भी खोला जाएगा। ओलम्पिक स्टेडियम विश्वविद्यालय की एक विरासत के रूप में हमेशा के लिए विश्वविद्यालयों के कैंपस में एक खूबसूरती का मिसाल रहेगा। क्योंकि ओलम्पिक स्टेडियम ने न केवल मानव व सांस्कृतिक प्राचीन अवशेषों के बीच उम्दा ताल मेल बनाया है बल्कि हाइ टैक व आधुनिक फैशन की खूबसूरती को किताबों की उद्यान दुनिया में एक सौन्दर्य छवि को भी निखारा है।