2008-07-09 16:15:24

श्री हू चिन थाओ जी-8 और विकासशील देशों के नेताओं के बीच वार्तालाप में उपस्थित

जी-8 और चीन, भारत, ब्राजिल, दक्षिण अफ्रीका और मैक्सिको पांच विकासशील देशों के नेताओं के बीच वार्तालाप 9 जुलाई को जापान के होकाइटो के टोयाको में आयोजित हुआ। चीनी राष्ट्राध्यक्ष श्री हू चिन थाओ वार्तालाप में उपस्थित हुए और उन्होंने भाषण भी दिया।

श्री हू चिन थाओ ने कहा कि विभिन्न देशों को मैक्रो नीतियों में ताल-मेल मजबूत करना चाहिए, ताकि विश्व अर्थतंत्र की वृद्धि बनाए रखी जा सके। विकसित देशों को चाहिए कि वचनों का पालन करके विकासशील देशों को दी जाने वाली राहत बढ़ाएं, कर्ज कम करें, बाजार खोलें और तकनीक का हस्तांतरण करें। विकासशील देशों को अपनी क्षमता के निर्माण में जोर लगाना चाहिए और संयुक्त राष्ट्र संघ को निर्देशन व ताल-मेल की भूमिका निभाना जारी रखना चाहिए।

श्री हू चिन थाओ ने जोर देते हुए कहा कि विश्व अनाज की मांग में बढ़ोतरी का दोष विकासशील देशों पर मढ देना तथ्यों के विपरित है। अनाज के दामों में वृद्धि के समाधान के लिए फौरी सवाल यही है कि सहायता बढ़ायी जाए और संयुक्त राष्ट्र संघ की समन्वय की भूमिका का समर्थन किया जाए।

सहस्त्राब्दी विकास लक्ष्य के लिए सारी दुनिया में चतुर्मुखी व समन्वित प्रगति बढ़ाने के लिए श्री हू चिन थाओ ने कहा कि विकासशील देशों और विकसित देशों के बीच सच्ची साझेदारी की स्थापना की जानी चाहिए। सहस्त्राब्दी विकास लक्ष्य के आकलन में न सिर्फ विभिन्न देशों में प्राप्त प्रगति और उन के सामने मौजूद चुनौतियां, बल्कि विश्व विकास सहायता वचन के कार्यांवयन की स्थिति भी शामिल होनी चाहिए।

श्री हू चिन थाओ ने चीन में आए गंभीर भूकंप के बाद विभिन्न देशों की सरकारों व जनता द्वारा प्रगट की गई सम्वेदना और दी गई हार्दिक सहायता पर आभार भी प्रकट किया।

उसी दिन सुबह श्री हू चिन थाओ बड़े आर्थिक देशों में ऊर्जा सुरक्षा व जलवायु परिवर्तन के बारे में नेताओं के बीच सम्मेलन में भी उपस्थित हुए। (ललिता)