2008-07-09 17:07:50

पेइचिंग ऑलंपिक पूरे विश्व का भव्य खेल समारोह होगा

29वां ऑलंपिक इस अगस्त में पेइचिंग मं आयोजित होगा ।हाल ही में हमारे संवाददाता ने चीन स्थित रूसी राजदूत सर्गेई राजोव के साथ पेइचिंग ऑलंपिक पर एक विशेष बातचीत की ।श्री राजोव ने कहा कि पेइचिंग ऑलंपिक पूरे विश्व का भव्य खेल समारोह होगा ।

राजोव वर्ष 2005 में पेइचिंग आये ।उन्होंने अपनी आंखों से इधर कुछ साल में चीन में हुआ बडा बदलाव देखा ।उन का विश्वास है कि चीन में ऑलंपिक का आयोजन एक अत्यंत सही चुनाव है ।उन की नजर में निरंतर बढ रही चतुर्मुखी राष्ट्रीय शक्ति से चीन एक ऊंचे स्तर वाले व सफल खेल समारोह के आयोजन को सक्ष्म है ।उन्होंने कहा ,यह निश्चित है कि पेइचिंग ऑलंपिक का गठन व प्रतियोगिताओं का स्तर काफी ऊंचा होगा ।मुझे पक्का विश्वास है कि पेइचिंग ऑलंपिक राजनीतिक सवाल से अलग होगा ।क्योंकि यह पूरे विश्व का शानदार खेल समारोह है ।

राजोव लंबे अरसे से विभिन्न देशों के युवाओं की पारस्परिक समझ को बढाने में लगे हैं ।इस लिए उन को पेइचिंग ऑलंपिक के मुख्य नारा एक विश्व एक सपना बहुत पसंद है ।उन के विचार में इस नारे से पूरे विश्व की जनता खासकर युवाओं को प्रत्यक्ष रूप से शांति व मैत्री की शक्ति महसूसी होती है ।ऑलंपिक का आयोजन उन को आवा जाही व पारस्परिक समझ का अच्छा मौका प्रदान करेगा ।उन्होंने कहा ,मुझे लगता है कि खेल सब से पहले युवाओं की मैत्री बढाने का एक माध्यम है ।अगर युवाओं के आपस में शांतिपूर्ण सहअस्थित्व ,पारस्परिरक समझ व सहयोग साकार हो सकता है ,तो पूरे विश्व की जनता का जीवन अधिक सुरक्षित व अधिक सुंदर होगा ।इसलिए युवाओं के बीच मैत्री व पारस्परिक समझ बढाना हमारा समान काम है ।

खेल कूद को प्रेम करने के कारण श्री राजोव ने बातचीत में कुछ देशों में पेइचिंग मशाल रेले के दौरान पैदा असामंजस्यपूर्ण घटनाओं की निंदा की। उन के विचार में ऑलंपिक पवित्र मशाल शांति, मैत्री व पारस्परिक समझ का प्रतिनिधित्व करता है। उस पर राजनीतिक प्रभाव नहीं डाला जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि विश्व में ऑलंपिक मशाल रेले के दौरान व्यापक लोगों ने खासा उत्हास दिखाया, जिस से ऑलंपिक की निर्मलता व पवित्रता जाहिर हुई। उन्होंने कहा, मशाल रेले आम तौर पर सफलता से चली। रूस के सेंटपीटरबर्ग में मशाल रेले दौड बहुत सुचारू रूप से चली। स्थानीय सरकार ने सुरक्षा के इंतजाम में कोई कसर नहीं छोडी। सेंट पीटरबर्ग के नागरिकों को मशाल रेले में बडी रुचि दिखायी। कहा जा सकता है कि पेइचिंग ऑलंपिक से जुडने वाले सभी बातों के प्रति रूसी जनता को बडी रुचि है। यह वास्तव में एक तरह की आवा जाही है।

