चीनी मुख पत्र जन दैनिक के समुद्रपारी संस्करण ने 27 जून को प्रकाशित एक हस्ताक्षर लेख में तथाकथिक तिब्बत के पारिस्थितिकी पर्यावरण को भंग करने के बारे में दलाई के कथन का खंडन किया।
लेख में कहा गया है कि तिब्बत के विकास के लिये यह जरूरी है कि स्वभावतः पर्यावरण संरक्षण की पूर्वशर्त में कुछ कारोबारों के निर्माण में समुचित रूप से सनसाधानों का दोहन व विकास किया जाये । लेकिन दलाई ने इसे तिब्बत के पारिस्थितिकी पर्यावरण को भंग करने और तिब्बत के प्राकृतिक सन साधानों की लुट खसोट करने को कहा है । जान पड़ता है कि तिब्बत सदा के लिये आदिम पारिस्थितिक में रहना उचित होगा ।
लेख में कहा गया है कि चीन सरकार तिब्बत के पारिस्थितिकी निर्माण व पर्यावरण संरक्षण को भारी महत्व देती है । वर्तमान में तिब्बत के पारिस्थितिकी संरक्षण क्षेत्रों का क्षेत्रफल समूचे तिब्बत का एक तिहाई भाग बनता है , जो सारे देश में प्रथम स्थान पर है। केंद्र सरकार ने छिंगहाई तिब्बत रेल लाइन के आसपास पारिस्थितिकी पर्यवारण के संरक्षण में एक अरब 54 करोड़ य्वान का अनुदान दिया है । इतना ही नहीं , केंद्र सरकार तिब्ब्त में और 160 से अधिक पारिस्थितिकी पर्यावरण संरक्षण परियोजनाओं के निर्माण में और 22 अरब से अधिक य्वान जुटायेगी ।
लेख में कहा गया है कि जब जो लोग तिब्बत के पर्यावरण को लेकर चिन्ताजनक बात करते रहते हैं , तो इस से बेहतर है कि वे सब से पहले अपने हृद्यगत पर्यावरण का संरक्षण करें ।