थाएवान का पुस्तक प्रकाशन संघ भी थाएवान के दसेक प्रकाशनगृहों की पुस्तकें लाया है। आशा है कि देश की मुख्य भूमि की संबंधित संस्थाओं के साथ आदान-प्रदान किया जा सकेगा। संघ की सचिव सुश्री वू मंग फिंग ने कहाः
"इस बार हम दसेक प्रकाशनगृहों की 2-3 हजार प्रकार की पुस्तकें ले कर आए हैं। वास्तव में थाएवान की कुछ पुस्तकें बहुत अच्छी हैं। हमारी आशा है कि पुस्तक मेले के जरिए देश की मुख्य भूमि के और ज्यादा लोगों को उन्हें पढ़ने का अवसर मिलेगा।"
18वां चीनी राष्ट्रीय पुस्तक मेला हनान प्रांत में आयोजित हुआ, जो चीनी सभ्यता के प्रमुख उद्गम स्थलों में से एक है और यह चीन में हुईं चार महान ईजादों में से एक मुद्रण कला के आविष्कार का स्थल भी है। हनान प्रांत के खेइ फंग और ल्वो यांग शहर प्राचीन शहर हैं और पुराने समय में पुस्तक बनाने के केन्द्र भी थे। इस विशेषता को दिखाने के लिए वर्तमान पुस्तक मेले में मुख्य तौर पर देशव्यापी पुस्तक अध्ययन का प्रवर्तन किया गया है। हनान प्रांत की राजधानी चंग चो में मुख्य स्थल के अलावा, खेइ फंग, ल्वो यांग और एन यांग में शाखा स्थलों की स्थापना भी की गई है, जहां पर 120 से अधिक गतिविधियों का आयोजन किया गया। 11 वर्षीय पाठिका वांग श्येई छुन ने पढ़ने की गतिविधि को पेइचिंग ऑलंपिक से जोड़ा है। उन्होंने कहाः
"यदि हर व्यक्ति पुस्तक पढ़े, तो उस की जानकारी बढ़ेगी। वर्ष 2008 पेइचिंग ऑलंपिक के दौरान बहुत से विदेशी लोग आएंगे, हम उन के साथ अच्छी तरह आदान-प्रदान कर सकेंगे।"
पुस्तक मेले के दौरान आयोजित उच्च स्तरीय प्रकाशन मंच पर हनान प्रांत के शीर्ष नेता श्री शू क्वांग छुन, चीनी राजकीय प्रेस व प्रकाशन महा ब्यूरो के निदेशक श्री ल्यो पिन चे और बहुत से विशेषज्ञों ने देशव्यापी पुस्तक अध्ययन के बारे में भाषण दिए। श्री ल्यो पिन चे ने अपने भाषण में सार्वजनिक सांस्कृतिक सेवा व्यवस्था जल्द से जल्द स्थापित करने और ग्रामीण पुस्तकालय नामक वाचनालय का निर्माण करने की अपील की, ताकि देशव्यापी पुस्तक अध्ययन ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंच सके। उन्होंने कहाः
"हमें चाहिए कि पढ़ने का बेहतर वातावरण तैयार करें, पढ़ने में किसानों की सक्रियता को प्रोत्साहन दें और पढ़ने से जानकारी प्राप्त करने, सांस्कृतिक गुणवत्ता उन्नत करने तथा जानकारी के जरिए भाग्य बदलने के लिए किसानों की मदद करें।"
ग्रामीण पुस्तकालय नामक वाचनालय का मतलब है ग्रामीण क्षेत्रों में वाचनालय की स्थापना। हर ग्रामीण पुस्तकालय नामक वाचनालय को 20 हजार य्वान के मूल्य वाले प्रकाशन से लैस किया जा रहा है। अब तक हनान प्रांत में कुल 3800 ऐसे वाचनालयों की स्थापना की गई है।
श्री ल्यो पिन चे ने कहा कि देशव्यापी पुस्तक अध्ययन पुस्तक मेले के विकास का लक्ष्य बनेगा। (ललिता)