पिछले बीसेक सालों में ऑलंपिक खेल समारोहों में चीन औऱ रूस न सिर्फ दोस्त हैं, बल्कि प्रत्यक्ष मुकाबला करने वाले प्रतिद्वंदी भी हैं। पदक तालिका में चीन औऱ रूस ने इधर दो ऑलंपिकों में सख्त मुकाबला किया। वर्ष 2004 एथेंस ऑलंपिक में चीनी खेल प्रतिनिधि मंडल के स्वर्ण पदकों की संख्या पहली बार रूस से अधिक रही। पेइचिंग ऑलंपिक में दो देशों के मुकाबले का भविष्य कैसा होगा। इस सवाल का जवाब करते हुए श्री राजोव ने हमा के साथ हंसी मजाक किया। उन्होंने कहा, हम जानते हैं कि ऑलंपिक के लिए चीन बहुत सक्रियता से तैयार कर रहा है। इस बार चीन मेजबान है। रूस में एक कहावत है कि अपने घर में दीवार भी मालिक का समर्थन करती है। हम अकसर चीनी दोस्तों के साथ कहते हैं कि आप मेजबान हैं, पर रूसी टीम के लिए कुछ न कुछ स्वर्ण पदक छोड दीजिए।

हंसी मजाक करने के बाद श्री राजोव ने बडी संजीदगी से चीन औऱ रूस के भावी मुकाबले रा विश्लेषण किया। उन के विचार में दो देशों के खेल कार्य का स्तर एक दूसरे से बहुत नजदीक है। बडी प्रतियोगिता में अच्छी उपलब्धि प्राप्त करने के लिए मानसिक स्थिति औऱ स्थल पर प्रदर्गन सब से महत्वपूर्ग है। उन का अनुमान है कि पेइचिंग ऑलंपिक के स्वर्ण पदकों के मुकाबले में चीन, रूप व अमरीका आगे रहेंगे। मेजबान के नाते चीनी खिला़डियों को एक तरफ कुछ लाभ मिलता है, दूसरी तरफ उन को ज्यादा दबाव का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा, सच्ची बात कहे तो शक्ति सब से बुनियादी बात है। रूस औऱ चीन दोनों पदक तालिका में पहले तीन व चार स्थानों में शामिल होंगे। उन को अच्छी उपल्बधियां प्राप्त करनी चाहिए।

बातचीत में हमें पता चला कि राजोव न सिर्फ एक राजनयिक हैं, बल्कि एक खेल प्रेमी भी। जब वे जवान थे, वे खेल कूद को बहुत पसंद करते हैं। उन्होंने कहा, जब मैं जवान था, मुझे बहुत खेल इवेंटें पसंद हैं, जैसे वालिबाल, बास्किटबाल, टेखता हूं। पर अगर मेरे पास समय है, मुझे स्टेडियम जाकर प्रतियोगिता देखना पसंद है ही।

उन्होंने हमारे संवाददाता को बताया कि वर्तमान में उन के लिए कसरत करने का समय ज्यादा नहीं है, पर वे नियमित रूप में कसरत करते हैं। उन्होंने कहा कि रूस वर्ष 2014 शीलकालीन ऑलंपिक का आयोजन करेगा, इसलिए पेइचिंग ऑलंपिक की तैयारी व आयोजन का सर्वेक्षण करना उन के लिए एक महत्वपूर्ण काम भी है। उन्होंने कहा, दक्षण रूस के शहर सो चे सक्रियता से शीतकालीन ऑलंपिक की तैयारी कर रहा है। 2014 शीतकालीन ऑलंपिक की मेजबानी मिलने के बाद ही रूसी राष्ट्रपति व सरकार ने ऑलंपिक संस्थापनों के निर्माण की तैयारी शुरू की है। सो चे दक्षिण रूस में स्थिति बढिया है। वर्ष 2014 शीतकालीन ऑलंपिक के आयोजन से वहां के आर्थिक विकास को बढावा मिलेगा।

श्री राजोव ने बातचीत में आशा प्रकट की कि बडी प्रतियोगिता के आयोजन में चीन के साथ आवा जाही व सहयोग चलाने की आशा प्रकट की. उन को विश्वास है कि खेल संपर्क का पुल है और दो देशों की जनता यहां तक कि विश्व के विभिन्न देशों की जनताओं की मैत्री बढा सकेगा। पारस्परिक समझ, मैत्री व सहयोग बढाना ऑलंपिक की मूल भावना है। उन्होंने बातचीत के अंत में कहा, मुझे विश्वास व शुभकामना है कि पेइचिंग ऑलंपिक का आयोजन सफल होगा। मैं चाइना रेडियो इंटरनेशनल के श्रोताओं को शुभकामना करता हूं। आशा है कि चीन रूस रणनीतिक साझेदारी सुचारू व स्थिर रूप से निरंतर विकसित होगी।