वर्तमान सभा के मेजबान देश जापान के प्रधानमंत्री श्री फुकुदा यासुओ ने जी-आठ के शिखर सम्मेलन शुरु होने से पहले भाषण देते हुए कहा कि विश्व का गरम होना मानव जाति के सामने मौजूद बड़ी चुनौती है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को आपात कार्यवाही करके इस सवाल का समाधान करने की आवश्यकता है। आशा है कि वर्तमान शिखर सम्मेलन में ग्रीन हाउस गैस की निकासी को कम करने के लिए एक न्यायपूर्ण लक्ष्य पेश किया जाएगा। श्री फुकुदा यासुओ ने यह आशा भी प्रकट की कि जी-आठ के नेता सफल विचारों के जरिए एक सुंदर दुनिया के निर्माण के लिए योगदान करेंगे।
जापान के विदेश मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि एक दिन की कार्य सभा की समाप्ति के बाद जी-आठ के नेताओं द्वारा समान रुचिवाले सवालों पर एक वक्तव्य जारी किए जाने की संभावना है।
(वनिता)