2008-06-25 15:59:09

इतिहास की झलक -----ऑलंपिक में पहली बार दिखाया गया चीनी खेल प्रतिनिधि मंडल

चीनी खेल कार्य के विकास में वर्ष 1984 अमरीका के लोस एजेंलस में आयोजित ऑलंपिक का ऐतिहासिक महत्व है ।यह पहली बार था कि नये चीन के खिलाडी ऑलंपिक के मैदान पर दिखे ।इस ऑलंपिक में चीनी खिलाडियों ने बडी सफलता प्राप्त की ।

शानदार संगीत के साथ चीनी खेल प्रतिनिधि मंडल ने लोस एंजेलस ऑलंपिक के मुख्य स्टेडियम में प्रवेश किया। चीनी खेल कार्य में एक नया अध्याय जोडा गया ।चीनी खेल प्रतिनिधि मंडल 225 सदस्यों से गठित था ।चीनी खिलाडियों ने कुल 16 इवेंटों की प्रतियोगिताओं में भाग लिया।लोस एंजेलस ऑलंपिक में चीनी थाइपेइ ऑलंपिक समिति ने 67 खिलाडी भेजे ,जिन्होंने ट्रैक एंड फील्ड ,तैराकी व भारत्तोलन जैसी इवेंटों में भाग लिया ।यह भी पहली बार था कि थाइवान जलडमरूमध्य के दोनों तटों के खिलाडी साथ-साथ ऑलंपिक में दिखे ।

डेविड सिमोन लोस एंजेलस ऑलंपिक आयोजन समिति के उपाध्यक्ष थे । उद्धाटन समारोह की याद करते हुए उन्होंने कहा कि मेजबान के अलावा उद्घाटन समारोह में चीनी खेल प्रतिनिधियों को सब से अधिक वाहवाही मिली ।उन्होंने कहा ,लोस एंजेलस में चीन की हिस्सेदारी हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है । उद्घाटन समारोह में उपस्थित सभी लोगों का विचार था कि अमरीकी खेल प्रतिनिधि मंडल के अलावा चीनी खेल प्रतिनिधि मंडल को सब से अधिक वाहवाही मिली, क्योंकि हर व्यक्ति चीनी खेल प्रतिनिधि मंडल के आने पर बहुत खुश था । क्योंकि चीनी खेल प्रतिनिधि मंडल विश्व की एक चौथाई जनसंख्या का प्रतिनिधित्व करता है ।

लोस एंजेलस में चीनी खिलाडियों के पहुंचने पर स्थानी प्रवासी चीनियों को भी ब़डी प्रसन्नता हुई ।29 जुलाई को चीनी निशानेबाज खिलाडी शू हाइ फंग ने लोस एंजेलस ऑलंपिक का पहला स्वर्ण-पदक जीता ।ऑलंपिक के इतिहास में यह चीन का पहला स्वर्ण-पदक था ।इस घटना की चर्चा करते हुए चीन के थाइवान से आये वांग चिंग छुंग ने बताया ,ऑलंपिक के इतिहास में यह चीन का पहला स्वर्ण-पदक था। मुझे विश्वास है कि उस समय सभी प्रवासी चीनियों को इस पर बडी खुशी हुई और उन्हें बड़ा गौरव महसूस हुआ ।

श्री वांग चिंग छुंग ने हमारे संवाददाता को बताया कि 1984 ऑलंपिक में महिला वॉलीबाल का फाइनल मैच चीनी टीम और मेजबान टीम अमरीकी टीम के बीच हुआ ।इस मैच का उन पर सब से गहरा प्रभाव प़डा । अंत में चीनी महिला टीम ने 3--0 से अमरीकी टीम को हराकर ऑलंपिक का स्वर्ण पदक जीता ।उन्होंने कहा , वह पहली बार है कि मैं ने चीनी महिला वॉलीबाल टीम देखी ।ऑलंपिक से पहले मैं ने अनेक बार सुना था कि चीनी महिला टीम बहुत श्रेष्ठ है। अवश्य मेजबान टीम अमरीकी टीम की बडी शक्ति भी थी ।इसलिए दोनों टीमों के बीच हुई फाइनल प्रतियोगिता शानदार रही ।मैं थाइवान से आया ।उस समय मैंने अमरीकी पासपोर्ट प्राप्त किया था ।सौ मैं अमरीकी नागरिक था ।फिर भी मैं चीनी टीम का समर्थक था और चीनी टीम के लिए तालियां बजाता था। क्योंकि मैं चीनी राष्ट्र का हूं । खून के रिश्ते कभी नहीं टूट सकते ।चीनी टीम ने शानदार प्रदर्शन किया ।मुझे अब तक उस मैच की स्पष्ट याद है ।

पीटर विदमार पूर्व अमरीकी मशहूर जिम्नास्टिक खिलाडी हैं ।उन्होंने लोस एंजेलस ऑलंपिक में दो स्वर्ण-पदक जीते थे ।उस समय के मैच की याद करते हुए पीटर विदमार ने बताया कि लोस एंजेसल ऑलंपिक में हालांकि अमरीकी जिम्नास्टिक टीम ने बडी उपलब्धि प्राप्त की ,पर युवा चीनी जिम्नास्टिक खिलाडियों के प्रदर्शन का उन पर गहरा प्रभाव पडा । उन्होंने कहा ,मैं कभी भी तत्कालीन चीनी जिम्नास्टिक खिलाडियों का प्रदर्शन नहीं भूल सकता ।उन में से अनेक विश्व चैंपियन थे ।हमें मालूम था चीनी टीम विश्व की सब से अच्छी टीमों में से एक है। सो लोस एंजेलिस ऑलंपिक में हमारी टीम की विजय विश्व के बहुत से देशों के लिए एक बडी हैरानी की बात थी ।उस समय के अनेक चीनी खिलाडी बाद में हमारे दोस्त बन गये ।अब तक भी उन में में कुछ हमारे दोस्त हैं ।

लोस एंजेलस ऑलंपिक दसेक दिन चलकर सफलता से संपन्न हुआ ।चीनी खेल प्रतिनिधि मंडल ने कुल 15 स्वर्ण पदक ,8 रजत पदक और 9 कांस्य पदक हासिल किये ,और इस प्रकार स्वर्ण पदक तालिका में अमरीका ,रोमानिया और पश्चिमी जर्मनी के बाद चौथे स्थान पर रहा ।