विकसित देशों के शहरों में क्लीनिक रखा जाने का लम्बा इतिहास है । इस से नागरिकों को अपने घर के पास ही रोग उपचार , रोगरोधन और स्वास्थ्य लाभ आदि की चिकित्सकीय सेवा सुलभ रहती हैं । क्योंकि अधिकांश रोगों के मामले में रोगियों के लिये बड़े अस्पताल जाने की जरूरत नहीं होती है , उन का उपचार सामदायिक क्लीनिकों में ही संपन्न हो सकता है । इसलिये चीन ने वर्ष 1997 से शहरों के सामदायिक उपचार केंद्रों की स्थापना को महत्व देना शुरू किया । इस विषय की चर्चा में चीनी चिकित्सा मंत्रालय के एक पदाधिकारी ने यह बताया ,
चीनी सामदायिक चिकित्सा सेवा विकास योजना में जन व प्राथमिक चिकित्सा सेवाएं सामदायों के भीतर ही प्रदान करने का विचार रखा गया है । दूसरे शब्दों में कहे तो लोगों को छोटी मोटी बीमारियों के इलाज के लिये बड़े अस्पताल जाने की जरूरत नहीं होगी ।
सामदायिक क्लीनिकों की स्थापना को प्रोत्साहित करने के लिये चीन सरकार ने विशेष उदार नीति बनायी है । इस में सरकार को ही नहीं , कारोबार , सामाजिक समुदाय तथा व्यक्ति सब को ऐसी क्लीनिक खोलने की इजाजत दी जाएगी । पूंजीनिवेशक बोली के जरिये क्लीनिक की स्थापना का अधिकार प्राप्त कर सकेंगे , और सामदायों में रहने वाले निवासियों को भी क्लीनिक की स्थापना पर राय पेश करने का अधिकार मिलेगा । शहरों के बड़े अस्पतालों में कार्यरत डाक्टरों और नर्सों , और यहां तक कि अवकाश प्राप्त चिकित्सा कर्मियों को भी इन क्लीनिकों में काम करने के लिये प्रोत्साहित किया जाएगा । और इन क्लीनिकों के स्तर को उन्नत करने के लिये इन के बड़े अस्पतालों के साथ सहयोग को भी बढ़ावा मिलेगा ।
हाल के 5-6 वर्षों में चीनी शहरों में सामदायिक क्लीनिकों का उल्लेखनीय विकास हो पाया है और इस से नागरिकों को भी बड़ी सुविधा मिली है । पूर्वी चीन के च-च्यांग प्रांत की यान-ची नामक बस्ती में रह रही 70 वर्षीया सुश्री लौ गन-ओ ने अपनी बस्ती के क्लीनिक की प्रशंसा करते हुए कहा ,
हमारी क्लीनिक की सेवा बेहतर और सुनिधाजनक है । मैं पिछले 5-6 सालों से उच्च रक्तचाप से परेशान हूं । मैं नियमित रुप से यहां की क्लीनिक में शारीरिक जांच कराने आती हूं , यहां के डाक्टर मुझे अच्छा उपचार देते हैं । आशा है कि भविष्य में क्लीनिक का और विस्तार किया जाएगा ।
यान-ची बस्ती क्लीनिक न केवल रोगियों को दवा देती है । उस की घुमंतू नर्सेंभी हैं , जो रोगियों के घर में सेवा प्रदान करती हैं । क्लीनिक में सूई लगाने , दवा चढ़ाने और स्वास्थ्य लाभ सेवा भी प्रदान की जाती है । क्लीनिक की डाक्टर सुश्री अपने काम की चर्चा करते हुए बताती हैं ,
मुझे कभी कभी एक ही दिन कई रोगियों के घर जाना पड़ता है । रोगियों को हमारी क्लीनिक पसंद है , क्योंकि उन्हें बड़े अस्पताल की तुलना में क्लीनिक ज्यादा सुविधाजनक और सस्ती लगती है ।
अब तक राजधानी पेइचिंग में कुल 400 सामुदायिक क्लीनिक खोली जा चुकी हैं । इन सभी का बड़े अस्पतालों के साथ सहयोगी संबंध कायम है , जो उन के स्तर की गारंटी करता है । आंकड़े बताते हैं कि अब चीन के 660 बड़े व मझौले शहरों में इस समय कोई 10 हजार सामुदायिक क्लीनिकों की स्थापना हो चुकी है । चीनी चिकित्सा मंत्रालय की आधारित चिकित्सा सेवा व महिला व बाल स्वास्थ्य कार्य विभाग के प्रधान श्री ली छांग मींग के अनुसार वर्ष 2005 तक चीन के सभी शहरों में सामुदायिक क्लीनिकों का जाल स्थापित किया जाएगा ।